7 अक्टूबर को इज़रायल-हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद सोशल मीडिया पर इससे जोड़कर तमाम वीडियो और तस्वीरें तरह-तरह के दावों के साथ वायरल हो रहीं हैं. ऐसा ही एक पुराना वीडियो जिसमें बुर्का पहने एक महिला इज़रायल को परमाणु हथियारों की धमकी देती हुई नज़र आ रही हैं, सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
वीडियो में महिला कहती दिखाई दे रही हैं कि "पाकिस्तान एक एटमी ताकत है. ये एटम बम दिखाने के लिए नहीं रखे गए हैं. ये एटम बम मुसलमानों और पाकिस्तान की दिफ़ा के लिए रखे गए हैं. हम वज़ीर ए आज़म से मुतालबा करते हैं कि इज़रायल को वा़जे पैग़ाम दें कि फ़िलिस्तीन पर ज़ुल्म ओ सितम को ख़त्म करके अपना कब्जा ख़त्म करें, वरना हम इज़रायल को दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे." दावा किया जा रहा है कि इज़रायल-हमास के बीच जारी संघर्ष में पाकिस्तानी सांसद सरवत फातिमा इज़रायल को परमाणु हथियारों की धमकी दे रही हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि पाकिस्तानी महिला राजनेता का यह वीडियो 2021 का है. इसका मौजूदा इज़रायल-हमास के बीच जारी संघर्ष से कोई सम्बंध नहीं है.
दरअसल, 7 अक्टूबर 2023 को इज़रायल-हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद अब तक लगभग 4,900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हमास के हमलों में 1,400 से ज्यादा इज़रायली लोगों और वहीं, ग़ाज़ा पट्टी में लगभग 3,478 लोगों की मौत हो चुकी है. जिससे ग़ाजा में मानवीय संकट पैदा हो गया है. इसी संदर्भ से जोड़कर ये दावा वायरल किया जा रहा है.
TV9 न्यूज़ के कार्यकारी संपादक आदित्य राज कौल ने प्लेटफॉर्म X पर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "पाकिस्तानी सांसद ने इज़राइल को परमाणु हथियारों की धमकी दी. "हमारे परमाणु बम मुसलमानों की रक्षा के लिए है. हम अपने प्रधानमंत्री से अपील करते हैं कि वे इज़रायल को फ़िलिस्तीन के ख़िलाफ़ ग़ाज़ा में युद्ध समाप्त करने के लिए कहें, अन्यथा हम इज़रायल को इस धरती से मिटा देंगे."
हालांकि कौल ने बाद में एक पोस्ट करके कहा कि यह वीडियो पुराना है, लेकिन वीडियो कब का है इसका जिक्र नहीं किया.
इसी दावे के साथ कई फ़ेसबुक पर भी कई अन्य यूज़र ने ये वीडियो शेयर किया है.
इस वायरल वीडियो को समाचार आउटलेट फ़र्स्टपोस्ट, नवभारत टाइम्स और एशियानेट न्यूज़एबल ने भी हालिया संघर्ष से जोड़कर चलाया है.
भारतीय दक्षिणपंथी X अकांउट्स जैसे MeghUpdates, TheRightWingGuy ने भी यह वीडियो शेयर किया है.
फै़क्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि पाकिस्तानी महिला राजनेता का यह वीडियो 2021 का है. इसका मौजूदा इज़रायल-हमास के बीच जारी संघर्ष से कोई सम्बंध नहीं है.
बूम ने पड़ताल के लिए सबसे पहले वायरल वीडियो में लिखे दिखाई दे रहे TLPOfficial कीवर्ड्स से यूट्यूब पर सर्च किया. हमें TLP Official Status नाम के यूट्यूब चैनल पर 23 मई 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. यह यूट्यूब चैनल तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान द्वारा चलाया जाता है, जो पाकिस्तान की एक राजनीतिक पार्टी है. वीडियो में दिख रही महिला पाकिस्तान के सिंध प्रांत की पूर्व विधानसभा सदस्य सरवत फातिमा हैं.
इस वीडियो में 5 मिनट 17 सेकण्ड से वायरल वीडियो वाले हिस्से को सुना जा सकता है, जिसमें वह कह रही हैं कि "पाकिस्तान एक एटमी ताकत है. ये एटम बम दिखाने के लिए नहीं रखे गए हैं. ये एटम बम मुसलमानों और पाकिस्तान की दिफ़ा के लिए रखे गए हैं. हम वज़ीर ए आज़म से मुतालबा करते हैं कि इज़रायल को वा़जे पैग़ाम दें कि फ़िलिस्तीन पर ज़ुल्म ओ सितम को ख़त्म करके अपना कब्जा ख़त्म करें, वरना हम इज़रायल को दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे."
प्रांतीय विधानसभा सदस्य फातिमा ने 2021 में यह भाषण दिया था, जब हमास ने इज़रायल पर रॉकेट हमले शुरू कर दिए और इसके जवाब में इजराइल ने भी ग़ाज़ा पट्टी पर हवाई हमले किये दिए थे. तब इस क्षेत्र में दंगों के साथ व्यापक हिंसा भड़क उठी थी. इसके साथ ही इज़रायली रक्षा बलों ने भी अल-अक्सा मस्जिद में धावा बोल दिया था, जिससे स्थिति और बिगड़ गई और विरोध प्रदर्शन और बढ़ने लगे थे.
हमें पाकिस्तान के दैनिक समाचार पत्र डॉन की न्यूज़ वेबसाइट पर 22 मई, 2021 को प्रकाशित एक न्यूज़ रिपोर्ट भी मिली. न्यूज़ रिपोर्ट में बताया गया है कि सांसदों ने "ग़ाज़ा में इज़रायल द्वारा किए गए राज्य आतंकवाद की निंदा की और निहत्थे फिलिस्तीनियों के "नरसंहार" को तत्काल रोकने की मांग की है." आर्टिकल में आगे लिखा कि "टीएलपी की सरवत फातिमा" सहित अन्य लोगों ने भी इस मुद्दे के बारे में बात की है.
हालांकि यह वायरल वीडियो पुराना है, लेकिन पाकिस्तान ने बार-बार इज़राइल को फिलिस्तीनियों के सम्बंध में, अपनी परमाणु हथियारों का उपयोग करने की धमकी दी है. फिलिस्तीन और इज़राइल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच 14 अक्टूबर को राजनेता और पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के दामाद और रिटायर्ड कैप्टन मुहम्मद सफदर ने एक रैली में मुसलमानों से जिहाद के लिए तैयार होने का आह्वान किया था.
सफदर ने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष और भारत में कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा कि " पाकिस्तान के परमाणु हथियार सुरक्षित रखने के लिए नहीं, बल्कि पूरे मुस्लिम जगत के लिए हैं. हम ऐसे समय में चुप नहीं बैठ सकते जब दुनिया में एक बड़ा संकट चल रहा हो."