सोशल मीडिया पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के भाषण का एक वीडियो वायरल है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि नितिन गडकरी ने घर से 60 किलोमीटर के भीतर आने वाले टोल प्लाजा पर टोल शुल्क फ्री करने की घोषणा की है. यानी इस दायरे में आने वाले लोगों को कोई टोल शुल्क नहीं देना होगा.
बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है. नितिन गडकरी ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है. यह वीडियो लगभग दो साल पुराना है. इसमें गडकरी स्थानीय लोगों को आधार कार्ड के जरिए पास मुहैया कराने और 60 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ एक ही टोल नाका होने की बात कर रहे हैं.
हाल ही में परिवहन मंत्री ने सरकार की मौजूदा टोल सिस्टम को खत्म करने की बात की है और उसकी जगह सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करन की घोषणा की है.
लगभग 42 सेकंड के इस वीडियो में नितिन गडकरी को कहते सुना जा सकता है, "जिसके पास आधार कार्ड है और अगर वहां पर टोल है तो आधार कार्ड को देखकर उसे तुरंत पास इश्यू किया जाए. मैं सजेशन मान्य करता हूं, जहां पर भी ऐसे टोल बने हैं और जहां स्थानीय लोगों को अड़चन होती है, वहां आधार कार्ड लेकर पास बनाकर देंगे."
वह आगे कहते हैं, "दूसरी बात यह है कि 60 किलोमीटर के बीच में टोल नहीं आता है, पर कुछ जगहों पर चालू है. मैं आज सदन को विश्वास दिलाता हूं कि यह गलत काम हो रहा है, इल्लीगल है... मैं आपको बता रहा हूं कि तीन महीने के अंदर 60 किलोमीटर के अंदर एक ही टोल नाका होगा और दूसरा होगा तो वह बंद किया जाएगा."
इस वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए दक्षिणपंथी यूजर भगवा क्रांति ने लिखा, 'आपके घर से 60 किमी के भीतर किसी भी टोल बूथ पर कोई टोल शुल्क देय नहीं है इसके लिए आपको अपने आधार कार्ड से गुजरना होगा. यह केंद्र सरकार का आदेश है.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
बूम को पड़ताल के दौरान दूरदर्शन के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 22 मार्च 2022 का अपलोड किया हुआ वायरल वीडियो का ब्रीफ वर्जन मिला.
लगभग एक घंटे के इस वीडियो में 21 मिनट 30 सेकंड के बाद वायरल वीडियो वाली बात सुनी जा सकती है, जहां नितिन गडकरी स्थानीय लोगों को आधार कार्ड की मदद से पास इश्यू कराने और 60 किलोमीटर के बीच में एक ही टोल प्लाजा होने की बात कर रहे हैं.
इस पूरी बातचीत में कहीं भी वह यह नहीं कह रहे कि 60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले लोगों को टोल शुल्क नहीं देना होगा. टोल नाके के संबंध में उनके दो सुझावों के पुराने वीडियो को गलत तरीके से भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
22 मार्च 2022 की द हिंदू और 23 मार्च 2022 की अमर उजाला की रिपोर्ट में भी गडकरी के इस बयान की चर्चा देखी जा सकती है.
आपको बताते चलें कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, मंत्रालय टोल प्लाजा के 20 किमी के दायरे में आने वाले स्थानीय लोगों को टोल टैक्स में छूट देता है. हालांकि इसके लिए व्यक्ति को अनिवार्य दस्तावेज जमा कराने होते हैं जिसकी जांच बाद प्राथी को छूट मिलती है.
टोल इनफार्मेशन सिस्टम की वेबसाइट पर ज्यादा बार पूछे गए सवालों के एक जवाब में बताया गया था कि नियम 2008 के अनुसार दो टोल प्लाजा के बीच की दूरी 60 किलोमीटर होनी चाहिए.