सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली का एक फेक वीडियो वायरल है, जिसमें वह पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले रामगिरी महाराज की आलोचना और मुस्लिम समुदाय को सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. विराट कोहली ने रामगिरी महाराज को लेकर और मुस्लिमों के समर्थन में कोई बयान नहीं दिया है.
वायरल वीडियो में विराट कोहली को बोलते हुए सुना जा सकता है, "अगर कोई भी मुसलमान भाई हमारे राम जी को या हमारे भगवान को गाली देते और कुछ उल्टा सीधा बोलते तो अभी तक देश में हंगामा हो जाता. इस रामगिरी महाराज ने मुसलमानों के प्यारे नबी के बारे में उल्टा सीधा बोला पर अभी तक उसे अरेस्ट नहीं किया गया है."
वीडियो में आगे सुना जा सकता है, "चाहे हिंदू हो या मुस्लिम हो, किसी भी धर्म के बारे में कोई उल्टा सीधा बोलेगा तो उसे कठिन से कठिन सजा देनी चाहिए."
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर किया, जिसके ऊपर टेक्स्ट लिखा था, 'वीडियो शेयर करो और फॉलो भी सभी लोग करें. Virat kohli support of muslim. Ye hai king of kohli.' इस वीडियो में रामगिरी महाराज की तस्वीर भी लगी है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: विराट कोहली का वायरल वीडियो एडिटेड है
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब वीडियो के कमेंट सेक्शन की जांच की तो हमें कई ऐसे रिप्लाई मिले जिसमें इसे एडिटेड बताया गया.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो की जांच वॉइस डिटेक्टर टूल HiveModeration से की, जिसके अनुसार, वायरल वीडियो में इस्तेमाल की गई वॉइस के एआई जनरेटेड होने की संभावना 94.1 है.
इसके अलावा एआई डिटेक्टर टूल TrueMedia.org से जांच करने पर वायरल वीडियो की वॉइस के एआई जनरेटेड होने की संभावना 99 फीसदी जताई गई.
हमने मूल वीडियो की खोज के लिए वायरल वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को जब गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें आईपीएल टीम Royal Challengers Bengaluru के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 26 फरवरी 2022 का विराट कोहली का एक पॉडकास्ट इंटरव्यू मिला. वायरल वीडियो में इसी पॉडकास्ट इंटरव्यू के क्लिप को क्रॉप कर शेयर किया जा रहा है.
बता दें कि बूम ने इससे पहले विराट कोहली के एक और वीडियो का फैक्ट चेक किया था, जिसमें इसी पॉडकास्ट इंटरव्यू के क्लिप को क्रॉप कर उन्हें कोलकाता रेप केस के आरोपियों को फांसी देने की मांग करते हुए दिखाया गया था.
रामगिरी महराज ने दिया था आपत्तिजनक बयान
गौरतलब है कि 14 अगस्त 2024 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के सिन्नर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान रामगिरी महाराज से पैगंबर मुहम्मद और इस्लाम को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था.
बाद में पूरे देश में मुस्लिम समाज के लोगों ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. महाराष्ट्र में कई जगहों पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी.
बता दें कि रामगिरी महाराज महाराष्ट्र के नासिक जिले के सिन्नर स्थित सरला द्वीप सिंहासन के मठाधीश हैं. 2009 में नारायणगिरि महाराज के निधन के बाद वह सरला द्वीप सिंहासन के उत्तराधिकारी बने थे.