फैक्ट चेक

घूसखोरी के आरोप में दरोगा की गिरफ्तारी का पुराना वीडियो नए कानून से जोड़कर वायरल

बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो जून 2023 का है, जब एंटी करप्शन की टीम ने लखनऊ में एक सब-इंस्पेक्टर को घूस लेते हुए पकड़ा था.

By - Rohit Kumar | 8 July 2024 2:54 PM IST

घूसखोरी के आरोप में दरोगा की गिरफ्तारी का पुराना वीडियो नए कानून से जोड़कर वायरल

सोशल मीडिया पर एक पुलिस अधिकारी को पकड़कर ले जाने का वीडियो वायरल है. इसको लेकर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि नए कानून के लागू होने के बाद वकील दरोगा को घूसखोरी के आरोप में पकड़कर ले जा रहे हैं.

बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा गलत है. वायरल वीडियो जून 2023 का है. एंटी करप्शन की टीम ने लखनऊ के बक्शी का तालाब (बीकेटी) थानाक्षेत्र में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर को घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था. 

गौरतलब है कि देश में 1 जुलाई 2024 से तीन नए आपराधिक कानून लागू किए गए हैं. भारतीय दंड संहिता 1860 की जगह भारतीय न्याय संहिता को लाया गया है. इसके अलावा दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू किया गया है. इसी संदर्भ में एक साल पुराने वीडियो को भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है.

एक एक्स यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'वकील साहब ने सही किया या गलत? नए कानून के लागू होने का असर. वकील साहब दरोगा को घूसखोरी के आरोप में पकड़कर ले जाते हुए.'


(आर्काइव पोस्ट)  

फेसबुक (आर्काइव पोस्ट) पर भी इसी दावे के साथ यह पोस्ट वायरल है. 

फैक्ट चेक

बूम ने देखा कि वायरल वीडियो पर लखनऊ पुलिस के एक्स हैंडल से 6 जुलाई 2024 को एक रिप्लाई किया गया था. पोस्ट में पुलिस की तरफ से मामले को एक साल पुराना बताते हुए इसे भ्रामक रूप से प्रसारित न करने का निवेदन किया गया.

पोस्ट में बताया गया कि "उक्त उपनिरीक्षक को एंटी करप्शन लखनऊ टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मामले पर विधिक कार्यवाही की जा चुकी है."

इसी से संकेत लेकर संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च करने पर हमें इस घटना की जून 2023 की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. इनमें वायरल वीडियो से मिलते जुलते दृश्यों वाला वीडियो भी शामिल था.

ईटीवी उत्तर प्रदेश की 13 जून 2023 की खबर में बताया गया कि "एंटी करप्शन की टीम ने लखनऊ के बक्शी का तालाब थानाक्षेत्र में तैनात एक दरोगा प्रदीप पांडे को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. दरोगा ने जमीन विवाद में विवेचना के दौरान पीड़ित पक्ष से 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग लखनऊ में की गई थी. इसके बाद प्लानिंग के अनुसार, शिकायतकर्ता दरोगा को पैसे देने पहुंचा और तभी टीम ने दरोगा को 13 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया."

यूपी तक और एबीपी गंगा पर भी इस घटना की वीडियो रिपोर्ट देखी जा सकती है. 

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