सोशल मीडिया पर एक स्क्रिप्टेड वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें रेलवे कर्मचारी को एक लड़की से कथित तौर पर रिश्वत लेते दिखाया गया है. लोग इसे असली घटना समझकर शेयर करते हुए कर्मचारी के व्यवहार की निंदा कर रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि यह वीडियो राज ठाकुर नाम के एक कंटेंट क्रिएटर द्वारा बनाया गया है. उन्होंने इस वीडियो के साथ दिए डिस्क्लेमर में स्पष्ट किया है कि इसे मनोरंजन और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य बनाया गया था.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स (आर्काइव लिंक) और फेसबुक (आर्काइव लिंक) जैसे माध्यमों पर वायरल हो रहा यह वीडियो एक सीसीटीवी फुटेज के फॉर्मेट में है. करीब 26 सेकंड के इस वीडियो में टिकट कलेक्टर की वेशभूषा में एक युवक ट्रेन में एक लड़की से पैसे लेते और आपत्तिजनक तरीके से उसका हाथ पकड़ते नजर आ रहा है जबकि लड़की उसके सामने हाथ जोड़कर खड़ी है.
यूजर इसके साथ दावा कर रहे हैं कि लड़की के पास टिकट न होने कारण टीटी ने उससे रिश्वत ली और उसके साथ इस तरह का व्यवहार किया.
पड़ताल में क्या मिला:
वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें राज ठाकुर नाम के एक कंटेट क्रिएटर के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 21 सितंबर का पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला. इसके साथ दिए गए डिस्क्रिप्शन में स्पष्ट बताया गया था यह वीडियो वास्तविक नहीं बल्कि पूरी तरह से स्क्रिप्टेड है. इसे मनोरंजन और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है.
राज ठाकुर के यूट्यूब चैनल पर भी यह वीडियो इसी डिस्क्रिप्शन के साथ शेयर किया है. उनके सोशल मीडिया पर मौजूद जानकारी के मुताबिक राज ठाकुर दिल्ली के रहने वाले एक वीडियो क्रिएटर हैं.
राज के सोशल मीडिया पर मौजूद हैं इसी फॉर्मेट में कई वीडियो
राज के इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर इसी फॉर्मेट में ऐसे कई स्क्रिप्टेड वीडियो मौजूद हैं, जिनमें वह ट्रेनों में होने वाली चोरी और छिनैती जैसी घटनाओं को दिखाते हैं.
हमने पाया कि राज एक खास तरह के पैटर्न को फॉलो करते हैं जिसमें सभी वीडियो सीसीटीवी फुटेज जैसे दिखाए जाते हैं. ज्यादातर वीडियो में वायरल वीडियो की तरह ही एक लाल सर्कल के जरिए घटना को हाइलाइट करने की कोशिश की गई है.
हमारी जांच में स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर स्क्रिप्टेड वीडियो को गलत तरीके से वास्तविक घटना के रूप में पेश किया जा रहा है. बूम इससे पहले भी राज ठाकुर के एक अन्य स्क्रिप्टेड वीडियो का फैक्ट चेक कर चुका है, जिसमें दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन पर एक बच्चे को किडनैप करते हुए दिखाया गया था.


