एक परेशान कर देने वाला वीडियो जिसमे कुछ लोग एक वृद्ध व्यक्ति से मारपीट करते हुए उसके कपड़े उतारने की कोशिश करते नज़र आ रहे हैं, फ़ेसबुक पर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रहा है | दावा है की यह घटना भारत में हुई है |
बूम ने पड़ताल में पाया कि यह घटना बांग्लादेश के चिट्टागोंग डिवीज़न में चकरिया उपजिला इलाके की है और करीब तीन महीने पुरानी है |
इस वीडियो में एक वृद्ध व्यक्ति को भीड़ के बीच में देखा जा सकता है | लोग उसे धक्का मार रहे हैं और उसके कपड़े फाड़ रहे हैं | वह व्यक्ति गिड़गिड़ा रहा है |
बांग्लादेश के दर्दनाक घटना की तस्वीर को आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ किया गया वायरल
वायरल वीडियो के साथ शेयर एक कैप्शन है: क्या कोई धर्म या कोई मजहब ऐसा करने की इजाजत देता है जाहिल गवार लोग एक बुजुर्ग आदमी की इज्जत उछा रहे हैं इंसान की सबसे बड़ी दौलत है और ताकत उसकी इज्जत होती है और अखलाक से बड़ा कोई मोहब्बत नहीं लेकिन एक जाहिल गवार लोग नहीं समझ सकते तुम मुसलमान हो तुम सुकून से नहीं जी सकते तुम्हारी इज्जत लूटी जाएगी तुम्हें मार दी जाएगी कल रात मेरी आंखें कहते हुए रोई भारत के मुसलमानों की आवाज सुने कोई #Safwan_Saleem #Viral" (Sic) |
वीडियो परेशान कर देने वाला है अतएव विवेक का इस्तेमाल करें
नीचे पोस्ट का स्क्रीनशॉट देखें और आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें |
यह व्यथित मुसलमानों का वीडियो बंगाल से नहीं बल्कि बांग्लादेश का है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो को कीफ़्रेम के साथ रिवर्स इमेज सर्च किया | हमनें इस घटना पर भारतीय मीडिया द्वारा कोई रिपोर्ट नहीं पायी |
हालांकि हमें बांग्लादेश में हुई घटना के बारे में पता चला | बांग्लादेश के कई मीडिया संस्थानों ने इस घटना पर रिपोर्ट्स प्रकाशित की थीं |
राइजिंग बांग्लादेश की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ यह घटना 24 मई की शाम को हुई थी जब पीड़ित ईद की ख़रीददारी कर लौट रहा था और स्थानीय जूबो लीग लीडर अंशुर आलम ने उसपर हमला किया | पीड़ित का नाम नुरुल आलम है जो 71 वर्ष के हैं | नुरुल आलम के बेटे अशरफ ने राइजिंग कश्मीर को बताया था, "ईद की ख़रीददारी कर मेरे पिता धेमुंशिया स्टेशन से एक ऑटो रिक्शा में लौट रहे थे | अंशुर आलम और उसके आदमियों ने ऑटो रोका और मेरे पिता को खींच के निकाला | वह उन्हें एक खुले मैदान में ले गए और उनके कपड़े फाड़ दिए |"
वृन्दावन में पुजारी पर हुए हमले को दिया जा रहा है साम्प्रदायिक कोण
बांग्लादेश के एक न्यूज़ पोर्टल ब्रेकिंग न्यूज़ ने भी इस घटना पर रिपोर्ट प्रकाशित की है | इस न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार वृद्ध चकोरिया इलाके का निवासी है जो कॉक्स बाजार में हैं | लेख में आगे बताया गया है कि जब यह वीडियो वायरल हो गया था तब कॉक्स बाजार पुलिस ने 2 जून 2020 को तीन लोगों को इस सिलसिले में गिरफ़्तार किया था |
पुलिस हेडक्वार्टर के असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल सोहैल राणा ने ब्रेकिंग न्यूज़ से 3 जून को बात करते हुए पुष्टि की कि गिरफ्तारियां हुई हैं |
इस लेख में भी जूबो लीडर अंशुर आलम का नाम आता है | इस घटना के बारे में और यहाँ पढ़ें |
बूम ने यूट्यूब पर इस घटना का लम्बा वीडियो भी पाया | वीडियो की परेशान कर देने वाली प्रवृति के चलते इसे हम लेख में नहीं जोड़ रहे हैं |
हालांकि आप यहाँ इसे देख सकते हैं | ध्यान से सुनने पर लोगों के बात करने का लहज़ा बंगाली भाषा की एक बांग्लादेशी बोली का लगता है, जो चिट्टागोंग इलाके में बोली जाती है |