HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
फ़ैक्ट चेक

फ़ैक्ट चेक: क्या जयपुर में साधू के चिलम से 300 लोग हुए कोरोना पॉज़िटिव?

बूम ने जयपुर में अधिकारीयों से बात करके पता लगाया की ये खबर फ़र्ज़ी है

By -  Shivani Pathak | By -  Saket Tiwari |

10 May 2020 10:50 AM GMT

हिंदी न्यूज़पेपर के रिपोर्ट जैसी प्रतीत होती एक क्लिपिंग सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल हो रही है की जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर इलाक़े में मंदिर में रहने वाले एक साधु ने अपनी चिल्लम से 300 लोगों को कोविड-19 से संक्रमित कर दिया | 

न्यूज़ रिपोर्ट जैसी दिखने वाली इस क्लिपिंग का हेडलाइन है: जयपुर में साधू के एक चिलम से 300 लोग हुए कोरोना पॉजिटिव, मचा बवाल

रिपोर्ट का सार है की जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में एक मंदिर में कुछ साधू रहते थे और वहाँ पूजा हेतु उन्होंने गायें भी पाल रखी थी। यह साधु मंदिर से दूध भी बेचा करते थे जो आस पास के रहने वाले ख़रीदने लगे थे और लोग वहाँ गायों को चारा डालने भी आते थे। इनमे से एक साधू को चिलम फ़ूंकने की आदत थी और वो अक्सर चौराहे पर अन्य लोगो के साथ चिलम फ़ूंका करता था | बाद में यही साधू कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव पाया गया | इसके बाद उस इलाके के करीब 300 लोगों को जो किसी न किसी तरीके से इस साधू के संपर्क में आये थे, होम क्वारंटाइन कर दिया गया |  रिपोर्ट की क्लिपिंग यहां देखें |

हालांकि इस रिपोर्ट में भी कहीं इन 300 लोगो के कोरोना पॉजिटिव होने की बात नहीं कही गयी है पर लेख का हैडलाइन काफ़ी गुमराह करने वाला है |

हालांकि बूम ने जब जयपुर में अधिकारीयों से बात की तो उन्होंने इस रिपोर्ट में किये गए दावों को सिरे से नकार दिया |

वायरल पोस्ट आप नीचे देख सकते हैं और इसका आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देख सकते हैं |



Full View

यह क्लिप ट्विटर पर कई बार शेयर की गयी है। वायरल हुए खबर को सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश हुई है जब कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे तब्लीग़ी जमात के मरकज़ से जोड़कर कर दिखाने की कोशिश की |


ये भी पढ़ें 2019 के वीडियो को हाल में रेलवे पुलिसकर्मी द्वारा प्रवासी कर्मचारी से घूस लेने के दावे के साथ किया गया वायरल

फ़ैक्ट चेक

बूम को 'साधू', 'चिलम' और 'कोरोना पॉज़िटिव' कीवर्ड्स के साथ सर्च करने पर प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) का एक फ़ैक्ट चेक मिला जिसमे इस खबर का खंडन करते हुए इस फ़र्ज़ी बताया गया है |

बूम ने फिर जयपुर डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से संपर्क करने की कोशिश की पर हमारी उनसे बात नहीं हो पाई |

अंततः हमारी बात रजनीश शर्मा, उप निदेशक, सूचना एवम जनसम्पर्क कार्यालय जयपुर से हुई | उन्होंने इस खबर को सिरे से नकार दिया |

रजनीश शर्मा ने बूम को बताया, "उपखंड अधिकारी जयपुर श्री युगान्तर शर्मा एवं सी.एम.एच.ओ (प्रथम) श्री नरोत्तम शर्मा से साधुओं में कोरोना संक्रमण संबंधित समाचार का परीक्षण करा लिया गया है। परीक्षण में पाया गया है कि यह समाचार भ्रामक एवम झूठे तथ्यों पर आधारित है। ऐसी कोई घटना संदर्भित क्षेत्र में नहीं हुई। अतः सूचित किया जा सकता है कि समाचार फ़ेक है।"

शर्मा ने आगे जयपुर में 300 लोगों के क्वारंटाइन होने की खबर पर भी बात साफ़ की | उन्होंने कहा, "हमने रूटीन तरीके से लोगों की जांच की है और जो व्यक्ति उस सस्पेक्ट के संपर्क में आया था उन्हें क्वारंटाइन किया | पर ये बात बिलकुल निश्चित तौर पर कही जा सकती है की ऐसा कोई केस नहीं है जिसमे वायरस चिलम पीने से फ़ैला हो |" 

ये भी पढ़ें लॉकडाउन में शराब खरीदतीं नज़र आयीं दीपिका पादुकोण? नहीं, दावे फ़र्ज़ी हैं

बूम ने फिर जयंत शर्मा से संपर्क किया | शर्मा राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर हैं और उन्होंने इस घटना की रिपोर्टिंग की थी |

जयंत ने बूम को बताया, "मीडिया के एक हिस्से ने कोविड-19 पॉज़िटिव व्यक्ती की पहचान गलत तरीके से एक साधू के तौर पर कर ली | सतर्क रहते हुए प्रशाशन ने 250-300 लोगों को सेल्फ़-क्वारंटाइन कर दिया | पेशेंट के 22 करीबियों को एक क्वारंटाइन फैसिलिटी में भेजा गया है |"

हालांकि बूम को वायरल न्यूज़ पेपर क्लिपिंग को ट्रेस करने में सफ़लता नहीं मिली |

Related Stories