सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के काफिले पर हमले का एक वीडियो वायरल है. इसको हालिया लोकसभा चुनाव से जोड़ते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गुजरात में स्थानीय लोगों ने भाजपा के काफिले पर हमला किया है.
बूम ने पाया कि यह दिसंबर 2021 का वीडियो है, जब उत्तर प्रदेश के आगरा में दो भाजपा नेताओं के समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी.
असल में 2021 में भी यह वीडियो ऐसे ही गलत दावों के साथ वायरल था. बूम की इंग्लिश टीम ने उस समय भी इसका फैक्ट चेक किया था. इस संदर्भ में हमने उस समय आगरा पुलिस के सोशल मीडिया सेल से संपर्क किया था. उन्होंने बूम को बताया था कि यह 7 दिसंबर 2021 की घटना है जहां दो भाजपा नेताओं के समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी.
वीडियो में कुछ लोगों को एक काफिले की गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ करते देखा जा सकता है. इनमें से कुछ गाड़ियों पर भाजपा का झंडा भी है.
एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए एक वेरीफाइड यूजर ने लिखा, 'बीजेपी बहुत मुश्किल में है क्योंकि वह अब हर जगह प्रचार भी नहीं कर सकते, उन्हें बाहर कर दिया गया है, यहां तक कि गुजरात भी अब बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए सुरक्षित नहीं है.' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
मूल कैप्शन: 'BJP is in a deep fix as they can’t even campaign now everywhere they are booted out even Gujarat is not safe anymore for BJP karyakartas.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
एक्स पर समाजवादी प्रहरी के भी आधिकारिक हैंडल ने वीडियो को हाल के दिनों में शेयर करते हुए लिखा, 'भाजपा पर जनता इतनी मेहरबान क्यों है...? ऐसा लग रहा है 4 जून को प्रातः 11 बजे से ही भाजपा के मोरया बोलने शुरू हो जायेंगे.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
बूम ने 2021 में जब इस वीडियो का फैक्ट चेक किया था तो पाया था कि यह उत्तर प्रदेश के आगरा जिले का वीडियो है. इसमें भाजपा की रैली पर हमला करते लोग स्थानीय लोग नहीं हैं.असल में यह 7 दिसंबर 2021 को दो भाजपा नेताओं पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह और पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान के समर्थकों के बीच हुई झड़प का वीडियो है.
उस समय राजस्थान यूथ कांग्रेस ने 'द लाइव टीवी' की 11 मिनट की एक वीडियो रिपोर्ट शेयर की थी, जिसमें वायरल वीडियो वाला हिस्सा मौजूद था. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि यह घटना उत्तर प्रदेश के आगरा में हुई थी. रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया था कि भाजपा की रैली के काफिले पर स्थानीय लोगों ने हमला किया था. हालांकि अब यह पोस्ट डिलीट हो चुका है.
यहां से हिंट लेते हुए हमने कुछ रिपोर्ट्स की तलाश की. इसके जरिए हमें 'InKhabar' के यूट्यूब पर 7 दिसंबर 2021 की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह और पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान के समर्थकों के बीच झड़प के दौरान करीब एक दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.
रिपोर्ट के मुताबिक, आगरा के पिनाहट क्षेत्र में अरिदमन सिंह की बाइक रैली के दौरान पूर्व मंत्री और पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान के समर्थकों के बीच विवाद हो गया था.
8 दिसंबर 2021 की अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने घटना से संबंधित अरिदमन सिंह समेत 146 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
पुष्टि के लिए हमने आगरा के एसएसपी कार्यालय से संपर्क किया था, उन्होंने हमारा संपर्क आगरा पुलिस के सोशल मीडिया सेल से कराया. वीडियो के संदर्भ में पूछने पर, आगरा पुलिस सोशल मीडिया सेल ने स्थानीय लोगों द्वारा भाजपा रैली पर हमला करने के वायरल दावे का खंडन किया था.
आगरा पुलिस सोशल मीडिया सेल के एक अधिकारी ने बूम को बताया था कि '7 दिसंबर 2021 की दोपहर को सुग्रीव सिंह चौहान और अरिदमन सिंह के समर्थकों के बीच एक बाइक रैली के दौरान झड़प हो गई, जहां दोनों पक्षों के बीच बहस हो गई थी. काफिले पर स्थानीय लोगों ने हमला नहीं किया था, पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच ही झड़प हुई थी.'
हमने यह भी नोट किया कि आगरा पुलिस ने 7 दिसंबर 2021 को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर घटना से संबंधित एक वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो में तत्कालीन एसपी सिटी कह रहे हैं कि आगरा के पिनाहट क्षेत्र में दो समर्थकों के बीच झड़प हुई, इसमें कुछ गाड़ियां भी टूटी हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. जो भी वीडियो फुटेज मिल रहे हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.'
थाना पिनाहट क्षेत्र अंतर्गत दो पक्षों के समर्थकों के मध्य हुए विवाद की सूचना पर पुलिस बल द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर, प्राप्त वीडियो फुटेज एवं साक्ष्य संकलन के आधार पर की जा रही वैधानिक कार्यवाही के संबंध में पुलिस अधीक्षक नगर आगरा द्वारा दी गई बाइट। pic.twitter.com/VFYBmLkCzA
— POLICE COMMISSIONERATE AGRA (@agrapolice) December 7, 2021
पोस्ट का आर्काइव लिंक.