कांग्रेस के ओबीसी सम्मेलन में बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक पुराना वीडियो इस झूठे दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल है कि उन्होंने खुद को दर्जी बताया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो क्लिप्ड है, इसे संदर्भ से काटकर झूठे दावों के साथ शेयर किया जा रहा है. मूल वीडियो में गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि कैसे भारत में पिछड़ी जातियों के दर्जियों को उनका उचित श्रेय नहीं मिलता है.
इस 55 सेकंड के वीडियो में, हम गांधी को यह कहते हुए सुन सकते हैं, "दुनिया मुझे फैशन डिजाइनर कहती है, मगर मैं फैशन डिजाइनर नहीं हूं, मैं एक दर्जी हूं और जब मैं कपड़े को देखता हूं, मुझे आप कोई भी कपड़ा दिखा दो, किसी भी रंग का दिखा दो, जैसे ही मैं कपड़े को देखता हूं, मैं कपड़े को समझ जाता हूं, इसको कैसे काटना है, इसको व्यक्ति के कंधों पर कैसे डालना है, कौन सा रंग कहां जाना चाहिए. यह मेरा हुनर है, यह मेरा काम है, इसको मैं समझता हूं. और मैं आपको कह सकता हूं कि मैं अपने काम को, अपने हुनर को बहुत अच्छी तरह समझता हूं, गहराई से समझता हूं. अब आप अच्छी तरह बात सुनिए, उस कपड़े को एक दर्जी ने बनाया था, वह दर्जी इस व्यक्ति के पिछले कमरे में छिपा हुआ है. उस दर्जी को आप बाहर निकालिए, उसे पेरिस, फ्रांस भेजिए, हम ताली बजाएंगे.''
वीडियो को इंस्टाग्राम हैंडल पर @tryfun11 नाम के यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा, "मैं एक दर्जी हूं" और "पप्पू दर्जी"
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इस वीडियो को फेसबुक पर भी ऐसे ही मिलते-जुलते हुए दावों के साथ शेयर किया गया है. एक यूजर ने लिखा, "मैं तो fan हूं, आदरणीय Rahul Gandhi जी का... सुनिए ना Please.. मैं एक दर्जी हूं."
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बूम को वेरीफाई करने के रिक्वेस्ट के साथ अपने व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर (+91 7700906588) पर भी यह वीडियो आई.
फैक्ट चेक
बूम ने पाया कि राहुल गांधी का पुराना वीडियो क्रॉप करके इस झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि वे खुद को दर्जी बता रहे हैं. हमने जून 2018 का मूल वीडियो देखा और पाया कि उसमें राहुल गांधी खुद को दर्जी नहीं कह रहे हैं, बल्कि एक विदेशी डिजाइनर से हुई बातचीत को कोट कर रहे हैं.
हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा और पाया कि इंस्टाग्राम वीडियो में एक पेज के यूट्यूब चैनल का वॉटरमार्क था. हमने यूट्यूब पर इस चैनल को देखा तो पाया कि यह नियमित रूप से राहुल गांधी का मजाक उड़ाने वाले वीडियोज पोस्ट करता है. उन वीडियोज में से 11 नवंबर, 2023 को शेयर किए गए एक वीडियो में कथित तौर पर गांधी को यह बोलते हुए दिखाया गया था कि कैसे कोका कोला के फाउंडर शिकंजी बेचते थे, जिसे नींबू पानी भी कहा जाता है. इस वीडियो के विजुअल्स वायरल वीडियो से मैच करते हैं, जिससे यह पता चलता है कि दोनों बयान एक ही कार्यक्रम के दौरान दिए गए थे.
हमने कोका कोला के बारे में गांधी के बयान को सर्च किया तो हमें एनडीटीवी की एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि राहुल गांधी ने 11 जून, 2018 को अपनी पार्टी के ओबीसी सम्मेलन के दौरान यह बयान दिया था.
इससे हिंट लेते हुए हमने इस कार्यक्रम में उनके द्वारा दिए पूरे भाषण को सर्च किया, जिससे हमें 11 जून को इंडियन नेशनल कांग्रेस के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर शेयर किया गया एक वीडियो मिला.
वीडियो के 2 घंटे 36 मिनट पर गांधी ने एक फैशन डिजाइनर के साथ हुई बातचीत के बारे में बोलना शुरू किया, जिसने एक भारतीय डिजाइनर के काम का मजाक उड़ाया था. जब गांधी ने डिजाइनर से पूछा कि उन्होंने भारतीय कलाकार का मजाक क्यों उड़ाया, तो डिजाइनर ने एक्सप्लेन करते हुए कहा, "दुनिया मुझे फैशन डिजाइनर कहती है, मगर मैं फैशन डिजाइनर नहीं हूं, मैं एक दर्जी हूं और जब मैं कपड़े को देखता हूं, मुझे आप कोई भी कपड़ा दिखा दो, किसी भी रंग का दिखा दो, जैसे ही मैं कपड़े को देखता हूं, मैं कपड़े को समझ जाता हूं, इसको कैसे काटना है, इसको व्यक्ति के कंधों पर कैसे डालना है, कौन सा रंग कहां जाना चाहिए. यह मेरा हुनर है, यह मेरा काम है, इसको मैं समझता हूं. और मैं आपको कह सकता हूं कि मैं अपने काम को, अपने हुनर को बहुत अच्छी तरह समझता हूं, गहराई से समझता हूं. अब आप अच्छी तरह बात सुनिए, उस कपड़े को एक दर्जी ने बनाया था, वह दर्जी इस व्यक्ति के पिछले कमरे में छिपा हुआ है. उस दर्जी को आप बाहर निकालिए, उसे पेरिस, फ्रांस भेजिए, हम ताली बजाएंगे.''
भाषण के इस हिस्से में गांधी यह बताने की कोशिश कर रहे थे कि कैसे पिछड़ी जाति के लोग अक्सर बिना किसी क्रेडिट के उच्च वर्ग के प्रोफेशनल्स की सफलता में योगदान देते हैं.
इस भाषण का एक हिस्सा जहां डिजाइनर खुद को दर्जी कहता है, उसे ही झूठे दावे के साथ क्लिप किया गया है कि गांधी ने यह बयान दिया.
नीचे वायरल वीडियो और INC के यूट्यूब चैनल के मूल वीडियो के बीच तुलना की गई है.