कई सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि स्विस डायग्नोस्टिक्स और ड्रग निर्माता रोश जल्द ही कोरोनोवायरस का मुकाबला करने के लिए वैक्सीन लॉन्च करेगा और लाखों खुराक पहले से ही तैयार हैं। यह दावा झूठा है।
पोस्ट के साथ वायरल हो रहे वीडियो में, रोश डायग्नोस्टिक्स (उत्तरी अमेरिका) के अध्यक्ष और सीईओ, मैथ्यू सोज को संयुक्त राज्य अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिश्ट्रेशन (एफडीए) और रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) को रोश के कोबास SARS-CoV-2 टेस्ट के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण आपातकालीन स्वीकृति प्रदान करने के लिए (EUA) धन्यवाद देते हुए दिखाया गया है, जिसका उपयोग SARS-CoV-2 का पता लगाने के लिए किया जाएगा, जो COVID-19 रोग का कारण बनता है।
इसका मतलब यह है कि कंपनी को वायरस के लिए एक निदान परीक्षण शुरु करने के लिए आपातकालीन स्वीकृति दी गई थी ना कि वैक्सीन के लिए स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा, डब्ल्यूएचओ ने फ़रवरी में अनुमान लगाया था कि पहला टीका तैयार होने में लगभग 18 महीने लग सकते हैं।
बूम ने अपने व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन पर एक मैसेज मिला है, जिसके कैप्शन में लिखा है: "ट्रम्प ने घोषणा की कि रोश मेडिकल कंपनी अगले रविवार को वैक्सीन लॉन्च करेगी, और लाखों खुराक इससे तैयार हैं !!! नाटक का अंत"
मैसेज के साथ एक वीडियो भी दिया गया था, जिसे नीचे देखा जा सकता है।
ट्विटर पर कैप्शन की खोज करते हुए, हमने पाया कि यह माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर भी वायरल था।
फ़ैक्टचेक
बूम ने "रोश कोरोनवायरस वैक्सीन" कीवर्ड के साथ खोज किया और 13 मार्च से टेस्टिंग कंपनी रोश डायग्नोस्टिक्स पर न्यूज़ रिपोर्ट पाया जिसमें कहा गया है कि दुनिया भर के स्वास्थ्य शोधकर्ताओं के लिए एक नया परीक्षण समाधान प्रदान करने के लिए रोश डायग्नोस्टिक्स को तेजी से मंजूरी और एफडीए और सीडीसी से समर्थन मिलेगा। उम्मीद की जा रही है कि परीक्षण प्रक्रिया में दस गुना तेजी आएगी।
हमें 13 मार्च को व्हाइट हाउस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किए गए वीडियो का एक लंबा वर्शन मिला, जिसमें व्हाइट हाउस द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखाया गया है।
18:39 के निशान पर आप व्हाट्सएप्प पर वायरल हुए वीडियो के सेगमेंट को देख सकते हैं, जहां ट्रम्प की उपस्थिति में, कोरोनावायरस के परीक्षण के लिए "आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण" की समय पर मंजूरी के लिए, रोश डायग्नोस्टिक्स के सीईओ मैथ्यू सूज ने एफडीए और सीडीसी को धन्यवाद दिया।
13 मार्च, 2020 को जारी एक प्रेस रिलीज़ में, रोचे ने कहा कि, रोगियों के स्वाब नमूनों का उपयोग करते हुए परीक्षण SARS-CoV-2 का पता लगाने में मदद करेगा, जो COVID-19 बीमारी का कारण बनता है। कंपनी ने कहा अस्पताल और प्रयोगशालाएं रोश के सिस्टम का उपयोग करके परीक्षण चला सकते हैं जो अमेरिका और दुनिया भर में व्यापक रूप से उपलब्ध हैं।
कंपनी ने यह भी बताया कि कोबस SARS-CoV-2 टेस्ट को एफडीए मंजूरी नहीं दी गई है।
रोश ने कहा, यह परीक्षण केवल SARS-CoV-2 वायरस से RNA का पता लगाने और SARS-CoV-2 वायरस संक्रमण के निदान के लिए अधिकृत किया गया है, किसी अन्य वायरस या रोगजनकों के लिए नहीं। ( पूरा बयान यहां पढ़ें)
टीकों या वैक्सीन के बारे में क्या? 11 फ़रवरी को, डब्ल्यूएचओ के डायरेक्ट जनरल टेड्रोस एडहोम घिबेयियस ने घोषणा की कि "पहला टीका 18 महीनों में तैयार हो सकता है।"
Researchers from around the world are meeting at @WHO for a research & innovation forum on #COVID19. The first vaccine could be ready in 18 months, In the meantime, there's a lot we can do to prevent transmission and prepare for any further spread.https://t.co/7uXYj2KxF3
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) February 11, 2020
एसोसिएटेड प्रेस ने बताया कि सिएटल में कैसर परमानेंट वाशिंगटन रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने एक संभावित COVID-19 वैक्सीन का पहला चरण अध्ययन किया, जिसका परीक्षण वालंटियर्स पर किया जा रहा है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के डॉ एंथनी फौसी ने बताया, '' रिसर्च सही दिशा में जाने पर भी , 12 से 18 महीने तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं होगी।
इस बीच ट्रम्प के साथ अमेरिकी प्रशासन को प्रकोप को कम गंभीरता से लेने और पर्याप्त परीक्षण नहीं करने के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
बूम द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण पर लाइव अपडेट देखें|