सोशल मीडिया पर एक ग्राफ़िक वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर समाचार आउटलेट एनडीटीवी का 'पोल ऑफ पोल्स' दिखाया गया है. इस ग्राफ़िक में तेलंगाना विधानसभा चुनावों में सत्तासीन 'भारत राष्ट्र समिति' (बीआरएस) के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की भारी जीत की भविष्यवाणी की गई है. बूम ने अपनी जांच में इसे फ़र्जी पाया है.
एनडीटीवी ने भी एक बयान जारी कर ग्राफ़िक को फ़र्जी बताया और कहा कि उसने तेलंगाना के लिए 'पोल ऑफ पोल्स' कंडक्ट नहीं किया है.
ग़ौरतलब है कि तेलंगाना में 30 नवंबर, 2023 को मतदान होना है, जिसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
कांग्रेस को सत्तारूढ़ बीआरएस के मुख्य दावेदार के रूप में देखा जा रहा है, इधर भाजपा भी दक्षिणी राज्य में बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है. 26 नवंबर को प्रकाशित साउथ फर्स्ट-पीपुल्स पल्स प्री-पोल सर्वे ने इंगित किया था कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस आगे है, जबकि 4 नवंबर को प्रकाशित एबीपी सीवोटर ओपिनियन पोल के संकेत देखें तो सत्तारूढ़ पार्टी बीआरएस आगे है.
इस फ़र्जी ग्राफ़िक को कांग्रेस के महाराष्ट्र कांग्रेस सेवादल ने X (ट्विटर) हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, "ब्रेकिंग नाउ- एनडीटीवी 'पोल ऑफ पोल्स' ने तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत दिया है, ज्यादातर ओपिनियन पोल तेलंगाना में यही भविष्यवाणी कर रहे हैं. केसीआर सरकार के खिलाफ भारी सत्ता-विरोधी लहर के कारण बीआरएस को अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ रहा है. Today, The NDTV 'Poll of Polls' Tracker. #Congress75inTelangana
देखने के लिए यहां क्लिक करें और आर्काइव करने के लिए यहां क्लिक करें.
फ़र्जी ग्राफ़िक के इस आंकड़े को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी यह दावा करते हुए पोस्ट किया कि ये एनडीटीवी द्वारा प्रकाशित आंकड़े हैं.
देखने के लिए यहां क्लिक करें और आर्काइव करने के लिए यहां क्लिक करें.
इस फेक ग्राफ़िक को यूपी ईस्ट यूथ कांग्रेस के फेसबुक हैंडल पर भी शेयर किया गया है.
यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एनडीटीवी के हवाले से वायरल 'पोल ऑफ पोल्स' का ग्राफ़िक फेक है. ऐसे किसी दावे के साथ एनडीटीवी ने ऐसा कोई ग्राफ़िक पेश नहीं किया है.
एनडीटीवी ने ट्वीट कर के भी इसकी पुष्टि की कि वायरल ग्राफ़िक फेक है और इसने तेलंगाना के लिए 'पोल ऑफ पोल्स' कंडक्ट नहीं किया है.
एनडीटीवी ने अपने ट्वीट में लिखा कि "#FakeNewsAlert| एनडीटीवी ने #Telangana2023 के लिए कोई सर्वे नहीं कराया है. कृपया फेक न्यूज न फैलाएं."
इस फ़र्जी ग्राफ़िक में सात सर्वे का हवाला दिया गया है, हालांकि, हमें केवल दो सर्वे मिले- साउथ फर्स्ट प्री-पोल सर्वे और लोक पोल सर्वे. इसमें कोट किए गए नंबर्स वही हैं जो इन आउटलेट्स द्वारा प्रकाशित किया गया है. ग्राफ़िक में दिए गए एबीपी सीवोटर पोल के नंबर्स उनके 4 नवंबर के सर्वे की तुलना में फ़र्जी हैं, जिसमें ये भविष्यवाणी की गई थी कि बीआरएस आगे है.
इन्हें नीचे देखा जा सकता है.
साउथ फर्स्ट प्री-पोल सर्वे (26 नवंबर)
लोक पोल सर्वे (21 नवंबर)
एबीपी सीवोटर सर्वे (4 नवंबर)
ग्राफ़िक में कोट की गई दो एजेंसियां- 'बीआरएस इंटरनल सर्वे' और 'पुलिस एंड इंटेलिजेंस ब्यूरो रिपोर्ट', ऑफिसियल पोलिंग एजेंसियां नहीं हैं, जिन्हें समाचार संगठनों द्वारा मेंशन किया जाता है.
स्टेट पुलिस फोर्स कोई पोलिंग नंबर प्रकाशित नहीं करते हैं और न ही राजनीतिक दल अपना 'आंतरिक सर्वेक्षण' जारी करते हैं, खासकर तब जब पार्टी अपने विरोधियों से पिछड़ती हुई दिखाई देती है.