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फैक्ट चेक

यह व्यथित मुसलमानों का वीडियो बंगाल से नहीं बल्कि बांग्लादेश का है

यह क्लिप बांग्लादेश के एक कैम्प में आग लगने के पश्चात शरणार्थी रोहिंग्यों की व्यथा दिखाती है।

By - Archis Chowdhury | 20 May 2020 8:18 PM IST

व्यथित औरतों और बच्चों के एक समूह का वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है की वीडियो में पश्चिम बंगाल के तेलिनिपारा इलाके के मुसलमानों की दुर्दशा दिखायी दे रही है। तेलिनिपारा में हाल ही में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक हिंसा की एक घटना हुई थी।

यह दावा झूठा है क्योंकि यह वीडियो फ़ुटेज हाल ही में बांग्लादेश में एक रेफ़्यूजी कैम्प में आग लगने के पश्चात रोहिंग्या शरणार्थियों की व्यथा दिखलाती हुई है।

यह 1 मिनट 20 सेकंड की क्लिप इस कैप्शन के साथ साझा की जा रही थी "दुःखद घटना: असामाजिक तत्वों ने पश्चिम बंगाल के 300 मुस्लिम घरों को जलाकर राख कर दिया, यह घटना सुबह 7 बजे मंगलवार को पश्चिम बंगाल के तेलनीपारा जिले में हुई, हिन्दू मुस्लिम नफ़रत की वजह से जलता हुआ भारत कब तक ऐसा होता रहेगा"


आर्काइव वर्ज़न के लिए यहाँ क्लिक करें। 

फ़ेसबुक पर इस वीडियो को दस लाख से अधिक बार देखा गया है और ट्विटर पर भी इसको इसी फ़र्ज़ी कथन से जोड़कर साझा किया जा रहा था।


फ़ैक्ट चेक

बूम को पड़ताल में हर पोस्ट में वीडियो के दाहिने ऊपरी कोने में एक लोगो दिखा।


इस लोगो को क्रॉप करके जब गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तब पता चला की लोगो रोहिंग्या नैशनल न्यूज़ (आर एन एन ) का है। इसके फ़ेसबुक पेज के अनुसार यह अराकन, म्यांमार के रोहिंग्यों के विषय में जानकारी देने वाली नॉन प्रौफ़िट न्यूज़ एजेन्सी है।

हमें आर एन एन के फ़ेसबुक पेज पर ही वायरल वीडियो का लम्बा वर्ज़न मिला जो 12 मई 2020 को पोस्ट किया गया था। इसके साथ का कैप्शन था (हिंदी अनुवाद) "आज सुबह कुतुपलोंग के रेफ़्यूजी कैम्प में एक भयानक आग लगी। 312 शेल्टर्ज़ पूरी तरह तबाह हो गए और 362 से ज़्यादा को हानी पहुँची है। कुछ दुकानें भी नष्ट हुई हैं। UNHCR.ERC को पता चला है कि कम से कम 10 लोगों को ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल ले जाया गया है। ERC उन रोहिंग्या स्वयमसेवकों को धन्यवाद देता है जिन्होंने इस स्थिति में सबसे पहले प्रतिसाद दिया। ERC उन लोगों से संपर्क करने में जुटा हुआ है जिन्हें इस आग से हानी पहुँची है। ERC, UNHCH और WFP बांग्लादेश को विस्थापित लोगों के लिए इमर्जन्सी रिस्पौंस की माँग करता है।"

(original in English : "The devastating fire has taken place in the Kutupalong refugee camps today in the morning. "Reportedly 312 shelters were completely destroyed, and 362 more partially damaged, as well as small shops" UNHCR. ERC has learned that at least 10 victims have been taken to the hospital for the treatments. ERC thanks the Rohingya volunteers who are first responders in the sense. ERC is trying to reach out those affected by the fire. ERC also urges UNHCH & WFP Bangladesh for the emergency response to the displaced.")

बांग्लादेश के कॉक्स बाज़ार के कुतुपलोंग रेफ़्यूजी कैम्प में हाल ही में लगी आग की घटनाओं को सर्च करने पर हमें 12 मई को लगी आग पर किए गए कई न्यूज़ रिपोर्ट मिले जिन में कुतुपलोंग के लंबाशिया कैम्प में 400 झोंपड़ियाँ और दुकानों को हानी होने की बात लिखी थी।

यह वीडियो हाल ही का ज़रूर है किंतु हफ़्ते भर पहले पश्चिम बंगाल के तेलिनिपारा इलाक़े में हुए सांप्रदायिक विवादों के कारण मुसलमानों की व्यथा दर्शाता हुआ नहीं है। 



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