HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

औरंगाबाद में रोड पर हुए झगड़े को दिल्ली से जोड़कर किया शेयर

बूम ने कन्नड़ पुलिस से बात की उन्होंने बताया की घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है

By - Archis Chowdhury | 27 Feb 2020 4:39 PM IST

वीडियो क्लिप जिसमें एक समूह बस को रोक कर उसे तोड़ता नज़र आता है, इन ग़लत दावों के साथ वायरल हो रहा है की मुस्लिमों के एक समूह ने दिल्ली में हो रहे दंगे के दौरान एक बस को तोड़ा| यह दावा फ़र्ज़ी है और वीडियो दिल्ली से नहीं है|

वीडियो महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में स्थित कन्नड़ शहर का है, जब रोड पर हुई एक लड़ाई के दौरान तोड़ फोड़ की घटना हुई थी| बूम ने कन्नड़ पुलिस से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया की यह झगड़ा रोड पर हुए एक झगडे से उठा था, इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है|

यह भी पढ़ें: दिल्ली के अशोक नगर कि मस्जिद में तोड़फोड़ और आगजनी कि घटना सच है

यह वीडियो दिल्ली में हो रहे व्यापक दंगों के चलते शेयर किया जा रहा है, जिसने इस लेख के लिखे जाने तक करीब 34 लोगों की जान ले ली है|

Full View

यह वीडियो कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है जिनमें शशांक सिंह भी हैं जो फैक्ट हंट नामक एक वेबसाइट के सह-निर्माता हैं| यह वेबसाइट खुद को एक फ़ैक्ट चेकिंग पोर्टल के रूप में पेश करती है|

कैप्शन जो इंटरनेट यूज़र्स ने शेयर किये हैं उसमें इस घटना को दिल्ली से जोड़ते हुए "स्कलकैप" का उल्लेख है जो घटना को एक सांप्रदायिक कोण देने के लिए इस्तेमाल किया गया है|




आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ उपलब्ध हैं|

यह भी पढ़ें: नहीं! शाहीन बाग़ में महिला के वेश में ये तस्वीर रवीश कुमार की नहीं है

फ़ैक्ट चेक

बूम ने वीडियो के कीफ्रेम्स का इस्तेमाल करते हुए एक रिवर्स इमेज सर्च चलाया, जिससे हम एबीपी माझा के एक न्यूज़ वीडियो तक पहुंचे जो 18 फ़रवरी, 2020 को यूट्यूब पर प्रकाशित किया गया था| उसमें समान फुटेज देखि जा सकती है|

कैप्शन के अनुसार, कन्नड़-औरंगाबाद-शिरपुर रास्ते पर चलने वाली बस के ड्राइवर को 10 से 15 लोगों ने कन्नड़ शहर में पीटा था| यह झगड़ा तब हुआ जब ड्राइवर ने कार को निकलने की पर्याप्त जगह नहीं दी| चैनल ने यह भी बताया की कन्नड़ पुलिस थाने में मामला दर्ज़ हुआ था जिससे दो लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी|

यह भी पढ़ें: क्या आइशी घोष के सर पर टाँके नकली थे? फ़र्ज़ी दावा हो रहा है वायरल

Full View

कीवर्ड्स खोज करने पर बूम को टाइम्स ऑफ़ इंडिया और महाराष्ट्र टाइम्स के लेख मिले जिससे यूट्यूब वीडियो में दी गयी जानकारी की पुष्टि होती है| द महाराष्ट्र टाइम्स के लेख में यह भी लिखा है की वायरल वीडियो बस में सफ़र कर रहे एक शख़्स ने बनाया है|

बूम ने इसके बाद बीपी राउत, कन्नड़ पुलिस सब-इंस्पेक्टर, से संपर्क किया जिन्होंने इस घटना में सांप्रदायिक कोण के होने से साफ़ इंकार कर दिया|

"यह एक व्यक्तिगत झड़प थी जो बस के कार में टकराने पर हुई थी| यह सांप्रदायिक नहीं है और दिल्ली में होने का कोई सवाल पैदा नहीं होता, ये कन्नड़ में हुआ था," राउत ने कहा|

Tags:

Related Stories