HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

9 हजार साल पुरानी द्वारका नगरी के रूप में वायरल यह तस्वीर कहां की है?

बूम ने पाया कि वायरल दावे फ़र्ज़ी हैं. यह मूर्तियां बाली, इंडोनेशिया, के पेमुटेरान बीच के पास एक अंडरवाटर मानवनिर्मित पार्क का हिस्सा हैं.

By - Mohammad Salman | 24 Jan 2021 5:01 PM IST

सोशल मीडिया पर समुद्र के अंदर मंदिर और मूर्तियाँ दिखाती एक तस्वीर वायरल है. इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह समुद्र के अंदर भगवान श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी है जो करीब 9 हजार साल पुरानी है. वायरल दावे के अनुसार यह गुजरात के पश्चिमी तट पर कथिबार में समुद्र के अंदर आज भी मौजूद है.

बूम ने पाया कि वायरल पोस्ट का दावा फ़र्ज़ी है. वायरल तस्वीर इंडोनेशिया के बाली, इंडोनेशिया, में समुद्र के अंदर क़रीब 90 फ़ीट नीचे बने एक अंडरवाटर पार्क की है. ए.एफ़.पी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इस जगह का निर्माण पॉल एम. टरले ने कुछ लोगों के साथ मिलकर 2005 में किया है.

सोशल मीडिया पर क्यों वायरल है "हम तेजश्वी यादव बोल रहे हैं डी.एम साहब"

फ़ेसबुक पर सोनालिसा बेहेरा नाम की एक यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में दावा किया कि "समुद्र के अन्दर द्वारका नगरी,,almost 9000 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण की यह नगरी रामसेतू की तरह यह भी हमारे सनातन धर्म का उज्जवल उदाहरण है यह गुजरात के पश्चिमी तट पर कथिबार में समुद्र के अन्दर आज भी है कई दरवाजे़ होने के कारण इस नगरी का नाम द्वारका रखा गया द्वारका, नगरी के चारों और बडी़ बड़ी ऊची दिवारों का निर्माण करवाया गया था यही है हमारी सनातन धर्म संस्कृति की भगवान थे और हैं इसमें तनिक भी संशय नहीं."


पोस्ट यहां देखें और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें

हैदराबाद में हुए इस मर्डर का वीडियो दिल्ली बताकर किया गया वायरल

फ़ैक्ट चेक

बूम ने तस्वीर को रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो हमें यही तस्वीर कई वेबसाइट पर मिली, जिसमें इसे इंडोनेशिया के बाली में देवता विष्णु मंदिर बताया गया है. 

पंजाब केसरी में "इंडोनेशिया के समुद्र में विराजमान हैं भगवान विष्णु, आप भी ज़रूर करें दर्शन" शीर्ष के साथ प्रकाशित लेख में प्रचलित मान्यताओं के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि, कुछ प्रचलित मान्यताओं में इसे 5 हजार साल पुराना बताया गया है. वहीं, दूसरी ओर इस मंदिर को हालिया एक आर्टिफीशियल रीफ क्रिएशन प्रोजेक्ट का हिस्सा बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सी रोवर डाइव केंद्र के निर्माण के लिए इंटरनेशनल विकास के लिए ऑस्ट्रेलियाई एजेंसी की ओर से फंडिंग की गई थी.

बूम ने इसके बाद तस्वीरों को खोजा. हमनें बाली के बीचों पर स्थित इस तरह की मूर्तियों के लिए अलग अलग कीवर्ड्स खोज कर शटरस्टॉक वेबसाइट पर पहुंचे. इसमें कई तस्वीरें हैं जो बाली के बीच पर अंडरवाटर पार्क को दर्शाती हैं.


हमनें यह भी पाया कि यह अंडरवाटर प्रोजेक्ट बाली की रीफ़ को संरक्षित करने हेतु बनाया गया था. इसे पॉल एम टरले और अन्य साथियों ने 2005 में बनाया था. यहां पढ़ें.

पॉल टरले ने इस बीच और अंडरवाटर गार्डन के वीडिओज़ भी यूट्यूब पर पोस्ट किये हैं.

Full View

ए.एफ़.पी न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए पॉल ने बताया था, "यह प्रोजेक्ट 2005 में बनाया गया है ना की किसी खुदाई में निकाला गया है, जैसा दावा किया जा रहा है."

बूम ने बाली में स्थित टूरिज़्म डिपार्टमेंट से और कई अन्य टूर एंड ट्रेवल्स कंपनियों से संपर्क किया है. जवाब मिलने पर लेख अपडेट किया जाएगा.

Tags:

Related Stories