सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव की हाथ जोड़े और फूल लिए तस्वीर वायरल है. यूजर सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि दोनों अतीक अहमद की कब्र पर फूल चढ़ा रहे हैं
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अखिलेश यादव का अतीक अहमद की कब्र पर फूल चढ़ाने का दावा गलत है. असल में वह अपने पिता मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल पर फूल चढ़ा रहे थे.
गौरतलब है कि गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की पिछले साल पुलिस कस्टडी में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण केस में उम्र कैद की सजा सुनाई थी. अतीक अहमद समाजवादी पार्टी से सांसद और उत्तर प्रदेश विधानसभा का सदस्य रह चुका था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यूजर ने पोस्ट कर लिखा, 'अपने गुरु अतीक अहमद की मजार पर हाजिरी लगा रहे भैयाजी'
फेसबुक पर भी यह तस्वीर इसी दावे से वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें तस्वीर से जुड़ी खबर के संबंध में नवंबर 2022 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. जनसत्ता और नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2022 में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हो गई, जिस पर उपचुनाव होना था. समाजवादी पार्टी ने सपा के प्रत्याशी के रूप में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतारा था.
एबीपी की रिपोर्ट के अनुसार, 14 नवम्बर 2022 को डिंपल यादव ने मैनपुरी के कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपना नामांकन किया था. उससे पहले अखिलेश और डिंपल यादव ने सैफई में मुलायम सिंह यादव के स्मारक पर जाकर उनको नमन किया था.
अखिलेश यादव ने भी अपने एक्स अकाउंट पर 14 नवम्बर 2022 को तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा था, 'मैनपुरी उपचुनाव में सपा के प्रत्याशी के रूप में दरअसल नेताजी की समाजवादी आस्थाओं का ही नामांकन हो रहा है जिस प्रकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के लोगों और जनमानस ने सैफई आकर नेताजी को श्रद्धांजलि दी है, उसका सच्चा परिणाम ये होगा कि सपा प्रत्याशी की ऐतिहासिक जीत होगी.'
इसी तस्वीर को अखिलेश यादव का अतीक अहमद की कब्र पर फूल चढ़ाने के झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है. हमने अपनी पड़ताल से पाया कि वह अपने पिता मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल पर फूल चढ़ा रहे थे.