फैक्ट चेक

सपा का फ़र्ज़ी दावा, योगी सरकार में नहीं निकली गांजा पीने वालों के लिए नौकरी

बूम ने अपनी जांच में पाया कि इस नौकरी का उत्तरप्रदेश से कोई लेना देना नहीं है.

By -  Runjay Kumar |

20 Feb 2023 3:03 PM IST

सपा का फ़र्ज़ी दावा, योगी सरकार में नहीं निकली गांजा पीने वालों के लिए नौकरी

सोशल मीडिया पर एक ख़बर काफ़ी शेयर की जा रही है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि "उत्तरप्रदेश में गांजा पीने वालों के लिए नौकरी निकली है. इस नौकरी के लिए सैलरी 80 लाख़ रुपए से भी ज्यादा ऑफर की जा रही है".

हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि इस नौकरी का उत्तरप्रदेश से कोई लेना देना नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह नौकरी जर्मनी की एक कंपनी द्वारा निकाली गई थी.

वायरल ख़बर को एबीपी न्यूज़ के ग्राफ़िक्स के साथ साझा किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है “ गांजा पीने वालों के लिए नौकरी आई सैलरी 80 लाख से ज्यादा”.

समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस ग्राफ़िक्स को उत्तरप्रदेश से जोड़कर शेयर किया गया है और कैप्शन में लिखा गया है “योगीराज में कुछ भी संभव है”.


वहीं फ़ेसबुक पर भी इसी तरह के दावे वाले कैप्शन के साथ वायरल ग्राफ़िक्स को शेयर किया गया है.


वायरल ग्राफ़िक्स से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

फ़ैक्ट चेक

बूम ने सबसे पहले वायरल ग्राफ़िक्स की पड़ताल के लिए उसे एबीपी न्यूज़ के सोशल मीडिया अकाउंट पर ख़ोजना शुरू किया. हमें 16 फ़रवरी 2023 को एबीपी न्यूज़ के आधिकारिक फ़ेसबुक अकाउंट से किए गए एक पोस्ट में यह ग्राफ़िक्स मिला. ग्राफ़िक्स के साथ मौजूद कैप्शन में यह ख़बर जर्मनी की बताई गई थी.


कैप्शन में दी गई जानकारी के अनुसार, जर्मनी की एक कंपनी Cannamedical कैनबिस (गांजा) से बनने वाले उत्पादों की गुणवत्ता को परखने वाले एक व्यक्ति की तलाश कर रही है और इसके लिए कंपनी द्वारा 88 लाख़ रुपए तक की सैलरी तय की गई है.

इसके बाद हमें इसके बारे में विस्तृत ख़बर एबीपी न्यूज़ की वेबसाइट पर 16 फ़रवरी 2023 को ही प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिली. रिपोर्ट के अनुसार, फ़ार्मेसी कंपनियों को मेडिकल कैनबिस सप्लाई करने वाली जर्मनी की कंपनी Cannamedical एक कैनबिस एक्सपर्ट की तलाश कर रही है, जो उनके द्वारा बनाए जा रहे प्रोडक्ट को सूंघ सके, महसूस कर सके और फूंक भी सके. रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि इसके लिए जर्मनी में कैनबिस पीने का लाइसेंस वाली शर्त भी रखी गई है.

जांच में हमें इससे जुड़ी रिपोर्ट आजतक, इंडिया टाइम्स और न्यूज़ 18 की वेबसाइट पर मिली. यह सभी ब्रिटिश न्यूज़ आउटलेट द सन के हवाले से लिखी गई थी. इन सभी रिपोर्टों में Cannamedical के सीईओ डेविड हेन्न का बयान भी शामिल था. डेविड हेन्न के अनुसार, वह ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं जो ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, पुर्तगाल, मैसेडोनिया और डेनमार्क जैसे सोर्सिंग देशों में हमारे उत्पादकों के मानकों की जांच कर सके.


इसके बाद हमने यह रिपोर्ट द सन की वेबसाइट पर भी खंगाली तो हमें 12 फ़रवरी 2023 को प्रकाशित यह रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि Cannamedical एक कैनबिस सोम्मेलियर की तलाश कर रही है और इसके लिए 88 हजार यूरो तक की सैलरी ऑफर की जा रही है. साथ ही इस रिपोर्ट में वही सब जानकारियां मौजूद थी, जो ऊपर लिखी हुई है.


हमने इससे संबंधित अन्य रिपोर्ट भी ख़ोजी लेकिन हमें कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली. इस दौरान हमने Cannamedical से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन रिपोर्ट लिखे जाने तक कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ है. जवाब मिलने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.

जांच में हम इस बात का पता नहीं लगा पाए कि जर्मनी कंपनी Cannamedical ने ऐसी कोई नौकरी निकाली है या नहीं, लेकिन हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि इस नौकरी का उत्तरप्रदेश से कोई लेना देना नहीं है.

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