समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव का एक वीडियो वायरल है. इसमें वह समाजवादी पार्टी को चोरों-उचक्कों की पार्टी कह रहे हैं. बूम की जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो साल 2019 का है, जब शिवपाल यादव ने सपा से नाता तोड़कर अपनी अलग प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई थी.
बहुजन समाज पार्टी मीडियासेल नाम के फेसबुक अकाउंट ने शिवपाल यादव का वीडियो शेयर किया. इसके कैप्शन में लिखा था, 'समाजवादी पार्टी चोर-उचक्कों की पार्टी है- शिवपाल यादव.'
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इसी तरह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर @Sanjay_Sang90 ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'समाजवादी पार्टी बिल्कुल भटक गई है ये तो हो गई है चोर उचक्को की पार्टी, माफियाओं की पार्टी, किसी के जमीन पर कब्जा करना, शराब माफिया ऐसे लोगों को लेकर पार्टी चलेगी??~शिवपाल यादव समाजवादी नेता'
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फैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि शिवपाल यादव का वायरल बयान पांच साल पुराना है. सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा. वीडियो के ऊपरी हिस्से पर दाईं ओर दैनिक जागरण का लोगो लगा हुआ है जो थोड़ा क्रॉप है. हमने संबंधित कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर सर्च किया तो फेसबुक का एक लिंक मिला. इस लिंक मे दैनिक जागरण की ओर से साल 2019 को पोस्ट किया गया वीडियो मिला. वीडियो देखने पर जाहिर होता है कि वायरल वीडियो इसी का एक हिस्सा है.
वीडियो के 31वें सेकंड से शिवपाल को समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए सुना जा सकता है. वीडियो में वह कहते हैं, 'यह बात सब लोग जान गए हैं कि उनके लोग कैसे लोग हैं, माफिया हैं, शराब माफिया हैं, कब्जा करने वाले लोग हैं, ऐसा समाजवादी पार्टी में कभी हुआ नहीं.' आर्काइव लिंक देखें
शिवपाल आगे कहते हैं, 'समाजवादी पार्टी थी लोहिया के विचारों पर चलने वाली, चौधरी चरण सिंह के विचारों पर चलने वाली, नेताजी के विचारों पर चलने वाली. समाजवादी पार्टी तो बिल्कुल भटक गई है. ये तो हो गई है चोर-उचक्कों की पार्टी, माफियाओं की पार्टी, ऐसे लोगों से कहीं पार्टी चलेगी!'
इससे स्पष्ट है कि इसी वीडियो के एक हिस्से को काटकर वर्तमान में वायरल किया जा रहा है.
गौरतलब है कि शिवपाल यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच 2017 विधानसभा चुनाव के बाद मनमुटाव हो गया था. इसके बाद शिवपाल ने सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नाम से अपनी अलग पार्टी बना ली थी.
हालांकि 2022 विधानसभा चुनाव में दोनों ने आपसी मतभेद खत्म करते हुए मिलकर चुनाव लड़ा था. नवंबर 2022 में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद शिवपाल वापस सपा में लौट आए थे. उन्होंने अपनी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय कर दिया था.
इस बार सपा ने शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश की बदायूं सीट से उम्मीदवार बनाया है. हालांकि चर्चा है कि शिवपाल के बेटे आदित्य यादव भी यहां से चुनाव लड़ सकते हैं.