सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक रैली का एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. वीडियो को पीएम मोदी के हालिया गुजरात के कच्छ और कर्नाटक के मैंगलोर दौरे से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
करीब 30 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी जनसभा में मौजूद भारी भीड़ का अभिवादन करते दिख रहे हैं. इस दौरान जनसभा में मौजूद लोगों को मोदी मोदी के नारे भी लगाते हुए भी सुना जा सकता है. रैली में लगा पंडाल और वहां काफ़ी संख्या में मौजूद भाजपा का झंडा भी वीडियो में दिखाई दे रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी की रैली के इस वीडियो को हाल का बताकर भाजपा आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय समेत कई वेरिफ़ाईड ट्विटर हैंडल ने शेयर किया. हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 3 अप्रैल 2019 को कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में हुई पीएम मोदी की रैली का है.
अमित मालवीय ने 2 सितंबर 2022 को वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए इसे मैंगलोर का बताया. हालांकि बाद में मालवीय ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया.
वहीं भाजपा कार्यकर्ता प्रीति गांधी ने भी इस वीडियो को अपने वेरिफ़ाईड ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया और वीडियो को गुजरात के कच्छ का बताया.
वहीं इस वीडियो को फ़ेसबुक पर भी कई यूज़र्स ने हाल का बताकर शेयर किया है, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो के साथ किए जा रहे अलग अलग दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कीफ़्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक फ़ेसबुक प्रोफाइल पर 8 अप्रैल 2019 को अपलोड किया गया यह वीडियो मिला. फ़ेसबुक पोस्ट्स में इस वीडियो को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी का बताया गया था.
पोस्ट्स से मिली जानकारियों के आधार पर जब हमने गूगल सर्च किया तो हमें न्यूज़ रिपोर्ट से पता चला कि 3 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने तत्कालीन लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में जनसभा को संबोधित किया था. 3 अप्रैल को ही उन्होंने कोलकाता में भी भाजपा द्वारा आयोजित रैली को संबोधित किया था. यह रैली साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हुई थी.
इसलिए हमने पहले प्रधानमंत्री मोदी की तत्कालीन सिलीगुड़ी रैली से जुड़े वीडियोज़ और फ़ोटो को ख़ोजना शुरू किया तो हमें सिलीगुड़ी की रैली और वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्य में कोई समानता नहीं मिली. तो हमने 3 अप्रैल 2019 को कोलकाता में हुई प्रधानमंत्री मोदी की रैली से जुड़े फ़ोटोज और वीडियोज़ को देखा.
हमें इस दौरान पश्चिम बंगाल भाजपा के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो में नज़र आने वाले दृश्य वायरल वीडियो से काफ़ी मिलते-जुलते प्रतीत हो रहे थे.
इतना ही नहीं यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो के करीब 3 घंटे 3 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर आने के दौरान वही नारा सुना जा सकता है, जो वायरल वीडियो में मौजूद है.
जांच के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट पर भी यह वीडियो मिला, जिसे 3 अप्रैल 2019 को ट्वीट किया गया था. इस ट्वीट में वीडियो को कोलकाता में हुई रैली का दृश्य बताया था.
हमें इस दौरान भाजपा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी वायरल वीडियो मिला. भाजपा ने भी इस वीडियो को 3 अप्रैल 2019 को ही ट्वीट किया था और इसे कोलकाता का बताया गया था.
अपनी जांच के दौरान जब हमने अमित मालवीय और प्रीति गांधी के द्वारा किए गए पुराने ट्वीट को खंगालना शुरू किया तो हमें दोनों के अकाउंट पर वायरल वीडियो मिला, जिसे 3 अप्रैल 2019 को कोलकाता का बताकर शेयर किया गया था.