फैक्ट चेक

भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच मोहन भागवत का वीडियो हुआ गलत सन्दर्भ में वायरल

वीडियो में दावा किया गया है की भागवत ने भारतीय सेना की तुलना आरएसएस से की है

By - Ashraf Khan | 1 March 2019 7:26 PM IST

सोशल मीडिया पर इन दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव की ख़बरें आम हैं। फ़ेसबुक और ट्विटर पर धड़ल्ले से वीडिओज़ वायरल किये जा रहे हैं जिसमे लोग दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं।

Mohan Bhagwat Feature Image

इसी सिलसिले में फ़ेसबुक पर एक पोस्ट 'डेली इंडिया' नामक पेज पर शेयर किया गया है जहाँ इसे एक हज़ार से ज़्यादा शेयर्स मिले हैं। पोस्ट के साथ कैप्शन कहता है, "मोहन भागवत का विवादित बयान, कहा- सेना से पहले 3 दिन में आरएसएस के लोग तैयार हो जाएंगे। अब इसे भेजो पहले बॉर्डर पर ओर बोलो जाओ पाकिस्तान को तबाह करके ही लौटना वर्ना वहीं रह जाना। "

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इस पोस्ट के आर्काइवड वर्शन को यहाँ देखा जा सकता है।

इस पोस्ट को 'बिवेयर ऑफ़ फ़्रौड मीडिया' नामक पेज पर भी शेयर किया गया है जहाँ इसे दो हज़ार शेयर्स मिले है।

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फ़ेसबुक पर इस पोस्ट को काफ़ी जगह शेयर किया गया है।

इसे ट्वीट भी किया गया है।

फैक्ट चेक

इस वीडियो में आप एबीपी न्यूज़ की एंकर को यह कहते सुन सकते हैं: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मुताबिक अगर भारत की आने वाले दिनों में पाकिस्तान के साथ युद्ध की स्थिति बनती है तो भारतीय सेना के तैयार होने से पहले आरएसएस की सेना तैयार है

यह वीडियो दरअसल एक पुराना वीडियो है जिसे हाल में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए एक बार फ़िर से वायरल किया गया है |

यह वीडियो पहले फरवरी 2018 में वायरल हुआ था। एक वर्ष के बाद इसे फ़िर से गलत सन्दर्भ में वायरल किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की सेना के बारे में टिप्पणी की न्यूज़ रिपोर्ट्स ने काफ़ी सुर्खियां बटोरी थी जिसमें बताया गया कि उन्होंने संगठन और भारतीय सेना के बीच तुलना की है।

हालांकि उस वक़्त आरएसएस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने कहा था कि उसके प्रमुख द्वारा दिए गए बयानों को मीडिया में गलत तरीके से पेश किया गया है।

आरएसएस ने अपने ऑफिशियल हैंडल इस सिलसिले में एक ट्वीट कर के साफ़ किया था की कैसा भगवत के बयान को गलत सन्दर्भ में वायरल किया जा रहा है | आरएसएस ने इस बाबत एक आफशियल बयान भी ज़ारी किया था जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं |

वीडियो में भागवत को यह कहते हुए सुना जा सकता है ,“संघ तीन दिनों के भीतर सैन्य कर्मियों को तैयार करेगा जो सेना 6-7 महीनों में करेगी। यह हमारी क्षमता है। अगर देश ने ऐसी स्थिति का सामना किया और संविधान ने ऐसा करने की इजाजत दी, तो स्वयं सेवक मोर्चे पर जाने के लिए तैयार होगा।"

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आरएसएस पर तब निशाना साधते हुए कहा था की भागवत का बयान प्रत्येक भारतीय के लिए एक अपमान है।

हालांकि आरएसएस ने न्यूज़ रिपोर्टों का खंडन किया था ।

भागवत ने आगे कहा था, "हमारा कोई सैन्य समूह नहीं है। (लेकिन) हमारे पास सेना जैसा अनुशासन है। अगर राष्ट्र को इसकी आवश्यकता है (और) अगर संविधान अनुमति देता है तो सेना को तैयार होने में 6-7 महीने लगेंगे। (यदि) संघ के स्वयंसेवको को लेंगे, तीन दिन में तैयार हो जाएंगे | ये हमारी क्षमता । लेकिन हम एक मिल्टरी संघटन नहीं हैं। पैरा-मिलिट्री ग्रुप भी नहीं। हम एक पारिवारिक संगठन हैं।"

आरएसएस के राकेश सिन्हा के इस सन्दर्भ में एक ट्वीट भी किया था ।

इस विषय से जुड़ती एक न्यूज़ रिपोर्ट बूम ने की थी जिसे यहाँ पढ़ा जा सकता है।

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