अमेरिकी पॉप सिंगर टेलर स्विफ्ट का एक डीपफेक वीडियो वायरल है जिसमें वह लॉस एंजिलिस की आग को गाजा पर कार्रवाई के लिए ईश्वर की सजा करार दे रही हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो को डीपफेक टेक्नॉलजी की मदद से तैयार किया गया है. कई डीपफेक एनालिसिस टूल पर वीडियो के विश्लेषण से स्पष्ट हुआ कि वीडियो में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उपयोग करके हेरफेर किया गया है.
मूल वीडियो 12 नवंबर 2021 को प्रसारित हुए Tonight Show starring Jimmy Fallon का है जिसमें टेलर स्विफ्ट शामिल हुई थीं. यह एपिसोड लॉस एंजिलिस आग और गाजा पर इजरायल के एयरस्ट्राइक से काफी पहले ब्रॉडकास्ट हुआ था.
अमेरिका के पश्चिमी तटीय लॉस एंजिलिस क्षेत्र में जंगल की आग से मौत का आंकड़ा 24 हो गया है. इस बीच मौसम विज्ञानियों ने इस हफ्ते फिर से तेज हवाएं चलने की वजह से आग के और विकराल रूप लेने की चेतावनी दी है.
विनाशकारी जंगल की आग को लेकर सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. इसी बीच टेलर स्विफ्ट का डीपफेक वीडियो भी वायरल है.
वीडियो में वह अंग्रेजी में कहती नजर आ रही हैं, "इजरायल ने डेढ़ साल तक अमेरिकी करदाताओं द्वारा वित्तपोषित मिसाइलों से गाजा पर हमला किया. हालांकि, केवल दो दिनों में, ईश्वरीय प्रतिशोध ने संयुक्त राज्य अमेरिका को प्राकृतिक आपदा के रूप में चपेट में लिया और गाजा से भी बड़े क्षेत्र को नष्ट कर दिया. यह घटना न्याय और उत्पीड़न का समर्थन करने के परिणामों के बारे में गंभीर सवाल उठाती है."
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने फेक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'अब तो गैर मुस्लिम भी अलल ऐलान कह रही है कि लॉस एंजेलिस और कैलिफोर्निया की आग दरअसल खुदा का अजाब और खुदा का इंतिकाम है. ये अमेरिकी खातुन इस आग को गाजा पर जालिम इजरायल का नरसंहार और अमेरिकी माली इमदाद का नतीजा समझती है.'
फैक्ट चेक
लॉस एंजिलिस की आग को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल टेलर स्विफ्ट का वीडियो फेक है. बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि इसे आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है.
मूल वीडियो नवंबर 2021 का है
हमने दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च किया लेकिन हमें ऐसी कोई विश्वनीय रिपोर्ट नहीं मिली जैसा कि वायरल वीडियो में कहा जा रहा है.
इसके बाद हमने वीडियो के कीफ्रेम लेकर रिवर्स इमेज सर्च के जरिए पता लगाया कि यह अमेरिकी टॉक शो Tonight Show starring Jimmy Fallon का है जिसके 12 नवंबर 2021 के एपिसोड में टेलर स्विफ्ट नजर आई थीं.
हमने वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम की तुलना टॉक शो के यूट्यूब वीडियो से की और पाया कि सिंगर के कपड़े, मेकअप, जूलरी और बैकग्राउंड सेटिंग एक जैसी ही है.
डीपफेक डिटेक्शन टूल्स के जरिए पड़ताल
इससे संकेत मिला कि टेलर स्विफ्ट के जिमी फॉलन के टॉक शो वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर एडिट किया गया है. मूल वीडियो लॉस एंजिलिस की आग और इजरायल का गाजा पर हुए अटैक से काफी पहले का है. इजरायल ने 7 अक्टूबर 2023 को गाजा पर पहला एयरस्ट्राइक किया था.
हमने अधिक पड़ताल के लिए डीपफेक एनालिसिस यूनिट (DAU) में अपने पार्टनर की मदद ली, जिन्होंने हमें वीडियो में AI का उपयोग करके ऑडियो हेरफेर के मजबूत सबूत दिए. DAU के अनुसार, डीपफेक ऑडियो डिटेक्शन टूल Hiya AI ने ऑडियो ट्रैक के AI द्वारा जनरेट किए जाने की 99 प्रतिशत संभावना जताई.
इसके अलावा Hive Moderation के AI ऑडियो डिटेक्शन टूल ने वीडियो के पहले 20 सेकंड में AI वॉयस क्लोनिंग के इस्तेमाल की प्रबल संभावना का संकेत दिया.
आगे हमने ऑडियो की University at Buffalo के मीडिया फरेंसिक लैब के डीपफेक डिटेक्शन टूल के माध्यम से भी जांच की, जिसके दो एआई वीडियो डिटेक्शन मॉडल LIPINC (2024) और WAV2LIP-STA (2022) ने वीडियो में हेरफेर करने के लिए AI का उपयोग किए जाने का क्रमश: 85 प्रतिशत और 87.4 प्रतिशत संभावना बताई.