फ़ेसबुक पर 'ज़ी न्यूज़ फैन क्लब' नामक पेज पर एक वीडियो शेयर किया गया है जिसमे आप एक गाय को दयनीय हालत में देख सकते है। इस पोस्ट को 1000 से ज़्यादा शेयर्स मिले है।
https://www.facebook.com/rashtrawadizeenews/videos/2074798902615191/
यह एक पुराना वीडियो है जिसे वर्ष 2017 में इस कैप्शन के साथ शेयर किया गया था "मुसलमानो ने गाय के मुँह में बम फोड़ दिया और उसे मरने की हालत में छोड़ गए।"
इस वीडियो में गाय का जबड़ा पूरी तरह ज़ख़्मी हो चुका है और वो असहनीय दर्द में इधर उधर घूमती नज़र आ रही है ।
वर्ष 2017 में इस वीडियो को शंखनाद नामक ट्विटर अकाउंट से 45,000 व्यूज और 4 हज़ार से ज़्यादा रीट्वीट मिले थे । ज्यादातर प्रतिक्रियाएँ रोष व्यक्त करती हुई थी ।
वीडियो के साथ दावा किया गया है कि स्थानीय मुसलमानों ने एक गाय को बम खिलाया था और विस्फोट होने के कारण इस गाय का जबड़ा उड़ गया था । ट्वीट में यह भी दावा किया गया कि जहाँ यह हादसा हुआ वहां माहौल काफ़ी तनावपूर्ण था लेकिन मुसलमानों की सुरक्षा के लिए वहां स्थानीय पुलिस तैनात की गई थी।
क्या है वीडियो की सच्चाई ?
'नई दुनिया' नामक हिंदी दैनिक के दिसंबर 11, 2017 की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना मध्य प्रदेश के विदिशा शहर में घटी थी । गाय, जो सड़क पर भटक रही थी, सड़क के किनारे की दुकानों के पास रखे सामानों को खाने लगी थी । गाय ने उस बम को भी चबा लिया जो एक बैग में था जिसके बाद बम फट गया और गाय घायल हो गई थी ।
न्यूज़ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि विस्फोट की आवाज सुनकर लोग मौके पर जमा हो गए थे । हालांकि, पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्थिति नियंत्रण में थी। बाद में, बजरंग दल के कुछ सदस्य मौके पर इकट्ठा हुए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी ।
मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने उस वक़्त ट्वीट कर इस हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी। उन्होंने कहा, "स्थानीय पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच किसी भी सांप्रदायिक शरारत की ओर इशारा नहीं करती थी। सिंह ने शंखनाद के ट्वीट को भी टैग किया और स्पष्ट किया कि गाय ने स्थानीय आदिवासी लड़कों द्वारा जंगली सूअर का शिकार करने के लिए गलती से झाड़ियों में रखा एक कच्चा बम चबा लिया था।"
FIR has been registered in this case. Initial investigations suggest that some tribal boys had hidden a ‘suar bomb’ in the bushes, which the poor cow inadvertently chewed. Tribal dwellings have been cleared from that area.
— Bhupendra Singh (@bhupendrasingho) December 12, 2017
Investigations do not point to any communal mischief. https://t.co/SaLEHysJcR
इस विषय पर बूम द्वारा की गयी एक रिपोर्ट को आप यहां पढ़ सकते है।