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फैक्ट चेक

उत्तराखंड में बांध टूटने के कारण मची तबाही का वायरल वीडियो साल 2021 का है

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2021 का है, जब उत्तराखंड के चमोली में भारी बाढ़ आई थी.

By - Rishabh Raj | 8 July 2024 10:52 AM GMT

सोशल मीडिया पर उफनती नदी का एक वीडियो वायरल है जिसे लेकर दावा है कि उत्तराखंड के चमोली के पास ऋषि गंगा और तपोवन का एनटीपीसी डैम टूट गया है, जिसके चलते भारी बाढ़ आ गई है.

बूम की जांच में वायरल दावा गलत पाया गया. बूम ने पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2021 में चमोली जिले में आई बाढ़ और तबाही का है.

बता दें कि उत्तराखंड में अभी भारी बारिश की वजह से 9 जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया है. कई जगह सड़कों के कटने की वजह से लोग फंसे हुए हैं. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए चारधाम यात्रा भी स्थगित कर दी गई है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'सावधान, ऋषि गंगा और तपोवन का NTPC का Dam (बांध) टूट गया है. शाम तक पानी चमोली पार कर लेगा, अभी हरिद्वार और ऋषिकेश का प्रोग्राम न बनाएं.'


(पोस्ट का आर्काइव लिंक)

इसी कैप्शन के साथ एक्स पर भी एक यूजर ने वीडियो शेयर किया. 

(पोस्ट का आर्काइव लिंक)

फैक्ट चेक

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2021 में चमोली में आई बाढ़ का है. वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज के माध्यम से सर्च करने पर फरवरी 2021 में इस वीडियो को शेयर करने वाले कई पोस्ट मिले. 

(पोस्ट देखें)

दरअसल फरवरी 2021 में उत्तराखंड के चमोली में आई भयंकर बाढ़ की वजह से 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. साथ ही हजारों करोड़ की लागत से बन रहे हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट बर्बाद हो गए थे.

इसके अलावा चमोली पुलिस के एक्स अकाउंट पर 6 जुलाई 2024 को किया गया एक पोस्ट मिला जिसमें इसे फेक न्यूज बताया गया.

चमोली पुलिस ने अपने पोस्ट में लिखा, 'वर्ष 2021 में रैणी में आयी आपदा की वीडियो को कतिपय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वर्तमान परिदृश्य से जोड़ कर भ्रामक खबर के रूप में दिखाया जा रहा है, जो सत्य से एकदम परे है. कृपया ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें.'

साथ ही चमोली पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट पर ही एक और पोस्ट के माध्यम से एक प्रेस नोट जारी कर वायरल वीडियो का खंडन किया है.


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