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फैक्ट चेक

वृन्दावन में पुजारी पर हुए हमले को दिया जा रहा है साम्प्रदायिक कोण

वृन्दावन पुलिस ने बूम को बताया कि इस मामले में रोहिंग्या या किसी भी मुसलमान के शामिल होने की ख़बर फ़र्ज़ी हैं ।

Credit -  Mohammed Kudrati
Published -  12 May 2020 5:36 PM IST
  • वृन्दावन में पुजारी पर हुए हमले को दिया जा रहा है साम्प्रदायिक कोण

    सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट्स का दावा है कि दो बांग्लादेशियों ने उत्तर प्रदेश के वृन्दावन शहर में एक पुजारी को पीटा । यह दावा फ़र्ज़ी है । वृन्दावन पुलिस ने बूम को बताया कि हमला एक अंदरूनी मामले के कारण किया गया था ।

    फ़ेसबुक और ट्विटर पर यूज़र्स परेशान करने वाली तस्वीरें साझा कर रहे हैं । इन तस्वीरों में एक पुजारी दीवार के सहारे बैठे हैं । उनके सर से खून बह रहा है । यह दावा मंगलवार से सोशल मीडिया पर ज़ोरों से वायरल है ।

    पोस्ट्स यह भी दावा करती हैं कि हमलावरों में दो लोग बांग्लादेशी थे और दो 'बाहरी' शख़्स थे, बाहरी दोनो फ़रार हैं ।

    एक अलग फ़ेसबुक पोस्ट तो यह भी दावा करती है कि हमला मुसलमानों द्वारा किया गया था । तस्वीरें परेशान करने वाली होने की वजह से बूम ने इस लेख में नहीं रखा है ।

    यह भी पढ़ें: मेरठ: कुष्ठ आश्रम के इस वीडियो के पीछे कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है

    बूम ने वृन्दावन पुलिस से संपर्क किया और पाया कि पुजारी पर हमला एक अंदरूनी विवाद के कारण हुआ था । एक आरोपी से पूछताछ की जा रही है और बाक़ी फ़रार हैं । वृन्दावन पुलिस थाने के प्रभारी संजीव कुमार ने यह भी बताया कि कोई भी आरोपी मुसलमान नहीं हैं ।

    वृन्दावन पुलिस ने अपने सत्यापित ट्विटर हैंडल से इस फ़र्ज़ी ख़बर को ख़ारिज भी किया है ।

    थाना वृन्दावन क्षेत्र इमलीतला स्थित गौड़ीय मठ के साधुओँ में आपस में हुयी मारपीट करने वाले मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी व पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी सदर द्वारा दी गयी बाइट। https://t.co/0GfacYFQjW pic.twitter.com/OBHlzj2JTJ

    — MATHURA POLICE (@mathurapolice) May 12, 2020

    आई पी पटेल ने भी साम्प्रदायिक दावों के साथ इस तस्वीर को ट्वीट किया । इन्होंने पहले कई दफ़ा फ़र्ज़ी साम्प्रदायिक दावों के साथ पोस्ट्स की हैं ।

    नीचे उनके अब डिलीट हो चुके ट्वीट का स्क्रीनशॉट देखें ।


    यह भी पढ़ें: 2019 के वीडियो को हाल में रेलवे पुलिसकर्मी द्वारा प्रवासी कर्मचारी से घूस लेने के दावे के साथ किया गया वायरल

    फ़ैक्ट चेक

    बूम ने मामले की तह तक जाने के लिए वृन्दावन पुलिस से संपर्क किया ।

    वृन्दावन पुलिस थाना के प्रभारी संजीव कुमार ने बूम को बताया कि सारी सोशल मीडिया पोस्ट जो इस मामले को बांग्लादेशी मुस्लिमों का काम बता रही हैं, फ़र्ज़ी हैं ।

    "इस मामले में कोई हिन्दू-मुस्लिम कोण नहीं है । यह सभी इमली तला मठ के पुजारी हैं | इस मामले में शामिल सभी वैष्णव संत हैं । केवल सेक्युरिटी गार्ड पुजारी नहीं है । वह एक स्थानीय नागरिक है । वह भी हिन्दू है । यह लड़ाई तब हुई जब मठ प्रमुख के अनुयायी और पुराने प्रमुख के बीच एक बंद कमरे को खोलने पर झगड़ा हो गया," एस.एच.ओ ने कहा ।

    उन्होंने यह भी बताया कि केवल यही कारण था कि मारा पीटी हुई ।

    "चार साल पहले ट्रस्ट के मुखिया के पद से हटाए जाने के बाद तमल कृष्णा दास मठ के कमरों में ताला लगाने लगे, कुछ दिन पहले भी यही किया । जब सेक्युरिटी गार्ड कमरा खोलने आया तो तमल दास ने उसे रोक दिया । गार्ड ने यह बात गोविंदा (एक आरोपी) को बता दी जिसने कमरा खोलने को कहा था," कुमार ने बूम को बताया ।

    यह भी पढ़ें: क्या स्क्रीनशॉट में दिख रहा ट्वीट पूर्व चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई ने किया है?

    इसके ऊपर मामला बढ़ गया और आरोपीयों में से एक ने पुजारी को मुक्का मारा । कुमार के अनुसार तमल कृष्णा दास की हालत में सुधार है ।

    तमल कृष्णा दास ने कोई एफ.आई.आर दर्ज़ नहीं कि है इसलिए गिरफ़्तारी नहीं कि गयी हैं परंतु एक आरोपी – सच्चिदानंद – को पूछताछ के लिए बुलाया गया है ।

    बूम को मथुरा पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पुलिस का एक ट्वीट मिला । उन्होंने ने भी इस ख़बर को फ़र्ज़ी बताते हुए खारिज़ किया है ।

    दिनाँक 11.05.2020 को थाना वृन्दावन क्षेत्र में दो साधुओं के मध्य हुये झगड़े के सम्बन्ध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चलायी जा रही असत्य खबर के सम्बन्ध में खण्डन । #UPAgainstFakeNews pic.twitter.com/7Du60gjqTm

    — MATHURA POLICE (@mathurapolice) May 12, 2020


    Tags

    MonkUttar PradeshVrindavanHinduBangladeshLockdownRohingyaFake Newslockdown IndiaCommunalतमल कृष्णा दास
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    Claim :   पोस्ट्स का दावा है कि वृन्दावन में पुजारी पर बांग्लादेशी मुस्लिमों ने हमला किया है ।
    Claimed By :  Social media
    Fact Check :  False
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