भाजपा नेताओं समेत कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया है कि "उन्होंने अपने आस पास कैमरा नहीं होने के कारण दस्तार पहनने से इनकार कर दिया". बता दें कि पंजाबी भाषा में पगड़ी को दस्तार कहा जाता है.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि राहुल गांधी पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दस्तार पहनने से नहीं बल्कि एक महिला के फ़ोटो खिंचवाने वाले अनुरोध को इनकार कर रहे थे.
क़रीब 30 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में राहुल गांधी अपने पास मौजूद शख्स से दस्तार पहनने को लेकर बातचीत करते हैं. इस दौरान वह किसी बात पर "अभी नहीं" कहते हैं. इसके बाद वहां मौजूद शख्स राहुल गांधी के साथ बातचीत में उनको सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या बताता है. राहुल गांधी दस्तार के केसरिया रंग को लेकर भी वहां मौजूद लोगों से वीडियो में बातचीत करते हुए देखे जा सकते हैं.
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस वीडियो को वायरल दावे के साथ अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है और कैप्शन दिया है "अभी नहीं बाँधूँगा" - कैमरा और मीडिया वाले नहीं थे तो राहुल गांधी ने सिर पर दस्तार सजाने से मना कर दिया, भारत जोड़ो यात्रा में "टी-शर्ट" से लेकर "दस्तार" तक…हर हरकत एक नौटंकी और लिखी हुई स्क्रिप्ट का हिस्सा है, गांधी परिवार का सिख विरोधी चेहरा एक बार फिर बेनक़ाब".
वहीं बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी इसी तरह के दावे के साथ वायरल वीडियो को अपने अकाउंट से शेयर किया है.
फ़ेसबुक पर भी यह वीडियो ख़ास कैप्शन के साथ वायरल है, जिसमें लिखा हुआ है "सिख बनकर ड्रामा करने के पहले जब इन्हें केसरी कलर की पगड़ी पहनाई जा रही थी तब इसने पगड़ी पहनने से मना कर दिया और कहा कि केसरी कलर क्यों फिर इसे कोरियोग्राफर ने समझाया सर जी मेरे 1300000 फॉलोअर हैं हम आपको फेमस कर देंगे उसके बाद यह केसरी कलर की पगड़ी पहनी".
फ़ेसबुक पर पर वायरल वीडियो से जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम को वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान सबसे पहले वीडियो के ऊपरी ओर दाएं में 'State News ਪੰਜਾਬ' का लोगो दिखाई दिया. जिसके बाद उनके सोशल मीडिया अकाउंट को ख़ोजा तो हमें उनक अधिकारिक फ़ेसबुक पेज मिला.
फ़ेसबुक पेज पर वायरल वीडियो का स्पष्ट वर्जन 10 जनवरी 2023 को पंजाबी कैप्शन के साथ साझा किया गया था, जिसका हिंदी अनुवाद है "राहुल गांधी किसके अनुरोध पर अमृतसर पहुंचे और उन्होंने केसरी पग पहना".
फ़ेसबुक वीडियो के शुरूआती हिस्से में सबसे राहुल गांधी के बगल में खड़ा एक शख्स "बेस्ट है पंजाब में सर" कहता हुआ दिखता है. जिसके बाद राहुल गांधी तुरंत पूछते हैं, "बेस्ट है, बेस्ट मतलब टर्बन वाले?" इसके बाद एक महिला राहुल गांधी से पूछती है, "एक तस्वीर ले लूं?". महिला के इतना कहते ही वीडियो के 6 सेकंड वाले हिस्से पर राहुल गांधी महिला के उस अनुरोध को अस्वीकार करते हुए दिखते हैं और कहते हैं "अभी नहीं मैडम, अभी नहीं".
इससे यह स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी दस्तार पहनने से नहीं बल्कि बातचीत के दौरान तस्वीर लेने का अनुरोध करने वाली महिला को मना कर रहे थे.
जांच में हमने पाया कि स्टेट न्यूज पंजाब के फेसबुक पेज पर उस व्यक्ति का भी इंटरव्यू मौजूद था, जिन्होंने राहुल गांधी का दस्तार बांधा था.
इसी दौरान हमें पंजाबी न्यूज़ आउटलेट रोजाना स्पोक्समैन द्वारा किया गया एक फ़ैक्ट चेक मिला, जिसमें दस्तार बांधने वाले व्यक्ति का नाम मनजीत सिंह फ़िरोज़पुरिया बताया गया था.
हमें इस दौरान मनजीत सिंह फ़िरोज़पुरिया के यूट्यूब अकाउंट पर भी इसी से जुड़ा वीडियो मिला, जिसमें राहुल गांधी उनसे और अन्य लोगों से बातचीत करते हुए देखे जा सकते हैं.
हमने अपनी जांच को पुख्ता बनाने के लिए मनजीत सिंह फ़िरोज़पुरिया से भी संपर्क किया तो उन्होंने बूम को बताया कि "राहुल गांधी मुझसे और वहां मौजूद कुछ अन्य लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे और इसी दौरान उन्होंने फ़ोटो खिंचवाने वाली महिला को रोका था. उन्होंने महिला से इंतज़ार करने के लिए कहा था ताकि वे दस्तार पहन सकें. राहुल गांधी ने कहीं नहीं कहा कि कैमरा नहीं होने के कारण वे दस्तार नहीं पहनना चाहते हैं. मैं इसका गवाह हूं."
हालांकि फिरोजपुरिया ने यह नहीं बताया कि यव वाकया कहां हुआ था. उन्होंने कहा कि ''यह घटना एक कमरे में हुई थी, जहां महिला भी मौजूद थी. बाद में राहुल गांधी ने बड़ी शान से दस्तार बांधी. मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा शेयर किए गए वीडियो और उनसे जुड़े दावे पूरी तरह से निराधार हैं".