सोशल मीडिया पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का एक पुराना वीडियो हाल के दिनों का बताकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक आर्मी वेटरन इराक़ युद्ध का समर्थन करने के लिए जो बाइडेन की उनके सामने ही आलोचना करता हुआ नज़र आता है. इस वीडियो को भारत में लोकतंत्र के संदर्भ में शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि अमेरिका में कोई भी नागरिक अपने राष्ट्रपति के आंखों में देखकर सवाल कर सकता है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो मार्च 2020 के एक चुनावी अभियान कार्यक्रम का है जब बाइडेन डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे और अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में चुने नहीं गए थे.
गौरतलब है कि आज से बीस साल पहले अमेरिका ने सद्दाम हुसैन के परमाणु और रासायनिक हथियारों के खिलाफ़ दुनिया के देशों को विश्वास में लेकर इराक पर हमला किया था. साल 2002 में एक सीनेटर के रूप में, बाइडेन ने इराक़ पर हमले के पक्ष में मतदान किया था, जिसकी मांग पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने की थी और आरोप लगाया था कि सद्दाम हुसैन सामूहिक विनाश के हथियार छिपा रहे थे.
हालांकि, अमेरिकी गठबंधन को ऐसा कोई हथियार नहीं मिला, और मार्च 2005 में जॉर्ज बुश द्वारा स्थापित आयोग WMD ने एक रिपोर्ट में स्वीकार किया कि "WMD" उपद्रव "हालिया अमेरिकी इतिहास में सबसे सार्वजनिक - और सबसे हानिकारक – ख़ुफ़िय विफलताओं में से एक था.
रिटायर्ड IAS ऑफिसर सूर्य प्रताप सिंह ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा,“अमेरिका में अपने राष्ट्रपति से एक नागरिक कैसे आंखों में आंख डालकर सवाल कर रहा है. क्या "लोकतंत्र की मां" अर्थात भारत में ये संभव है?”
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एक फ़ेसबुक यूज़र ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "अमेरिका में अपने राष्ट्रपति से एक नागरिक कैसे आंखों में आंख डालकर सवाल कर रहा है. क्या भारत में पीएम या सीएम या गवर्नर किसी से कर सकते हैं क्या “लोकतंत्र की माँ” अर्थात भारत में ये संभव है.”
पोस्ट यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो मार्च 2020 का है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे.
5 मार्च, 2020 को प्रकाशित द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक़, 3 मार्च, 2020 को कैलिफोर्निया के ओकलैंड में एक अभियान कार्यक्रम के दौरान, वार वेटरन माइकल थरमैन ने बाइडेन से पूछा: "हम बस सोच रहे हैं कि हमें किसी ऐसे व्यक्ति को वोट क्यों देना चाहिए जिसने युद्ध के लिए मतदान किया और एक ऐसे युद्ध को सक्षम किया जिसने हमारे हजारों भाइयों और बहनों और अनगिनत इराकी नागरिकों को मार डाला."
हमें मार्च 2020 की कई रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें घटना का वही वीडियो मौजूद था.
'अबाउट फेस: वेटरन्स अगेंस्ट द वॉर' नाम के ट्विटर हैंडल ने 4 मार्च, 2020 को इस वीडियो को ट्वीट किया था, जिसके कैप्शन में लिखा था, "दो वेटरन @JoeBiden से सुपर ट्यूज़डे को ओकलैंड में अपने अभियान स्टॉपओवर के दौरान युद्ध का समर्थन करने के अपने रिकॉर्ड के बारे में भिड़ गए."
अबाउट फेस: वेटरन्स अगेंस्ट द वॉर के मीडियम ब्लॉग में कहा गया है कि थरमन और एक अन्य वार वेटरन, जिन्होंने बाइडेन का सामना किया था, उनके संगठन के सदस्य हैं.
इराक़ युद्ध के लिए मतदान पर बाइडेन का इतिहास
साल 2002 में सीनेट में एक शीर्ष-रैंकिंग डेमोक्रेट के रूप में इराक़ पर आक्रमण के लिए मतदान के अपने रिकॉर्ड के लिए बाइडेन की आलोचना की गई है.एनपीआर के साथ एक इंटरव्यू में सितंबर 2019 में अपने वोट की व्याख्या करते हुए, बाइडेन ने कहा था कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश से प्राप्त प्रतिबद्धता के आधार पर मतदान किया था कि वह युद्ध में नहीं जाएंगे.
बाइडेन का पहले भी फ़ैक्ट चेक किया जा चुका है जब उन्होंने 2019 में दावा किया था कि इराक़ के ख़िलाफ़ सैन्य बल को अधिकृत करने के लिए मतदान करने के बावजूद उन्होंने इराक युद्ध के शुरू होने का विरोध किया था. हालांकि, बाद में दावा किया कि उन्होंने ग़लत बोला था.
नहीं, यह वीडियो योगी आदित्यनाथ को कार के अंदर भजन सुनते हुए नहीं दिखाता