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फ़ैक्ट चेक

पी.ओ.के में मानवाधिकार हनन विरोधी नारों का एक चार साल पुराना वीडियो फ़िर वायरल

पाकिस्तान सरकार के ख़िलाफ मुज़फ़्फ़राबाद, गिलगिट एवं कोटली में हो रहे विरोध प्रदर्शन का है | ट्विटर एवं फ़ेसबुक पर इस वीडियो क्लिप को भ्रामक दावों के साथ शेयर किया गया है

By - Saket Tiwari | 3 Sep 2019 11:19 AM GMT

चार साल पहले सितम्बर 2015 में सी.एन.एन आई.बी.एन समाचार चैनल ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के) में हो रहे विरोध प्रदर्शन का वीडियो जारी किया था | इस वीडियो में बहुत से लोग पाकिस्तान सरकार की निंदा करते नज़र आते है |

इस वीडियो को अब फ़ेसबुक एवं ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है | साथ ही अलग अलग कैप्शन दिए जा रहे हैं | जहाँ फ़ेसबुक पर कैप्शन है: POK के लोग मांग रहे है पाकिस्तान से आजादी, इनकी आवाज UN कब सुनेगा ?, वहीँ ट्विटर पर पिछले महीने शेयर हुए इसी वीडियो का कैप्शन था: "#इंडिया फॉर कश्मीर #इंडियन आर्मी इन कश्मीर | "हम भारत में बेहतर होंगे" | पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लोग पाकिस्तान से आज़ादी चाहते हैं | एक सन्देश उन लोगों के लिए जो सोचते हैं की कश्मीरी जनता पाकिस्तान के साथ है |"

ट्विटर पर यह वीडियो गीतिका शर्मा नमक यूज़र ने शेयर किया है जिन्होंने कैप्शन में लिखा है "हम भारत में बेहतर होंगे" परन्तु वीडियो में ऐसा कुछ नहीं बोला जा रहा है | वीडियो में लोग कश्मीर को अपना बता रहे हैं |

आपको बता दें की यह विरोध एवं नारेबाज़ी चार साल पुरानी है एवं इसका हाल में कश्मीर में चल रही राजनैतिक गतिविधियों से सम्बन्ध नहीं है |

आप कुछ पोस्ट्स नीचे देख सकते हैं एवं इनके आर्काइव्ड वर्शन यहाँ एवं यहाँ देखें |

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फ़ैक्ट चेक

बूम ने वीडियो को कीफ्रेम्स में तोड़कर रिवर्स इमेज सर्च किया एवं हमें यूट्यूब पर सी.एन.एन आई.बी.एन का एक वीडियो मिला जिसमें दावा है की वीडियो उन्होंने ही ग्राउंड जीरो पर जाकर शूट किया है |

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वीडियो के प्रकाशित होते ही पाकिस्तान सरकार हरकत में आयी और बयान में कहा था की वीडियो फ़र्ज़ी है एवं पी.ओ.के में मीडिया आज़ाद है | यह विरोध सी.एन.एन आई.बी.एन के अनुसार मुज़फ़्फ़राबाद, गिलगिट एवं कोटली में हुआ था | यह तीनो जगहें पी.ओ.के में स्थित हैं |

पाकिस्तान सरकार का जबाब भी आई.बी.एन ने प्रकाशित किया था |

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हमें इसपर न्यूज़ 18 द्वारा प्रकाशित एक लेख भी मिला जो सी.एन.एन आई.बी.एन को ही श्रेय दे रहा है | इसके अलावा द क्विंट ने भी इसपर समाचार लेख प्रकाशित किया था |

बूम स्वतंत्र रूप से इस वीडियो के सच्चे होने की पुष्टि नहीं करता है | हम सिर्फ यह स्थापित कर रहे हैं की यह वीडियो पुराना है |

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