सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहते हैं कि "स्पष्ट तौर पर, आज के भारत में 'भारत माता' एक असंसदीय शब्द हो गया है." (Apparently, Bharat Mata is an unparliamentary word in India nowadays). सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को शेयर कर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठाते हुए उन्हें 'गद्दार' कह रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो ग़लत सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है. दरअसल, राहुल गांधी ने संसद में मणिपुर हिंसा को 'भारत माता की हत्या' से जोड़ते हुए सरकार की आलोचना की थी. बाद में इन शब्दों को असंसदीय बताते हुए संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया था. इसी पर प्रतिक्रिया देने के दौरान राहुल गांधी ने कटाक्ष करते हुए यह बयान दिया था.
गौरतलब है कि हाल ही में आयोजित जी20 सम्मलेन में भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मेहमानों के लिए आयोजित भोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रसिडेंट ऑफ़ इंडिया' की जगह 'प्रेजिडेंट ऑफ़ भारत' लिखा गया था. जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में देश का नाम बदलने का अनुमान लगाया जाने लगा. यह चर्चा आम लोगों के बीच भी शुरू हो गई कि केंद्र सरकार आने वाले दिनों में देश का आधिकारिक नाम 'इंडिया' से बदलकर 'भारत' कर सकती है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इसका जमकर विरोध कर रही है. इस पूरे मामले से जोड़कर यह वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि 'कांग्रेस को भारत शब्द से आपत्ति है'.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, "Bharat Mata ki Jai is an unparliamentary word for this idiot, PM aspirant. चाणक्य के कथनानुसार विदेशी महिला से जन्मा बच्चा कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता ! आज "भारत माता की जय असंसदीय शब्द है" ये सुनकर विश्वास हो गया कि हमारे पूर्वजों ने जो भी शोध किऐ थे वह 100% तथ्यपरक हैं। और वहीं गुलाम देश द्रोही चमचे उसी गद्दार को आगामी प्रधानमंत्री का प्रबल दावेदार मान रहे हैं!!"
इसी तरह के दावे वाले कैप्शन से यह वीडियो कई अन्य फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी शेयर किया है जिसे यहां देखा जा सकता है.
बूम को यह वीडियो इसी दावे से व्हाट्सएप टिपलाइन (7700906588) पर भी मिला है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए उसके साथ किये जा रहे दावे से संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया तो हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिली. 10 अगस्त 2023 को प्रकाशित इंडिया टुडे एवं हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान उनके द्वारा दिए गए भाषण के कुछ हिस्सों को हटाने के लोकसभा सचिवालय के फैसले पर सवाल उठाया था. अपने भाषण से हटाए गए शब्दों पर मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, "जाहिर तौर पर भारत में आजकल 'भारत माता' एक असंसदीय शब्द है."
रिपोर्ट में आगे बताया गया था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यह प्रतिक्रिया लोकसभा सचिवालय द्वारा उनके भाषण से 'भारत माता की हत्या' वाक्य से 'हत्या' शब्द को हटाने पर आई थी.
रिपोर्ट में इस मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी के हवाले से कहा गया था कि, ''अगर कोई शब्द असंसदीय है तो उसे हटाने का प्रावधान है. मुझे नहीं लगता कि राहुल गांधी ने किसी असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया है...राहुल गांधी ने कहा कि भारत माता को अपमानित किया जा रहा है... मैंने इस मुद्दे को लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उठाया है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह इस पर ध्यान देंगे.''
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया था कि कई लोकसभा सदस्यों ने इस मुद्दे पर स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र भी लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि "भारत माता की हत्या" वाक्य से "हत्या" शब्द को हटाने का निर्णय समझ से परे है. आगे सदस्यों ने पत्र में यह स्पष्ट किया था कि "यह वाक्य एक रूपक(मेटाफोर) के तौर पर इस्तेमाल किया गया था". पत्र में राहुल गांधी के भाषण से हटाए गए शब्दों को दोबारा से जोड़ने का अनुरोध भी किया गया था.
गौरतलब है कि बीते मानसून सत्र में विपक्ष द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस की ओर से बोलते हुए राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी अलोचना की थी. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि "पीएम मणिपुर में नहीं जा सकते हैं क्योंकि इन्होंने हिंदुस्तान की हत्या की. भारत माता की हत्या की है. आप देशद्रोही हो. आप द्रेशप्रेमी नहीं हो."
लोकसभा सचिवालय द्वारा राहुल गांधी के इस भाषण से कुछ शब्द हटाए गये थे जिसमें हत्या’, ‘हत्यारे’, ‘कत्ल, ‘देशद्रोही’ शामिल थे.
दरअसल उनके भाषण से इन शब्दों को हटाए जाने पर तंज कसते हुए हुए राहुल गांधी ने ये बातें कही थी, जो वायरल वीडियो में मौजूद है.
आगे की पड़ताल में लोकसभा में भाषण दिए जाने के अगले दिन राहुल गांधी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर की गयी प्रेस कॉन्फ्रेंस मिली. इस दौरान उन्होंने 'भारत माता की हत्या' का सन्दर्भ बताते हुए कहा कि "मणिपुर की सुरक्षा की स्थिति इतनी खराब थी कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के पिछले 19 वर्षों में ऐसा कभी नहीं देखा था. मणिपुर राज्य को बर्बाद कर दिया गया है. अब तो इसका अस्तित्व भी नहीं बचा है. यह सिर्फ़ बीजेपी की ‘फूट करो, राज करो और जलाओ’ वाली नीति की वजह से हुआ है. इसीलिए मैंने कहा कि मणिपुर में 'भारत माता' की हत्या की गई है. पहली बार संसद से 'भारत माता' शब्द को हटाया गया है. यह उन शब्दों का अपमान है."
राहुल गांधी आगे कहते हैं कि "उन्होंने ऐसा क्या ग़लत कहा, मैंने भारत माता शब्द का इस्तेमाल किया जो एक आईडिया ऑफ़ इंडिया है, जहाँ सभी लोग शांति से मिल-जुलकर प्यार से रहते हैं. इस आईडिया ऑफ़ इंडिया की हत्या कर दी गयी. यह एक तथ्य है. इसका मतलब है कि अब भारत माता शब्द भारत के लोग नहीं बोल सकते. हम संसद में भारतमाता शब्द नहीं बोल सकते."
भारत माता शब्द को संसद के रिकॉर्ड से हटाने को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप के जवाब में संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि " 'भारत माता' शब्द को हटाया नहीं गया है, जो असंसदीय था उसे हटाया गया है. असंसदीय शब्दों का चयन एक नियम पुस्तिका के अनुसार किया जाता है और इसमें कुछ भी मनमाना नहीं होता है".
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