सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दो पुरुष और एक निर्वस्त्र महिला नज़र आ रही है. तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि राजस्थान में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसका वीडियो बनाकर आरोपियों ने वायरल कर दिया. सोशल मीडिया यूज़र्स मणिपुर की हालिया घटना पर बोलने वालों को दोहरी मानसिकता का बताते हुए शेयर कर रहे हैं कि किसी ने इस घटना का प्रचार क्यों नहीं किया, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है इसलिए.
मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद काफी हंगामा हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले पर बयान दिया लेकिन विपक्ष राज्य के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करता रहा. सोशल मीडिया यूज़र्स मणिपुर की घटना के आक्रोश से तुलना करते हुए इस तस्वीर को हुए शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर अप्रैल 2019 की घटना की है, जब राजस्थान के अलवर ज़िले में एक 18 वर्षीया महिला से सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो बनाकर वायरल किया गया था.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "राजस्थान एक दलित महिला से उसके पति के सामने किया गया सामूहिक दुष्कर्म, आरोपियों ने वीडियो बनाकर किया वायरल। कितने एजेंडा प्रचारकों ने पीड़ा और क्रोध व्यक्त किया? मेरा धर्म कहता है महिला कोई भी हो कहीं की भी हो अगर उसके साथ ग़लत हो रहा है हमें आवाज़ उठानी चाहिए."
फ़ेसबुक पर अन्य यूज़र्स ने भी इस वीडियो को हालिया मानते हुए शेयर कर रहे हैं. जिसे यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च किया तो रीवा न्यूज़ मीडिया नाम की लोकल मीडिया वेबसाइट पर 9 मई 2019 की रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट में वायरल तस्वीर के समान ही तस्वीर इस्तेमाल की गयी थी. यह घटना राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी इलाके में हुई. रिपोर्ट में घटना के बारे में बताते हुए पीड़िता ने कहा कि वह 26 अप्रैल को दोपहर 3 बजे पति के साथ जा रही थी. तभी थानागाजी - अलवर बाइपास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते से कुछ दूरी पर 5 युवकों ने उनकी बाइक के आगे अपनी 2 बाइक लगाकर रोक लिया. पति से मारपीट की और बंधक बना लिया. बाद में पांचों युवकों ने महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया और वीडियो भी बनाया. किसी को बताने पर वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी.
7 मई 2019 की दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, 26 अप्रैल 2019 को राजस्थान में अलवर जिले के थानागाजी इलाके में एक दलित महिला से दबंगों ने उसके पति के सामने ही सामूहिक दुष्कर्म किया. पांच आरोपियों ने पहले तो महिला के पति को बंधक बनाया फिर पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया. दम्पति ने डर के कारण इस घटना का जिक्र किसी के सामने नहीं किया. पुलिस ने भी राज्य में चुनाव होने के कारण मामले को दबाना चाहा. मई महीने में दम्पति ने मामले को सार्वजनिक किया. इसके तुरंत बाद एक आरोपी की गिरफ़्तारी हुई. पुलिस महानिदेशक ने इस मामले में एक थानाधिकारी को निलंबित भी किया.
7 मई 2019 की राजस्थान पत्रिका की इस मामले पर वीडियो रिपोर्ट भी मिली. रिपोर्ट के मुताबिक़, अलवर ज़िले के थानागाजी इलाके में कुछ युवकों ने एक महिला का उसके पति के सामने ही सामूहिक दुष्कर्म किया और घटना का वीडियो बनाया. बाद में आरोपियों ने वीडियो को वायरल कर दिया. 2 मई को इस मामले में मुक़दमा दर्ज किया गया और थानाधिकारी के मुताबिक़ आरोपियों को गिरफ़्तार की मुहिम तेजी से चल रही है.
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