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फैक्ट चेक

क्या पाकिस्तान में आतंकवादियों को दी जा रही है ट्रेनिंग? नहीं, वास्तविकता कुछ और है

बूम ने पाया कि वीडियो को पाकिस्तान के केपी के हंगू में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में शूट किया गया था

By - Karen Rebelo | 11 Sept 2019 12:59 PM IST

सोमवार को भारत में ट्विटर पर एक सेल्फी वीडियो वायरल हुआ । उस सेल्फी वीडियो में बुलेट प्रूफ़ वेस्ट के साथ हथियारों से लैस युवकों को एक कैंपस में दिखाया गया है । ओपन सोर्स डेटा का उपयोग कर बूम वीडियो को ट्रेस करने में सक्षम था । यह वीडियो पाकिस्तान के ख़ैबर पख्तूनख्वा में हंगू पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज का है।

28 सेकंड के वीडियो में 'मुजाहिदीन' और 'मुजाहिदीन कश्मीर' शब्द लिखे हुए हैं। इस वीडियो में ‘ऐ वतन तेरा इशारा आ गया’ गीत भी है । पश्तो में बोलने वाली आवाज़ को शुरुआत में यह कहते हुए सुना जा सकता है, "ये सभी मुजाहिदीन हैं, और वे जिहाद के लिए कश्मीर जाने के लिए तैयार हैं ।"

क्लिप के अंत में वीडियो को शूट करने वाले व्यक्ति को राइफल लिए और काली वेस्ट पहने देखा जा सकता है । इस वीडियो ने भारत में ट्विटर यूज़र्स को नाराज़ कर दिया है ।



ट्वीट के एक अर्काइव वर्शन को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।

इसे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य, मेजर सुरेंद्र पूनिया ने भी ट्वीट किया था।



ट्वीट के अर्काइव वर्शन को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें ।

फ़ैक्ट चेक

बूम ने ओपन सोर्स डेटा का उपयोग करके वीडियो का पता लगाने का निर्णय लिया । जैसा कि क्लिप में देखा जा सकता है, वीडियो के पहले कुछ फ्रेम में एक पुलिसकर्मी दिखाई दे रहा था।

इसके अलावा, एक मेटल ट्रंक और अन्य सामान स्पॉट करे जा सकते हैं, जिससे हमें विश्वास हो गया कि वीडियो शायद पाकिस्तान में पुलिस या सशस्त्र बल प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में शूट किया गया था।

बिल्डिंग का जिओ लोकेशन

वीडियो में कैमरा पैन होने पर लाल और बेज ईंट की इमारत के कई फ्रेम दिखाई देते हैं । वीडियो में बड़ी संख्या में पुरुषों को पठानी सूट या पठानी कुर्ते पहने देखा जा सकता है ।

इसलिए, हमने ख़ैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों तक अपनी खोज को प्रतिबंधित करने का फैसला किया।

हमने पाकिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, कोहाट रोड में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (पीटीसी) हंगू के साथ खोज करना शुरू किया । संस्थान की वेबसाइट के डैशबोर्ड पर मुख्य इमारत की एक तस्वीर दिखाई देती है । वीडियो उन इमारतों में से एक के पीछे लिया गया प्रतीत होता है, जो ग्राउंड से सटा हुआ है ।

बूम को एक फ़ेसबुक पेज भी मिला - पीटीसी हंगू। हालांकि पेज सत्यापित नहीं है।


पीटीसी हंगू फेसबुक पेज

हमने तब whopostedwhat.com का इस्तेमाल किया - एक मुफ़्त फ़ेसबुक ग्राफ खोज - और स्थान फ़ील्ड में ‘पीटीसी हंगू’ में प्रवेश किया जो हमें फेसबुक पर ऐसे लोगों के पोस्ट तक ले गया जिन्होंने उस संस्थान का उल्लेख किया है।

खोज परिणामों में एक नसरुल्ला खान की प्रोफाइल थी - वह व्यक्ति जिसने मूल वीडियो रिकॉर्ड किया था।

वह शख्स जिसने वीडियो शूट किया

नसरुल्ला खान ने 1 सितंबर 2019 को वीडियो पोस्ट किया। वायरल वीडियो की क्लिप और यह वीडियो एक ही है। इसमें ऑडियो और टेक्स्ट अलग से डाला गया है | यह वीडियो अब हटा दिया गया है | हथियार की तस्वीर एक स्टॉक इमेज फ़ोटो है जिसे ऑनलाइन एके 47 के रूप में वर्णित किया गया है ।

खान की फ़ेसबुक प्रोफाइल कहती है कि वह खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के साथ काम करता है।

उनकी वर्तमान फ़ेसबुक प्रोफाइल तस्वीर में उन्हें संस्थान की वर्दी पहने हुए दिखाया गया है । बूम ने तुलना की और पाया की वह अपने फेसबुक प्रोफाइल फोटो के साथ वीडियो में देखा जा सकता है।

यह स्पष्ट नहीं है कि नसरुल्ला खान ने यह वीडियो हेकड़ी में पोस्ट किया या फिर मजाक में पोस्ट किया है, जैसा कि वीडियो पर किए गए कई कमेंट से पता चलता है कि पुलिस ट्रेनियों को मुहर्रम ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था । मुहर्रम 10 सितंबर, 2019 को मनाया जाएगा ।

अपडेट

4 सितंबर, 2019 को फेसबुक पेज पीटीसी हंगू ने वीडियो के बारे में बूम के प्रश्न का उत्तर दिया और पुष्टि की कि यह कॉलेज में शूट किया गया था । पेज ने यह भी कहा कि वीडियो में दिखाई देने वाले लोग आतंकवादी नहीं थे और उन्हें मुहर्रम ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था ।

“Yes this is PTC Hangu but its not terrorist, all solider going to Muharram Ul Haram Special Duty.” – PTC Hangu

स्वस्ति चटर्जी द्वारा अतिरिक्त रिपोर्टिंग

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