सोशल मीडिया पर बीते हफ़्ते कई पुरानी व असंबंधित तस्वीरें, वीडियो और पोस्ट फ़र्ज़ी दावों (fake news) के साथ वायरल हुए. नेटीज़ेंस ने इन फ़र्ज़ी और भ्रामक दावे वाले वायरल पोस्ट्स (viral) पर विश्वास करते हुए सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म पर बड़े पैमाने पर शेयर किया. बूम ने जब इन वायरल पोस्ट की जांच की तो ये दावे फ़र्ज़ी निकले.
बूम की साप्ताहिक रिपोर्ट 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में इस हफ़्ते जो फ़ेक न्यूज़ शामिल हैं उनमें त्रिपुरा हिंसा से जोड़कर शेयर की गयीं दो तस्वीरें और वीडियो, पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने पर श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द करने के दावे से वायरल एक तस्वीर, त्रिपुरा हिंसा से जोड़कर शेयर की गई बीबीसी की एक रिपोर्ट और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की पुरानी तस्वीर, शामिल हैं.
1. त्रिपुरा हिंसा से जोड़कर शेयर गयीं दो तस्वीरें
बूम ने पाया कि जलती कार दिखाती तस्वीर हालिया त्रिपुरा हिंसा की नहीं है बल्कि सितंबर महीने में त्रिपुरा वामपंथी पार्टियों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई राजनीतिक झड़प और हिंसा की है. जबकि, दूसरी तस्वीर कोलकाता में साल 2018 में निकाली गई राम नवमी की रैली की है.
त्रिपुरा की साम्प्रदायिक हिंसा बताकर वायरल दो तस्वीरें पुरानी हैं
2. त्रिपुरा की मुस्लिम बस्ती में आगजनी के दावे से वायरल वीडियो
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो असल में बांग्लादेश के Cox's Bazar स्थित रोहिंग्या शरणार्थी कैंप का है.
एक बस्ती में लगी भीषण आग का पुराना वीडियो त्रिपुरा बताकर वायरल
3. श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द करने के दावे से वायरल तस्वीर
बूम को अपनी जांच के दौरान यह तस्वीर नवंबर 2017 के एक आर्टिकल में मिली, जिसमें बताया गया था कि तस्वीर आज़मगढ़ के फ़ातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज की है जो आज़मगढ़ के दाउदपुर गाँव में है. ये तस्वीर सुबह की प्रार्थना के समय की है.
क्या श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द कर दी गई है?
4. त्रिपुरा हिंसा की कवरेज के रूप में वायरल बीबीसी की रिपोर्ट
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल फ़ुटेज फ़रवरी 2020 में दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों पर बीबीसी कवरेज का है. इसका हालिया त्रिपुरा हिंसा से कोई संबंध नहीं है.
दिल्ली दंगों पर BBC की रिपोर्ट को त्रिपुरा हिंसा पर कवरेज के रूप में शेयर किया गया
5. आर्यन खान को ज़मानत मिलने पर 'मन्नत' के बाहर जमा भीड़ का अभिवादन करने के दावे से शाहरुख़ की वायरल तस्वीर
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान को ज़मानत मिलने पर उनके घर के बाहर जमा भीड़ नहीं दिखाती, बल्कि साल 2014 में शाहरुख़ खान के जन्मदिन पर उन्हें उनके घर के बाहर इकठ्ठा हुए फैंस को अभिवादन करते हुए दिखाती है.
शाहरुख़ खान के जन्मदिन की पुरानी तस्वीर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल