सोशल मीडिया पर पानीपूरी (गोलगप्पे) बेचने वाले एक शख्स का वीडियो वायरल है. इसमें वह अपने स्टॉल पर रखे पर गोलगप्पों में गंदगी मिलाते देखा जा सकता है. साथ ही गोलगप्पे का पानी भी जूठा कर रहा है. यूजर्स इस वीडियो को वास्तविक घटना मानते हुए सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह एक स्क्रिप्टेड वीडियो है. इसे संजना गलरानी नाम की एक कंटेट क्रिएटर ने मई 2024 में बनाया था. उनके फेसबुक अकांउट पर इस तरह के कई अन्य वीडियो भी मौजूद हैं.
एक एक्स यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'कोयंबटूर पीएसजी कॉलेज के पास की घटना थूक और मिट्टी. और पता नहीं क्या क्या मिला रहा है.'
फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर भी एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'देखिए बहन बेटियां क्या पसंद करती हैं, सावधान.'
यूट्यूब पर भी दिलीप पांडेय नाम के एक यूजर ने इसे वास्तविक घटना बताते हुए इस पर अपना एक ओपिनियन वीडियो बनाया है.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें संजना गलरानी नाम के फेसबुक पेज पर 8 मई 2024 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला.
वीडियो पोस्ट के कैप्शन में एक डिस्केलमर के रूप में लिखा गया, "वीडियो देखने के लिए धन्यवाद. कृपया ध्यान रखें कि इस पेज पर ऐसे स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी वीडियो और भी हैं. यह लघु फिल्में केवल मनोरंजन और शैक्षिक उद्देश्य के लिए हैं. इस वीडियो में दिखाए गए पात्र भी केवल मनोरंजन और शैक्षिक उद्देश्य के लिए हैं."
(मूल टेक्स्ट: Disclaimer: Thank you for watching! Please be aware that this page features scripted dramas and parodies as well. These short films are for entertainment & educational purposes only! Characters in this video are entertainment and educational purpose.)
वीडियो के आखिर में भी ऐसा ही एक डिस्क्लेमर लगाया है जिसका हिंदी अनुवाद है- "यह वीडियो रील लाइफ विडियो फुटेज केवल लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिश किया गया है ताकि उन्हें यह समझाया जा सके कि वास्तविक दुनिया की परिस्थितियां कैसी होंगी. वीडियो में दिखाए गए सभी पात्र शैक्षिक उद्देश्य के लिए हैं."
Sanjjanaa Galrani के फेसबुक अकाउंट से पता चलता है कि वह एक एक्टर हैं. उनके पेज पर इस इस तरह के कई अन्य स्क्रिप्टेड वीडियो भी अपलोड किए गए हैं. पेज पर अपलोड किए गए वीडियो में एक खास तरह का फॉर्मेट फॉलो किया गया है, जिससे यह सीसीटीवी फुटेज की तरह नजर आते हैं.