सोशल मीडिया पर एक विडियो काफ़ी वायरल है जिसमें एक महिला स्टेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उज्ज्वला योजना के तहत दिए जा रहे सिलिन्डर लेने से मन करती हुई दिख रही है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि एलपीजी की आसमान छूती कीमतो के बाद महिला ने 1000 रुपये का सिलिन्डर लेने से मना कर दिया.
बूम ने पाया कि वीडियो को एडिट कर के रिवर्स किया गया है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र Aditya Swaroop ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है,'महिला ने 1000 के एलपीजी सिलेंडर लेने से मना किया'.
कैलाश पर्वत के नाम से वायरल इस वीडियो का सच क्या है?
फ़ेसबुक पर यह वीडियो इस दावे के साथ व्यापक स्तर पर वायरल है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब संबंधित कीवर्ड के साथ सर्च किया तो financial express की 1 मई 2016 की एक रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले में उज्ज्वला योजना का शुभारंभ किया था. इसी के प्रतीक स्वरूप उन्होंने महिलाओं को सिलिन्डर भी भी बांटे थे. रिपोर्ट में पीएम मोदी के साथ उस महिला की तस्वीर भी है जिसके साथ वाला विडियो वायरल है.
इसी जानकारी के आधार पर हमने यूट्यूब पर वीडियो सर्च की तो भारतीय जनता पार्टी के यूट्यूब चैनल पर 1 मई 2016 को अपलोड की मिल गई. नीचे हमने वायरल वीडियो और असली वीडियो की तुलना की जिससे स्पष्ट समझा जा सकता है कि वायरल वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे रिवर्स किया गया है.
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