सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक फ़र्जी तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी को धीरेंद्र शास्त्री की फोटो दे रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर फेक है, मूल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है. योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को ऐसी कोई तस्वीर भेंट नहीं की है. मूल तस्वीर में वे राम-सीता-लक्ष्मण की मूर्तियां भेंट कर रहे हैं.
धीरेंद्र शास्त्री, धार्मिक तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम के पीठाधीश हैं. और सनातन संस्कृति और हिंदुत्व का प्रचार-प्रसार करते हैं. आए दिन उनके एक धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयान आते रहते हैं, जिसे दक्षिणपंथी यूजर्स द्वारा खूब प्रचारित किया जाता है.
सोशल मीडिया पर यूजर्स इस फ़र्जी तस्वीर को सच मानते हुए शेयर कर रहे हैं. फेसबुक पर यूजर नेतराम आदिवासी ने इसे शेयर करते हुए लिखा, "देखकर अनदेखा क्यों करते हो."
फेसबुक पर अन्य यूजर्स ने भी इसे शेयर किया है. यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल तस्वीर से संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया. पर हमें ऐसी कोई विश्वनीय रिपोर्ट और तस्वीर नहीं मिली, जिसमें योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर भेंट की हो.
आगे हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया. इसके जरिए हमें इसकी मूल तस्वीर के साथ 3 जून, 2022 के क्विंट और न्यूज 18 की रिपोर्ट मिली. इन रिपोर्ट्स की तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को राम-लक्ष्मण-सीता क स्मृति चिन्ह भेंट कर रहे हैं, धीरेंद्र शास्त्री का फोटो नहीं. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तस्वीर को 3 जून, 2022 को लखनऊ में हुई तीसरी यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दौरान लिया गया था. समिट में योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को राम-सीता-लक्षमण व हनुमान का स्मृति चिन्ह भेंट किया था.
नीचे वायरल तस्वीर से मूल तस्वीर की तुलना की गई है.
इससे स्पष्ट है कि शेयर की जा रही तस्वीर फेक है. मूल तस्वीर में मुख्यमंत्री योगी, प्रधानमंत्री मोदी को राम-सीता-लक्ष्मण के स्मृति चिन्ह दे रहे हैं. यह तस्वीर 3 जून, 2022 के यूपी इन्वेस्टर्स समिट की है.