दो पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और राजीव गांधी की एक पुरानी तस्वीर हो रही है सोशल मीडिया पर वायरल। इस फ़ोटो के साथ दावा किया गया है की यह इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार के दौरान ली गई तस्वीर है। दरअसल, यह दावा गलत है।
फ़ोटो में सोनीया, राहुल और प्रियंका गांधी को भी देखा जा सकता है। इस तस्वीर में पी चिदंबरम भी दिखाई पड़ते हैं, जिन्हें बाईं ओर देखा जा सकता है।
यह फ़ोटो सोशल मीडिया पर कुछ इंटरनेट यूज़र्स द्वारा इस सन्दर्भ में वायरल की जा रहा है की अंतिम संस्कार के दौरान नरसिम्हा राव की हथेलियों के विपरीत गांधी परिवार के सदस्यों को दोनों हथेलियों को खोलकर प्रार्थना करते हुए देखा जा सकता है ।
फ़ोटो को एक पुरानी साजिश को हवा देते हुए शेयर किया जा रहा है कि गांधी परिवार ने हमेशा अपनी मुस्लिम पहचान छिपाई है।
इस फ़ोटो को ट्विटर यूज़र द्वारा फिर से शेयर किया गया और एक फ़ेक न्यूज़ हिंदी वेबसाइट दैनिक भारत द्वारा वायरल भी किया गया है । इस रिपोर्ट का आर्काइवड वर्शन देखने के लिए यहाँ क्लिक करे।
हालांकि शुरुआती ट्वीट में यह दावा नहीं किया गया था कि यह फोटो इंदिरा गांधी की अंत्येष्टि में लिया गया था, लेकिन अब यह गलत दावे के साथ ट्विटर और फ़ेसबुक पर वायरल हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस सन्दर्भ में किये गए ट्वीट को रीट्वीट किया है ।
इसे फ़ेसबुक पेज 'इंडिया इजरायल कनेक्ट' द्वारा भी पोस्ट किया गया है । पोस्ट का कैप्शन कहता है, "इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार में - बेटा राजीव गांधी इस्लामिक मोड में प्रार्थना क्यों कर रहा है? और पीवी नरसिम्हा राव इसे हिंदू तरीके से कर रहे हैं। "(संग्रहीत लिंक)
इस फ़ोटो को 100 से ज़्यादा शेयर्स मिले हैं ।
https://www.facebook.com/iicconnect/photos/a.1303590069680144/2138841242821685/?type=3&permPage=1फैक्टचेक
बूम ने गूगल रिवर्स इमेज की मदद से दो लिंक पाए जिस पर इससे मिलती जुलती तस्वीर शेयर की गई हैं।
हमें उत्तरी वजीरिस्तान से एक राजनेता मोहसिन डावर का ट्वीट भी मिला।
इंटरनेट वेबसाइट www.skyscrapercity.com पर भी यही फोटो देखी जा सकती है।
यह फ़ोटो दरअसल 21 जनवरी 1988 को स्वतंत्रता सेनानी खान अब्दुल गफ्फार खान के अंतिम संस्कार के दौरान ली गई थी। इस फ़ोटो को ट्विटर और वेबसाइट दोनों पर देखा जा सकता है। खान अब्दुल गफ्फार खान को पेशावर में 'फ्रंटियर गांधी' या बाशा खान के नाम से जाना जाता था । यह फ़ोटो एक पुस्तक से ली गई प्रतीत होती है।
खान को 98 साल की उम्र में 20 जनवरी, 1988 को मृत्यु से छह महीने पहले हार्ट स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था।
हमें न्यूयॉर्क टाइम्स और एल ए टाइम्स की रिपोर्ट्स भी मिली हैं जो पुष्टि करती है । खान के अंतिम संस्कार में उस वक़्त के भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गाँधी और उनके मंत्रिमंडल और परिवार के कुछ सदस्य भी शामिल हुए थे ।
नीचे संयुक्त प्रेस इंटरनेशनल द्वारा की गयी रिपोर्ट का अंश है।
"Prime Minister Rajiv Gandhi became the first Indian leader to visit Pakistan in 28 years today, flying to Peshawar to pay last respects to a leader in the fight to end British colonial rule of the Indian subcontinent four decades ago.
An Indian military aircraft carrying Gandhi, his Italian-born wife, Sonia, and several Cabinet ministers, touched down in the capital of the North West Frontier Province, 100 miles west of Islamabad, at 12:49 p.m., airport authorities said. "
हमें यूट्यूब पर एक वीडियो भी मिला जिसमें एक रंगीन तस्वीर शामिल है जिसमें एक अलग कोण से
यही दृश्य दिखाया गया है।
खान अब्दुल गफ्फार खान, जिन्हें 'फ्रंटियर गांधी' के रूप में भारत में जाना जाता है | उन्हें उप महाद्वीप में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने और अपने पश्तून जनजातियों के हित के लिए सारा जीवन काम करते रहने के लिए जाना जाता है । विशालकाय खान, शाब्दिक और आलंकारिक रूप से, महात्मा गांधी के करीबी दोस्त और अहिंसा के आजीवन समर्थक थे। उन्होंने ब्रिटिश और पाकिस्तानी जेलों में तथा निर्वासन में कई दशक बिताए थे ।
इंदिरा गांधी का अंतिम संस्कार
ज्ञात रहे की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अंतिम संस्कार 3 नवंबर, 1984 को हिंदू रीति-रिवाजों को ध्यान में रखते हुए इंदिरा गांधी का अंतिम संस्कार किया गया था। 31 अक्टूबर 1984 को उनके दो अंगरक्षकों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी।
इस रिपोर्ट को अपडेट किया गया है।