साल 2013 का एक पुराना वीडियो वायरल इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उनका सिक्योरिटी गार्ड हार्ट अटैक की वजह से गिरा और वहीं उसकी मौत हो गई लेकिन प्रधानमंत्री ने उसे नजरअंदाज़ कर दिया. ये पोस्ट प्रधानमंत्री की तुलना एक दूसरे वीडियो में मौजूद पोप फ्रांसिस के बर्ताव से करता है जिसमें पोप के काफिले के बीच ही एक पुलिस अधिकारी अपने घोड़े से गिरने पर पोप फ्रांसिस अपना काफिला रुकवाकर उसे देखने जाते हैं. फेसबुक यूजर नचिकेत देसाई ने ये दो वीडियो एक साथ शेयर किए जो कि न्यूज एजेंसी युनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया के कन्सल्टिंग राजनीतिक संपादक हैं. उनकी टाइमलाइन से ये वीडियो 23,000 से ज्यादा बार शेयर की गई.
Full View 45 सेकंड के नरेंद्र मोदी के वीडियो में एक व्यक्ति को गिरते हुए देखा जा सकता है. हालांकि नरेंद्र मोदी ने पीछे मुड़कर देखा लेकिन अपना भाषण जारी रखा. जबकि कुछ अन्य लोग उस व्यक्ति के पास पहुंचे और उसे अपने पांव पर खड़े होने में मदद की. वीडियो में मंच से पुलिस की वर्दी पहने उस व्यक्ति को ले जाते हुए देखा जा सकता है. तो, कब हुई ये घटना और क्या ये सुरक्षाकर्मी हार्ट अटैक से मर गया? हमने असली वीडियो को ढूंढ़ा तो पाया कि ये घटना 15 अगस्त 2013 की है जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे ना कि प्रधानमंत्री जैसा वायरल पोस्ट में दावा किया गया है. हमने पाया कि ये वायरल वीडियो नरेंद्र मोदी के आधिकारिक
यूट्यूब चैनल पर लाइव चले उनके 2 घंटे 30 मिनट के भाषण का छोटा हिस्सा है. इस वीडियो के साथ दिया विवरण बताता है कि ये गुजरात के भुज में आयोजित 67वें ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के भाषण का हिस्सा है. लेकिन जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उससे उलट नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड वीडियो में ये हिस्सा दिखता ही नहीं क्योंकि जैसे ही पुलिस ऑफिसर मंच पर गिरता है,कैमरा दूसरी तरफ घूम जाता है. [video data-width="1334" data-height="750" mp4="https://hindi.boomlive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/06/FOR-SWAPNESH.mp4"][/video] असल वीडियो की तलाश करते हुए हमने ये भी खोजा कि ये वीडियो सोशल मीडिया पर पहली बार कब आया और कब इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्युरिटी गार्ड के गिरने और प्रधानमंत्री के नजरअंदाज करने से जोड़ दिया गया. तो जो सबसे पुराना वीडियो हमें यूट्यूब पर मिला वो 10 अप्रैल 2014 का था और साथ में लिखा था कि, “ मोदी के भाषण के दौरान सिक्युरिटी गार्ड मंच पर गिर गया लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया और भाषण देते रहे जैसे कुछ हुआ ही ना हो.’’ इस वीडियो को लगभग 3,600 बार देखा जा चुका है.
Full View तथ्य : जो व्यक्ति मंच पर बेहोश हुआ वो सिक्योरिटी गार्ड नहीं था बल्कि राज्य के उच्चतम पुलिस अधिकारी और पुलिस महानिदेशक अमिताभ पाठक थे. पुलिस महानिदेशक को वहीं पर तुरंत मेडीकल सुविधा उपलब्ध कराई गई और उस दिन उनकी मौत नहीं हुई जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल मेसेज में कहा जा रहा है. लेकिन बदकिस्मती से,
टाइम्स ऑफ इंडिया की 24 अगस्त 2013 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ पाठक की मौत इस घटना के एक हफ्ते बाद अपने परिवार के साथ थाइलैंड में छुट्टियां मनाते हुए हुई. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 58 साल के पाठक मुख्यमंत्री के बिल्कुल पीछे गिरे और गिरने की वजह हाई ब्लड प्रेेशर और शुगर लेवल में बदलाव था. हालांकि बाद में बाद में डॉक्टर ने उन्हें छुट्टियों पर जाने की इजाजत दी जहां स्विमिंग पुल से बाहर निकलते समय उन्हें भारी हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई. वहीं दूसरी तरफ
न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक, पोप फ्रांसिस का वीडियो 18 जनवरी 2018 को सीटी ऑफ आइकिक,चिली के उनके हालिया दौरे का है जहां भीड़ को अभिवादन करते हुए शहर के तटीय इलाके की ओर सैर के लिए बढ़ रहे थे. लेकिन अचानक से उनकी सुरक्षा में मौजूद पुलिस अधिकारी के घोड़ा अचानक से बिगड़ गया और हिनहिनाते हुए पुलिस अधिकारी को जमीन पर पटक दिया. पोप ने इस घटना को देखते ही अपनी काफिला रोका और अपनी कार से उतर कर पुलिस अधिकारी को सांत्वना देने के लिए पहुंचे. ये महिला पुलिस अधिकारी एना बेलेन एग्विलेरा थी जिन्हें किसी भी तरह की गंभीर चोट नहीं पहुंची थी.