सोशल मीडिया पर भीड़ द्वारा एक महिला को लाठियों से मारने का वीडियो वायरल है. सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि भारत में बांग्लादेशी हिंदू भीड़ ने मुस्लिम महिलाओं और उनके घरों पर हमला कर दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है, वीडियो भारत का नहीं बांग्लादेश का है. बांग्लादेश के नरसिंगडी में 2 अगस्त 2024 को कोटा सिस्टम में सुधार के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों पर छात्र लीग के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से फैली हिंसा और अराजकता के बीच अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की खबरें भी सामने आ रही हैं. 16 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर वहां अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने फोन पर बात की. मुहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया.
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'बांग्लादेशी हिंदू भीड़ ने हिजाब पहनी मुस्लिम महिलाओं पर हमला किया और मुस्लिम घरों पर हमला किया, क्योंकि वे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में असुरक्षित होने की शिकायत करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.'
बांग्लादेशी हिंदू भीड़ ने हिजाब पहनी मुस्लिम महिलाओं पर हमला किया और मुस्लिम घरों पर हमला किया, क्योंकि वे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में असुरक्षित होने की शिकायत करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। pic.twitter.com/4j3haKORk8
— The Muslim (@TheMuslim786) August 13, 2024
फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ यह वीडियो वायरल है.
दावे की सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन (+917700906588) पर भी हमें यह वीडियो प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम लेकर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें एक्स पर एक वीडियो मिला, जिसमें इसके नरसिंगडी की घटना होने का जिक्र किया गया. साथ ही हमें यूट्यूब पर #savebangladeshistudents #quotamovement के कैप्शन के साथ 3 अगस्त 2024 को शेयर किया गया ऐसा ही एक वीडियो मिला. इससे यह स्पष्ट था कि यह वीडियो शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले का है और संभवत स्टूडेंट प्रोटेस्ट से जुड़ा है.
हमने नरसिंगड़ी कोटा आंदोलन को बांग्ला कीवर्ड के साथ गूगल पर सर्च किया.
हमें SOMOY TV के यूट्यूब चैनल पर 2 अगस्त 2024 की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. वीडियो में बांग्ला में एक विवरण दिया गया है. इसका हिंदी अनुवाद है,"नरसिंगडी में प्रदर्शनकारियों के जुलूस पर हमला." इस वीडियो में वायरल वीडियो में दिख रही घटना वाले दृश्य भी देखे जा सकते हैं.
घटना के बारे में और अधिक सर्च करने पर हमें कई अन्य रिपोर्ट भी मिलीं. Songbad Prokash की 2 अगस्त की रिपोर्ट के अनुसार, "नरसिंगडी में भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलनकारियों की एक सामूहिक रैली के दौरान बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला किया."
रिपोर्ट में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा गया, "जुबो लीग, बीसीएल (छात्र लीग) और महिला अवामी लीग के कार्यकर्ताओं ने फर्जी नारे लगाते हुए आंदोलनकारी छात्रों के जुलूस में बाधा डाली. छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने आंदोलनकारी छात्रों और उनके अभिभावकों को पीटना शुरू कर दिया. इसमें कम से कम 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए. जबकि पुलिस चुपचाप खड़ी देखती रही. "
वहीं रिपोर्ट में नरसिंगडी सदर पुलिस स्टेशन के प्रभारी तनवीर अहमद के हवाले से लिखा गया कि "प्रदर्शनकारियों और बीसीएल के कार्यकर्ताओं के बीच मामूली हाथापाई हुई है.”
Ajker Patrika की रिपोर्ट में भी बताया गया कि "दोपहर 3 बजे के आसपास कोटा भेदभाव विरोधी आंदोलनकारी छात्र पुर्व निर्धारित प्रार्थना और सामूहिक रैली कार्यक्रम के लिए सदर उपजिला चौराहे पर नरसिंगडी प्रेस क्लब के सामने पहुंचे. इस दौरान छात्र लीग और जुबो लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने छात्रों को बुरी तरह मारा-पीटा."