परेशान कर देने वाली यह फुटेज जिसमें एक आदमी पर दिन-दहाड़े चोरी के लिए हमला हुआ है, इस झूठे दावे के साथ शेयर की जा रही है की आरोपी प्रवासी मज़दूर हैं जो पैसों के लिए एक पुरुष को मार रहे हैं |
बूम ने पाया की यह घटना दिल्ली के बलजीत नगर की है जहाँ आरोपी नाबालिक है और इसी इलाके से है |
दिल्ली पुलिस ने बूम को बताया की आरोपी प्रवासी कर्मचारी नहीं है और पीड़ित ज़िंदा है |
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इस वीडियो में दो पुरुष पीड़ित व्यक्ति का पीछा करते देखें जा सकते है जहाँ अचानक से वे हमला कर देते है - उनमें से एक पीड़ित को गले से दबोच लेता है, और दूसरा व्यक्ति का सामान लूटता है | मौका मिलते ही आरोपी घटनास्थल से पीड़ित व्यक्ति को अचेतन अवस्था में पीछे छोड़ भाग खड़े हुए | इस वीडियो के साथ लिखे कैप्शन से लोगों को रात में बाहर ना जाने की सलाह के साथ यह दावा कर चेतावनी दी जा रही है की " प्रवासियों/मज़दूरों/गरीब लोग पैसों के लिए मासूमों की हत्या कर रहे है" | कैप्शन का अनुवाद यह है की: "कृपया रात के वक़्त बाहर ना जाए क्योंकि कुछ प्रवासियों/मज़दूरों/गरीब लोग पैसों /आभूषणों के लिए मासूमों की हत्या कर रहे है क्योंकि मार्केट में नकद की कमी है | इस तरह की वारदाते आने वाले समय में बार-बार होने ही वाली है...क्योंकि देशभर में नकद रोटेशन नहीं हो रहा है और दैनिक मज़दूरों के पास कोई नकद राशि नहीं है |"
यह वीडियो फ़ेसबुक पर भी इसी गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है जिसमें दिल्ली के ही एक दूसरा वीडियो को भी जोड़ा गया है जिसे बूम ने पहले भी फ़ैक्ट चेक किया है | इस रिपोर्ट को यहाँ पढ़े |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पता लगाया की इस घटना के आरोपी उसी इलाके के रहने वाले नाबालिग़ हैं न कि प्रवासी मज़दूर | स्थानीय पुलिस प्रशासन ने भी बूम को बताया की पीड़ित व्यक्ति अब भी ज़िंदा है जिसके बिलकुल उलट वायरल पोस्ट में दावा किया गया है |
वीडियो में बाएं तरफ के ऊपरी कोने पर तारीख़ के स्टैम्प अप्रैल 14, 2020 को लिखा देखा जा सकता है और 'बलजीत नगर' को फुटेज के दाईं तरफ निचले कोने में लिखा पाया जा सकता है |
हमारे सामने 'बलजीत नगर' और 'चोरी' के शब्दों को कीवर्ड सर्च करने पर कई हिंदी मीडिया आउटलेट्स की न्यूज़ रिपोर्ट्स आयी जैसे नवभारत टाइम्स, जनसत्ता और ऐबीपी न्यूज़ | हमें जनसत्ता और ऐबीपी न्यूज़ द्वारा छपी तस्वीरें वायरल वीडियो के दृश्यों के साथ मेल खाती हुई मिली |
ऐबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी नाबालिक है और जिन्होंने पीड़ित व्यक्ति का मोबाइल फ़ोन चुराया है |
इसके बावजूद हमनें पियूष जैन, जोकि दिल्ली केंद्र पुलिस के सहायक पुलिस आयुक्त है से संपर्क किया जिन्होनें कहा, " यह घटना अप्रैल की है जहाँ आरोपियों ने पीड़ित व्यक्ति का मोबाइल फ़ोन चुराया और घटनास्थल से फरार हो गए |" उन्होने यह भी कहा की आरोपी और पीड़ित स्थानीय निवासी है और आरोपी नाबालिक है |