फ़ेसबुक पर एक पुराना वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है | यूसुफ़ खान नामक फ़ेसबुक यूज़र ने इस वीडियो को शेयर किया है जिसमें भीड़ एक शख़्स को पकड़ती है एवं उसे बुर्का उतारने को कहती है | साथ ही साथ उसे मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने की साजिश करने का भी आरोपी करार देती है | भीड़ द्वारा दबाव बनाने जाने के बाद वो शख़्स बुर्का उतार देता है | इस क्लिप के साथ दावा किया जा रहा है की यह शख़्स भारतीय जनता पार्टी का सदस्य है और मुस्लिम औरतों को बदनाम कर रहा था | कैप्शन में लिखा है: "भाजपा का आदमी पकड़ा गया.. बुरखे में. मुस्लिम औरत को बदनाम कर रहा था" | आपको बता दें की यह दावा फ़र्ज़ी है एवं घटना को राजनैतिक बनाने की कोशिश है |
वीडियो में लोग यह भी कहते हुए सुने जा सकते है की दोषी को महिला टॉयलेट से निकलते हुए पकड़ा गया है और बार बार पूछते सुना जा सकता है की ऐसा क्यों कर रहा था |
आप इस पोस्ट को यहाँ और इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देखें |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो गूगल कीवर्ड सर्च किया जिसमें 'Man enters women toilet wearing burqa' कीवर्ड्स का प्रयोग किया | हमने यूट्यूब पर समान वीडियो पाया जिसमें यह घटना गोवा की बताई गयी और बुर्का पहने शख़्स का नाम वर्जिल फर्नांडेस बताया गया है |
हमने फिर कीवर्ड्स में गोवा जोड़कर गूगल सर्च किया तो कई लेख मिले जो इस घटना के बाद फ़रवरी 2019 में लिखे गए थे | बूम ने इस पर पहले भी लेख लिखा है |
Video Of Burqa-clad Man Viral With Misleading Claims
बूम ने मार्च 2019 में गोवा पुलिस से संपर्क किया था | उस वक़्त पुलिस इंस्पेक्टर विवेक हलर्नकर ने पुष्टि की थी की वीडियो में दिख रहा शख़्स वर्जिल फ़र्नांडेज़ है | हलर्नकर ने तब कहा था, "फिलहाल वो बेल पर बाहर है | यह आदमी एक सरकारी कर्मचारी है जिसका मानसिक बीमारी के कारण इलाज़ जारी है | हमने सारे दावों का सत्यापन किया है |"
एशियन न्यूज़ इंटरनेशनल के लेख में इस घटना का ब्यौरा दिया गया है| ए.एन.आई ने 17 फ़रवरी को लिखा, "गोवा पुलिस ने एक 35 वर्षीय आदमी तो बुर्का पहनकर महिला टॉयलेट से बहार आते पकड़ा | यह घटना पणजी बस स्टैंड पर हुई| आरोपी का नाम वर्जिल फर्नांडेस है जिसे बस स्टैंड पर लोगों द्वारा पकड़ा गया जिसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ |"