छत्तीसगढ़ में हुए एक्सीडेंट का वीडियो साम्प्रदायिक दावे से वायरल
BJP IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्सीडेंट का वीडियो साम्प्रदायिक बताकर शेयर किया. हालांकि बूम ने जशपुर की एडिशनल एसपी से बात की जिन्होंने घटना में कोई भी साम्प्रदायिक कोण होने से इंकार किया.
नवरात्र के बाद दशहरे के दिन दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन को जा रहे लोगों की एक भीड़ को एक तेज़ रफ़्तार कार निर्ममता से कुचलते हुए निकल गई. ये घटना छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जशपुर (Jashpur) ज़िले के पत्थलगाँव में हुई थी. इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया तो लोगों में भारी रोष हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैे.
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सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर कर कई लोग लिखने लगे कि ये लखीमपुर की घटना का दुहराव है और इस मामले में सरकार को कड़ा फ़ैसला लेना चाहिए.
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को हाल ही में कवर्धा में हुई साम्प्रदायिक हिंसा से जोड़कर शेयर किया जाने लगा. ख़बरों के मुताबिक़ दो समुदायों के बीच झंडा लगाने को लेकर उपजे विवाद की वजह से कवर्धा में काफ़ी तनाव का माहौल था और 5 अक्टूबर को साम्प्रदायिक हिंसा भी हुई थी.
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भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस वीडियो को शेयर कर अंग्रेज़ी में लिखा कि 'छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक हिंदू धार्मिक जुलूस के ऊपर एक तेज़ रफ्तार वाहन बिना किसी उकसावे के दौड़ता है. सांप्रदायिक प्रोफाइलिंग और हिंदुओं पर हमले का यह दूसरा ऐसा उदाहरण है, जबकि सीएम भूपेश बघेल गांधी भाई-बहनों को यूपी में राजनीतिक आधार खोजने में मदद करने में व्यस्त हैं.'
इस वीडियो बिल्कुल इसी कैप्शन के साथ ट्विटर पर कई और यूज़र्स ने शेयर किया है.
फ़ेसबुक पर ये वीडियो इसी दावे के साथ कि ये मामला साम्प्रदायिक है, कोई यूज़र्स ने शेयर किया है.
फ़ैक्ट-चेक
15 अक्टूबर को जशपुर के पत्थलगाँव में श्रद्धालुओं का एक जत्था दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन को जा रहा था जब एक कार ने उन्हें कुचल दिया. दैनिक भास्कर की एक खबर के मुताबिक़ इस घटना में एक व्यक्ति की मौक़े पर ही मौत हो गई जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. बाद में ड्राइवर को भीड़ ने पकड़ लिया और पता चला कि ये गाँजा तस्करों की गाड़ी थी.
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रिपोर्ट्स के अनुसार कार में गांजा भरा हुआ था और तस्कर इसे ओडिशा से मध्य प्रदेश के सिंगरौली ले जा रहे थे, जब कार बेक़ाबू होकर भीड़ से टकरा गई. लोगों ने ड्राइवर को पकड़ लिया और उस गाड़ी को आग लगा दी. जिन दो लोगों को पुलिस ने पकड़ा है उनका नाम बबलू विश्वकर्मा और शिशुपाल साहू है. इस मामले में अभी तक सिर्फ़ दो लोगों को ही गिरफ़्तार किया गया है और दोनों ही गाँजा तस्कर थे और हिंदू समुदाय से ही हैं.
बूम ने इस मामले से जुड़ी तमाम न्यूज़ रिपोर्ट्स पढ़ीं और ग्राउंड पर इस घटना को कवर कर रहे पत्रकारों से भी बात की. किसी ने भी इस घटना में किसी भी तरह के साम्प्रदायिक एंगल होने की बात से इंकार किया.
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बूम ने जशपुर की एडिशनल एसपी (ADSP) प्रतिभा पाण्डेय से इस संबंध में बात की. उन्होंने बूम को बताया, "इस घटना में किसी भी तरह का कोई साम्प्रदायिक एंगल नहीं है. दोनों ही पक्ष एक समुदाय से हैं और गाड़ी चलाने वालों में कोई भी अन्य समुदाय से नहीं है." पांडे ने बूम को बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है और अब आगे की कार्रवाई की जा रही है.
हमें इस मामले की FIR कॉपी भी मिली जिसमें दोनों आरोपी, बबलू विश्वकर्मा और शिशुपाल शाहू के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज़ की गई थी.
16 अक्टूबर को जशपुर पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़ बरामद की गई गाड़ी में से मादक पदार्थ मिला है और दोनों आरोपियों बब्लू विश्वकर्मा और शाहू को गिरफ़्तार किया जा चुका है.