2016 के मराठा विरोध रैली की एक तस्वीर ने दावा करते हुए फ़िर वायरल हो रही है कि यह राजस्थान के राजपूतों द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के पक्ष में आयोजित एक सभा है।
बिशन सिंह राठौर हरनावा (@ BishanSinghRat4) नाम के एक यूज़र ने फ़ोटो शेयर किया, जिसमें भगवा झंडे के साथ प्रदर्शनकारियों की भीड़ दिखाया गया है। फ़ोटो को कैप्शन दिया गया है, "अब तक सरकार का विरोध करने वाले उछल रहे थे। उन्हें कड़ा जवाब दिया है राजपूत के लोगों ने। राजस्थानी सिर्फ दुश्मन के घर घुस कर मारते हैं बल्कि वक्त आने पर देश के साथ खड़े होना भी जानते हैं। हमें गर्व है हमारे राजस्थान और इसके वीरों पर।"
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इस पोस्ट को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के मद्देनजर शेयर किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शनों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की गई है जिससे कई मौतें हुई हैं।
फ़ैक्ट चेक
रिवर्स इमेज सर्च से हम इसी तस्वीर तक पहुंचे जिसे 24 सितंबर, 2016 को इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में प्रकाशित किया गया था रिपोर्ट की हेडलाइन में लिखा था, "कोपर्डी बलात्कार मामला: अहमदनगर में मराठा विरोध रैली में ताकत दिखाते कांग्रेस प्रतिद्वंद्वियों।"
इस तस्वीर को महाराष्ट्र के अहमदनगर में लिया गया था, जहां लोग मराठा क्रांति मोर्चा के समर्थन में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए थे, जो मराठा समुदाय द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला थी। कोपर्डी गांव में एक मराठा लड़की के बलात्कार और हत्या से विरोध शुरू हुआ था।
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