सोशल मीडिया पर मधुमेह की दवा के प्रचार का एक वीडियो वायरल है जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और टीवी न्यूज चैनल आज तक के एंकर सुधीर चौधरी भी नजर आ रहे हैं. वीडियो की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद भवन में इस दवा के बारे में बोलती नजर आ रही हैं. उसके बाद सुधीर चौधरी को स्टूडियो से दवा का विज्ञापन करते हुए दिखाया गया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. वीडियो में 2023 में राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण और सुधीर चौधरी के दो अलग-अलग विजुअल्स के साथ एक फर्जी आवाज को अलग से जोड़ा गया है.
वायरल वीडियो में संसद भवन के अंदर राष्ट्रपति मुर्मू की आवाज में सुनाई दे रहा है, "हम वैज्ञानिक सूर्य स्वाडिंतो द्वारा विकसित नवीनतम दवा की सहायता से मधुमेह को हराएंगे. हमने इस जानलेवा बीमारी से पीड़ित भारतीयों लोगों के खिलाफ एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है. मैंने सभी दवाखाने बंद करने की आज्ञा दी है. हमने एक कार्यक्रम शुरू किया है जो हमारी वेबसाइट के माध्यम से डायबीटिज पेशेंट के लिए उपलब्ध है. अब हर नागरिक देश की सरकारी कीमत 2490 रुपये में यह दवा खरीद सकता है."
इस दौरान अमित शाह, स्मृति ईरानी और राजनाथ सिंह समेत कई सांसद नजर आ रहे हैं.
वीडियो में इसके आगे सुधीर चौधरी कहते दिखाई दे रहे हैं, "वैज्ञानिक सूर्य स्वाडिंतो द्वारा विकसित दवा मधुमेह को 14 से 20 दिनों में ठीक करती है, सामान्य सर्दी की तरह, और पिछले महीने में भारत में लगभग एक मिलियन लोगों ने मधुमेह को पूरी तरह से ठीक किया. अगर आपने अभी तक दावा प्राप्त नहीं किया है तो तुरंत नीचे दिए गए वेबसाइट पर जाएं."
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, लिंक का अनुसरण करें और वह जीवन जीना शुरू करें जिसका आपने लंबे समय से सपना देखा है.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो के दो अलग-अलग हिस्सों का फैक्ट चेक किया और पाया कि राष्ट्रपति और सुधीर चौधरी की फर्जी आवाज जोड़ी गई है. वीडियो के पहले हिस्से में संसद भवन के अंदर राष्ट्रपति के अभिभाषण वाले विजुअल्स दिखाई दे रहे थे और दूसरे हिस्से में सुधीर चौधरी को दिखाया गया था.
हमने पहले हिस्से की पड़ताल के लिए राष्ट्रपति मुर्मू के मूल भाषण को खोजा और पाया कि उनका यह वीडियो 31 जनवरी 2023 में संसद के बजट सत्र की शुरुआत में दिए गए अभिभाषण के दौरान का है.
हमने इस भाषण और वायरल वीडियो के विजुअल्स की तुलना भी की, जिसे आप नीचे देख सकते हैं.
हमने राष्ट्रपति के इस बजट भाषण को सुना और पाया कि पूरे भाषण में उन्होंने कहीं पर भी मधुमेह की दवा का ज्रिक नहीं किया है. जैसा कि वायरल वीडियो के पहले हिस्से में सुनाई दे रहा है. राष्ट्रपति के इस पूरे बजट भाषण को यहां भी पढ़ा जा सकता है.
साफ तौर पर स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के इस हिस्से को एडिट कर उसमें राष्ट्रपति मुर्मू की एक अलग फर्जी आवाज जोड़ी गई है.
इसके बाद हमने वीडियो के दूसरे हिस्से को को ध्यान से देखा जिसमें सुधीर चौधरी भी इसी मधुमेह की दवा के बारे में बता रहे हैं. हमने देखा कि वीडियो में सुधीर चौधरी के लिप्स मूवमेंट आवाज से मैच नहीं हो रहे हैं. वीडियो में अलग से एक फर्जी आवाज जोड़ी गई है.
हमने आजतक के यूट्यूब चैनल पर सुधीर चौधरी के इस वायरल वीडियो को सर्च किया लेकिन हमें उनका कोई भी ऐसा वीडियो नहीं मिला, जिसमें उन्हें इस मधुमेह की दवा का विज्ञापन करते हुए दिखाया गया हो.
हमने आईआईटी जोधपुर के द्वारा बनाए गए डीपफेक डिटेक्शन टूूल 'इतिसार' पर वीडियो की पड़ताल की. टूल ने वीडियो को फेक बताया है.
बूम ने इससे पहले भी कई अन्य टीवी एंकर्स जैसे- रवीश कुमार, चित्रा त्रिपाठी और अर्णव गोस्वामी के फर्जी वीडियोज का फैक्ट चेक किया है, जिनमें उन्हें डायबिटीज की दवा का प्रचार करते हुए दिखाया गया था.