पिछले हफ़्ते वायरल हुईं पांच मुख्य फ़र्ज़ी ख़बरें
बूम की साप्ताहिक पेशकश 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में पढ़िए बीते सप्ताह फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हुईं तस्वीरों और वीडियो का फ़ैक्ट चेक.
सोशल मीडिया पर बीते हफ़्ते कई पुरानी व असंबंधित तस्वीरें, वीडियो और पोस्ट फ़र्ज़ी दावों (fake news) के साथ वायरल हुए. नेटीज़ेंस ने इन फ़र्ज़ी और भ्रामक दावे वाले वायरल पोस्ट्स (viral) पर विश्वास करते हुए सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म पर बड़े पैमाने पर शेयर किया. बूम ने जब इन वायरल पोस्ट की जांच की तो ये दावे फ़र्ज़ी निकले.
बूम की साप्ताहिक रिपोर्ट 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में इस हफ़्ते जो फ़ेक न्यूज़ शामिल हैं उनमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की रैली का एक वीडियो, दिल्ली की अकबर रोड का नाम बदलने के दावे से वायरल पोस्ट, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के ईसाई धर्म अपनाने के दावे से वायरल वीडियो, उत्तर प्रदेश में दुर्गा पूजा में हिंसा बताकर शेयर की गई एक वीडियो और भारतीय सेना द्वारा चीनी सैनिकों को बंदी बनाने के दावे से वायरल एक तस्वीर शामिल हैं.
1. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की रैली से अज़ान के दावे से वायरल वीडियो
बूम ने अपनी जांच में पाया कि रैली की शुरुआत में ही प्रियंका गांधी के मंच पर आने के बाद सभी धर्मों के धार्मिक गुरुओं द्वारा भाईचारे की गंगा-जमुनी तहज़ीब के तहत स्तुति करवाई गई थी, नाकि सिर्फ़ अज़ान. वायरल दावे में कोई सच्चाई नहीं है.
क्या Congress की किसान न्याय रैली में मंच से सिर्फ़ अज़ान पढ़ी गई?
2. वायरल पोस्ट का दावा- दिल्ली की अकबर रोड का नाम बदलकर सम्राट विक्रमादित्य मार्ग किया गया
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. बूम से बात करते हुए नई दिल्ली नगर पालिका परिषद् के एसई एच.पी सिंह ने स्पष्ट किया कि अकबर रोड का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है.
नहीं, दिल्ली की अकबर रोड का नाम बदलकर सम्राट विक्रमादित्य मार्ग नहीं किया गया
3. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के ईसाई धर्म अपनाने के दावे से वायरल वीडियो
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं बल्कि सिमरनजीत सिंह नाम का एक व्यक्ति है.
वीडियो पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को ईसाई दीक्षा ग्रहण करते नहीं दिखाता
4. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में दुर्गा पूजा के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा बताकर शेयर किया गया वीडियो
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बीते दिनों दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प का है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने वायरल वीडियो में किये गए दावे का खंडन किया है.
UP में दुर्गा पूजा के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा बताकर छत्तीसगढ़ का वीडियो वायरल
5. भारतीय सेना ने डेढ़ सौ से ज़्यादा चीनी सैनिकों को बंदी बनाने के दावे से तस्वीर शेयर की गई
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा फ़र्ज़ी है. वायरल तस्वीर एक निर्माणाधीन फ़िल्म के दृश्य का हिस्सा है.
फ़िल्म शूट की तस्वीर भारतीय सेना द्वारा पीएलए सैनिकों को पकड़ने के रूप में वायरल