सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है जो फ़र्ज़ी तरीके से दिल्ली से जोड़ी जा रही है | यह उस समय आयी है जब देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम के ख़िलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं | यह क्लिप में एक बूढ़े आदमी को पिटते हुए देखा जा सकता है | गुलाबी रंग के कुर्ते में बुज़ुर्ग आदमी को कई लोग मिलकर मारते हैं और गिरा देते हैं | उसके बाद उससे गली गलौच करते हैं | आपको बता दें की यह घटना महीनों पुरानी है और इसका दिल्ली से कोई सम्बन्ध नहीं है |
वीडियो के साथ अंग्रेजी में लिखा है: "देखिये ध्रुवीय मुसलमानों का गुट कैसे इस बूढ़े आदमी को लिंच कर रहा है| भारत माता की जय बोलने पर यह दिल्ली के जाफराबाद में हो रहा है | मीडिया में यह क्यों नहीं दिखाया जा रहा है? सच्चे भारतियों के द्वारा इससे वायरल क्यों नहीं किया जा रहा है| कृपया जागो, जय हिन्द " इस कैप्शन के बाद ट्विटर यूज़र ने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय से विनती की है की इस मामले को देखें |
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आप पोस्ट नीचे देख सकते हैं |
Look Radical Muslim mob were lynching this old man
— சௌகிதார் ராம் चौकीदार रामచౌకీదారు రామ్ChowkidarRAM (@RamBabu51237507) December 20, 2019
Its in Delhi Zafarabad for shouting Bharat Mata ki Jai.
Why is this not shown by Media.? Why is this not made viral by true Indians.
Please wake up.
Jai hind @DelhiPolice @DelhiPolice4 @HMOIndia please look in to this matter now pic.twitter.com/yK9nvii4Na
यह वीडियो पहले भी कई बार फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल रहा है | हर समय इसे सांप्रदायिक तौर पर शेयर किया गया है |
देखो एक बुढ्ढे सरदार को भारत माता की जय बोलने पर मुस्लिम ईमान वाले 10 से 12 लोग मिलकर पिट रहे है😰😰@aakashgupta146 @narendramodi @hrsp2004 @Pragyahindu @Raghuna80641990 @RajTiwa56444261 @526Nikita @AmitShah @ChouhanShivraj @imAbhishek_20 @Nationalist_RS @Ptshriprakash pic.twitter.com/7PLRVxlUcF
— 🇮🇳मनीराम विश्वकर्मा कट्टर हिंदू🇮🇳 (@i3maniram) October 22, 2019
बीजेपी के खिलाफ बोलने वाले इस बुजुर्ग किसी तरह से पिटाई करते हुए ,,,। वाकई में देश बदल रहा है,,, ।
— ᏃᎥᎠᎠᎥ jᎪᏟᏦ (@ziddijack007) October 19, 2019
फूल तानाशाही,,,,@LambaAlka @AliSohrab007 @SyedMahiNoor2 @ziddi_zoya_ @BulletRaja8329 pic.twitter.com/fTXKLGt6Jp
11 दिसंबर 2019 को लोक सभा में नागरिकता संशोधन बिल पारित हुआ इसके बाद राज्य सभा में भी इससे पास किया गया | भारतीय राष्ट्रपति के दस्तख़त के बाद यह अब कानून बन गया है | जिसके बाद असम में और धीरे धीरे जामिया मिलिया इस्लामिया से होते हुए पूरे देश में इसके ख़िलाफ प्रदर्शन होना शुरू हो गया जो अब भी जारी हैं | प्रदर्शनकारियों का मानना है की यह अधिनियम धार्मिक भेदभाव लेकर आया है और भारतीय संविधान के ख़िलाफ है |
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इन प्रदर्शनों में केवल उत्तर प्रदेश में ही करीब एक दर्जन लोगों की मौत होगयी है और कई घायल हुए हैं | देश भर में आगजनी से लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने इस वीडियो के साथ किये गए फ़र्ज़ी दावों को पहले भी कई बार ख़ारिज किया है | पहले भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा सिख की पिटाई और मुसलामानों द्वारा एक बृद्ध की पिटाई जैसे फ़र्ज़ी दावे वायरल हुए थे | दरअसल यह वीडियो राजस्थान के भीलवाड़ा का है |
बूम ने भीलवाड़ा पुलिस से बात की थी, पुलिस के अनुसार यह घटना 15 अक्टूबर, 2019 को भीलवाड़ा के आज़ाद चौक पर हुई थी | होतचंद सिंधी नामक बृद्ध पर पांच लोगों ने हमला किया था | सिंधी की उम्र 55 वर्ष थी और वो चौक पर एक ठेला लगता था | भीलवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है की सिंधी की पहले भी कई लोगों के साथ लड़ाई हो चुकी है और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है |
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पुलिस ने पाँचों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया था |
पुलिस ने मनोज उर्फ मुल्ला सिंधी (39), भगवान दास (37), माजूर शेख (31), हेमंत नैथानी (45), और इरफान (34) को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ़्तार किया गया था ।