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फैक्ट चेक

Factcheck: पुलिस की फ्री राइड योजना का दावा पूरे देश में नहीं लागू है

बूम ने पुलिस की फ्री राइड योजना के वायरल दावे (1091 और 7837018555) की जांच की और पाया कि यह पूरे भारत में लागू नहीं है.

By - Rishabh Raj | 28 Aug 2024 5:18 PM IST

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे में कहा गया है कि पुलिस ने महिलाओं के लिए रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक फ्री राइड योजना शुरू की है, जो पूरे भारत में लागू है.

पोस्ट में लिखा है कि कोई भी महिला पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1091 और 7837018555 पर रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कॉल कर मदद मांग सकती है. पुलिस की गाड़ी महिला को सुरक्षित घर तक पहुंचाएगी. साथ ही यह भी दावा किया गया है कि यह हेल्पलाइन 24 घंटे चालू रहेगी. 

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. पोस्ट में दिया गया नंबर 1091 महिला हेल्पलाइन नंबर जो राष्ट्रीय महिला आयोग से जुड़ी हुई है, जबकि नंबर 7837018555 लुधियाना पुलिस का महिला हेल्पलाइन नंबर है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर ने लिखा,  'पुलिस ने एक मुफ्त यात्रा योजना शुरू की है, जहां कोई भी महिला जो अकेली है और उसे रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच घर जाने के लिए वाहन नहीं मिल रहा है, वह पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1091 और 7837018555 पर संपर्क कर सकती है और वाहन का अनुरोध कर सकती है. 24x7 घंटे काम करेंगे. पूरे भारत में लागू.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यही दावा वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)



फर्जी दावे का सच: क्या पुलिस की फ्री राइड योजना वाकई मौजूद है?

सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक मदद मांगने पर पूरे देश में किसी भी महिला को फ्री में घर तक सुरक्षित छोड़ने का दावा किया जा रहा है. बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए दोनों नंबरों पर फोन लगाया.

1091 पर कॉल करने पर फोन दिल्ली पुलिस की महिला हेल्पलाइन सेंटर में लगा. वहां की कॉल सेंटर एग्जीक्यूटिव ने बूम को बताया, "1091 दिल्ली पुलिस का महिला हेल्पलाइन नंबर है. हालांकि, यह नंबर कुछ और राज्यों में भी काम करता है. आप दिल्ली से बात कर रहे हैं इसलिए आपका कॉल दिल्ली पुलिस की महिला हेल्पलाइन सेंटर में आया है."

उन्होंने आगे कहा, "पुलिस द्वारा महिलाओं को घर तक छोड़ने के लिए कोई नियम नहीं है, लेकिन अगर रात को कोई महिला कॉल कर मदद मांगती है तो दिल्ली पुलिस कोशिश करती है कि उस इलाके में मौजूद पीसीआर वैन से उन्हें उनके घर तक सुरक्षित छोड़ दें."

हमें राष्ट्रीय महिला आयोग की वेबसाइट पर भी यह नंबर मिला, जिसके बारे में बताया गया था कि यह महिलाओं की मदद के लिए Central Social Welfare Board -Police Helpline नंबर है.

1091 हेल्पलाइन नंबर राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा शुरू की गई पैन इंडिया हेल्पलाइन है. जो दिल्ली समेत कई राज्यों में सक्रिय है. इसके अलावा कुछ राज्यों ने अपने अलग महिला हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किए हैं.

लुधियाना पुलिस का हेल्पलाइन नंबर और सच्चाई

इसके बाद हमने जब दूसरे नंबर 7837018555 पर कॉल कर सच्चाई जानने की कोशिश की तो कॉल करने पर कोई उत्तर नहीं मिला. फिर हमने इस नंबर को जब गूगल पर सर्च किया तो हमें न्यूज वेबसाइट Hindustan Times पर इससे जुड़ी दिसंबर 2019 की एक रिपोर्ट मिली.

Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक, इस नंबर को दिसंबर 2019 में लुधियाना पुलिस ने महिलाओं को नि: शुल्क रात्रि पिक एंड ड्रॉप फैसिलिटी के लिए जारी किया था. लुधियाना पुलिस ने यह फैसला हैदराबाद के बाहरी इलाके में नवंबर 2019 में एक 26 साल की वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के बाद लिया था.

उस वक्त लुधियाना के पुलिस आयुक्त  राकेश अग्रवाल ने कहा था, "कोई भी महिला जो रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच घर जाने के लिए वाहन नहीं ले पाती है, वह पुलिस हेल्पलाइन नंबर  112, 1091 और 7837018555 पर कॉल करके पुलिस को घर छोड़ने के लिए कह सकती है. यह सुविधा सभी दिन उपलब्ध रहेगी. पीसीआर वैन या एसएचओ (स्टेशन हाउस ऑफिसर) की गाड़ी आएगी और उन्हें उनके गंतव्य तक फ्री में छोड़ेगी."

इसकी मदद से हमने वेरिफाई के लिए लुधियाना पुलिस की ADCP-HQ गुरमीत कौर से संपर्क किया. उन्होंने बूम को बताया, "हां, यह लुधियाना पुलिस का महिला हेल्पलाइन नंबर है, जो महिलाओं की मदद के लिए है. आप जिस नंबर के बारे में पूछ रहे हैं वह अभी भी चालू है."

जब बूम ने उनसे पूछा कि इस नंबर पर फोन का जवाब नहीं दिया जा रहा है तो उन्होंने चेक करवाने को कहा.

इसके अलावा हैदराबाद पुलिस और बेंगलुरु पुलिस ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इस दावे का खंडन किया है.

हैदराबाद पुलिस ने एक्स पर लिखा, ' सोशल मीडिया पर हैदराबाद पुलिस द्वारा फ्री राइड सर्विस की पेशकश के बारे में एक जानकारी शेयर की जा रही है, जो सही नहीं है.'

वही बेंगलुरु पुलिस ने एक्स पर लिखा, 'रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक महिलाओं के लिए फ्री राइड के बारे में शेयर किया जा रहा मैसेज फर्जी है. कृपया केवल आधिकारिक सोर्स पर ही भरोसा करें.'

साथ ही हमने पड़ताल के लिए इससे जुड़े कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट मिली जिसमें कुछ राज्यों की सिटी पुलिस द्वारा महिलाओं को रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक मदद मांगने पर फ्री राइड की सुविधा शुरू की गई थी. इन राज्यों में तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेशतमिलनाडु, सिक्किम और हरियाणा के कुछ शहर शामिल थे.

लुधियाना पुलिस द्वारा पिक एंड ड्रॉप की सेवा शुरू करने के बाद 2019 में तेलंगाना पुलिस ने भी हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंडा इलाके में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी. गुजरात के अहमदाबाद पुलिस ने भी साल 2019 में ही इस योजना की शुरुआत की थी.

दिसंबर 2019 में महाराष्ट्र के नागपुर सिटी पुलिस ने महिलाओं के लिए रात के 9 बजे से सुबह 5 तक फ्री होम ड्रॉप सुविधा की शुरुआत की थी. दिसंबर 2019 में ही आंध्रप्रदेश के प्रकाशम जिले में 'अभय' नाम से इस योजना की शुरुआत की गई थी.

2023 में तमिलनाडु पुलिस ने चेन्नई में 'पेंगल पथुकाप्तु थिट्टम' नाम से रात में महिलाओं को फ्री होम ड्रॉप योजना की शुरुआत की थी. सिक्किम पुलिस ने 2019 में गंगटोक में महिलाओं के लिए फ्री होम ड्रॉप योजना की शुरुआत की थी.

साल 2022 में हरियाणा के फरीदाबाद पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए नि:शुल्क नाइट पिक-अप और ड्रॉप सुविधा शुरू की. इस सुविधा का लाभ पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) नंबरों पर संपर्क करके उठाया जा सकता था.

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