HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
बिहार चुनाव 2025No Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
बिहार चुनाव 2025No Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

फैक्ट चेक: उत्तराखंड के यौन उत्पीड़न की घटना में आरोपी मुस्लिम नहीं है

चमोली की कर्णप्रयाग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. पुलिस के अनुसार आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से आते हैं.

By -  Jagriti Trisha |

18 Aug 2025 4:24 PM IST

उत्तराखंड के चमोली में हुए यौन उत्पीड़न की घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक अर्धनग्न अवस्था में दिखाई दे रहा है. वीडियो में एक स्थानीय व्यक्ति दावा कर रहा है कि यह युवक एक मंदिर के पास नाबालिग लड़की के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पाया गया है.

वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर इस घटना को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह आरोपी युवक मुस्लिम है, जो हिंदू नाबालिग बच्चियों को अपने साथ ले गया था.

बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है. चमोली पुलिस के मुताबिक घटना के आरोपी का नाम अर्जुन (21) है, जिसे पोक्सो व बीएनएस की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया है.

सोशल मीडिया पर क्या है वायरल

एक्स पर वायरल हो रहे इस वीडियो में एक व्यक्ति यौन उत्पीड़न के कथित आरोपी को पकड़कर दावा कर रहा है कि मामला चमोली के कर्णप्रयाग थाना क्षेत्र का है, जहां आरोपी नाबालिग स्कूली छात्रा को बहला-फुसलाकर अपने साथ कमरे में ले जा रहा था.

वीडियो में यह भी कहा गया है कि आरोपी की उस बच्ची से पहचान करीब तीन महीने पहले इंस्टाग्राम के माध्यम से हुई थी. एक एक्स यूजर ने इस वीडियो को फर्जी सांप्रदायिक कैप्शन के साथ शेयर करते हुए लिखा, 'यह जिहादी मीठी-मीठी बातें करके छोटी हिंदू लड़कियों को अपने साथ ले गया था..' (आर्काइव लिंक

पड़ताल में क्या मिला

उत्तराखंड पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक बयान की मदद से हमने पाया कि आरोपी मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू समुदाय से आता है और उसका नाम अर्जुन है.

मामले में आरोपी मुस्लिम नहीं है 

संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें कुछ स्थानीय न्यूज वेबसाइट पर घटना से जुड़ी खबरें मिलीं. एक खबर में बताया गया कि कर्णप्रयाग थाने में एक प्रार्थना पत्र देकर सूचना दी गई कि उनकी बच्ची स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी लेकिन निर्धारित समय तक स्कूल नहीं पहुंची. तलाश के दौरान वह अर्जुन कुमार नामक युवक के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाई गई. खबर में पुलिस के साथ उसी आरोपी की एक तस्वीर भी देखी जा सकती है.

खबर में यह भी बताया गया कि कर्णप्रयाग थाने में अपराध संख्या 42/2025 के तहत BNS की धाराओं 75(2), 96, 351(2) और पोक्सो एक्ट की धाराओं 7/8 में मामला दर्ज किया गया है.

उत्तराखंड और चमोली पुलिस ने क्या बताया

वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स और इंस्टाग्राम हैंडल से घटना के संबंध में जानकारी साझा की और अफवाहों का खंडन करते हुए बताया कि 8 अगस्त को चमोली के कर्णप्रयाग क्षेत्र में नाबालिग से जुड़े इस मामले में अभियुक्त अर्जुन (21 वर्ष) को बीएनएस एवं पोक्सो एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर उसी दिन गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया था.

चमोली पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल और फेसबुक पेज पर भी इस घटना से जुड़ी 13 अगस्त की पोस्ट देखी जा सकती है, जिसमें बताया गया था कि इस घटना में 21 वर्षीय अभियुक्त अर्जुन कुमार को कर्णप्रयाग थाना प्रभारी की अगुवाई में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया था.

कर्णप्रयाग पुलिस ने किया सांप्रदायिक दावे का खंडन

बूम ने पुष्टि के लिए कर्णप्रयाग के पुलिस उपाधीक्षक और थाना प्रभारी से संपर्क किया. दोनों ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. आरोपी मुस्लिम नहीं है, उसका नाम अर्जुन है और आरोपी व पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.



Tags:

Related Stories