देश में पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों के बीच वर्ष 2018 का एक वीडियो जोर शोर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है | इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है की ये एक प्रदर्शन का है जहाँ तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से आम जनता का गुस्सा सरकार पर फुट रहा है |
आपको बता दें की यह दावे फ़र्ज़ी हैं और वीडियो दो साल पुराना है | बूम ने पड़ताल में पाया की वीडियो पुरी, ओडिशा का है जहाँ लोगों ने तेल की कीमत के लिए नहीं बल्क़ि इस पेट्रोल पंप से कम तेल मिलने के कारण तोड़फोड़ की थी |
ये वीडियो ऐसे समय पर वायरल हो रहा है जब पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में पिछले कई दिनों से लगातार वृद्धि हो रही है | जून 27 को पेट्रोल रु 0.25 प्रति लीटर और डीज़ल रु 0.21 प्रति लीटर महंगा हो चूका है | पेट्रोल और डीज़ल की कीमत अलग अलग शहरों में वहाँ के वैल्यू एडेड टैक्स के (VAT) के हिसाब से फ़िक्स होती है | भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीज़ल के दाम जानने के लिए यहाँ क्लिक करें |
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वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है 'तेल कीमतों में वृद्धि के खिलाफ अब आम जनता का फूटा गुस्सा। अभी तो बहुत कुछ देखना बाकी है मेरे दोस्तो। शेयर करें और मोदी तक पहूँचा दीजिये' |
इस तरह की कुछ पोस्ट्स नीचे देखें | इनका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ देखें |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पहले भी वर्ष 2018 में इस वीडियो को फ़ैक्ट चेक किया था | तब यही वीडियो इस फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल था की पुरी में लोगों ने पेट्रोल की कीमत 100 रूपए पार कर जाने पर एक पेट्रोल पंप पर जम कर तोडफ़ोड़ की थी |
उस वक़्त हमनें पाया था की घटना खूंटिया पेट्रोल पंप, हॉस्पिटल चौक के पास ओडिशा के पुरी शहर में हुई थी | पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के ऊपर कम तेल भरने का आरोप था |
बूम ने उस वक़्त कुम्भारपाड़ा पुलिस स्टेशन से संपर्क करके इस मुद्दे पर और जानकारी पाने की कोशिश की थी | एक लोकल पुलिसकर्मी ने हमें नाम ना छापने के शर्त पर बताया था की पेट्रोल पम्प कर्मचारियों के कथित धोखाधड़ी की वजह से उग्र भीड़ ने वहाँ तोडफ़ोड़ की थी |
"घटना के रोज़ एक उपभोक्ता इस बात पर नाराज़ हो गया था की पेट्रोल पंप कर्मियों ने उसे दाम के हिसाब से तेल नहीं दिया | पेट्रोल पंप कर्मियों ने कम तेल डालने के बावजूद अपनी गलती नहीं स्वीकारी | उपभोक्ता का झगड़ा हो गया | कुछ और लोग भी इस तोडफ़ोड़ में शामिल हो गएँ क्योंकि उन्हें भी सामान शिकायत थी," उस पुलिसकर्मी ने हमें बताया था |
बूम ने तब ओटीवी के एक स्थानीय रिपोर्टर मधुसूदन से भी बात की थी | वह घटनास्थल पर मौजूद थे | उन्होंने बूम को बताया था की तोडफ़ोड़ करीब रात 10:15 पर शुरू हुई थी जब लोगों की भीड़ ने पेट्रोल पंप पर उग्र प्रदर्शन करना शुरू किया था | "बाद में पुलिस आयी और लाठीचार्ज भी किया," मधुसूदन ने बूम से बातचीत में बताया था |
इसके अलावा कई न्यूज़ रिपोर्ट्स भी हैं जहाँ इस बात की पुष्टि होती है की घटना तेल के कीमत में वृद्धि की वजह से नहीं हुई थी |