भाजपा के प्रचार वाहन पर हमले का पुराना वीडियो हालिया बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह नवंबर 2022 का वीडियो है, जब तेलंगाना के मुनुगोडे में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी और टीआरएस कार्यकर्ताओं बीच झड़प हो गई थी.
सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी की प्रचार गाड़ी पर हमले का एक वीडियो हाल के दिनों में शेयर किया जा रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि लोगों के विरोध के चलते भाजपाइयों का गांवों में घुसना मुश्किल हो रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि नवंबर 2022 का है, जब तेलंगाना के मुनुगोडे में विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा और टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति वर्तमान में भारत राष्ट्र समिति) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी.
गौरतलब है कि देशभर में लोकसभा के चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है. देश में 19 अप्रैल से सात चरणों में मतदान होंगे, जिसके नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. चुनावों की घोषणा के बाद से विभिन्न पार्टियां पूरी दमखम से इस रण में उतर आई हैं. सोशल मीडिया पर भी इसके मद्देनजर पार्टी विशेष के समर्थक एक-दूसरे खिलाफ खूब गलत खबरें भी शेयर कर रहे हैं. इस कड़ी में यह वीडियो भी हमारे सामने है.
लगभग 30 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में कुछ लोगों को भाजपा की प्रचार गाड़ी के साथ तोड़फोड़ करते देखा जा सकता है. उनमें से एकाक हमला करने वालों के हाथ में झंडा भी दिखाई दे रहा है.
एक्स पर इंडियन युथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष केशव चंद यादव ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'अब तो भाजपाइयों का गांवों में घुसना मुश्किल हो रहा है.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फेसबुक पर भी यह वीडियो हालिया बताते हुए लगभग ऐसे ही दावों के साथ वायरल है.
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फैक्ट चेक
सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा, वीडियो में जिस वाहन पर हमला हो रहा था उसपर भारतीय जनता पार्टी का झंडा और चुनाव चिन्ह साफ देखा जा सकता है. फिर हमने वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन की पड़ताल की, वहां कुछ यूजर्स ने इसे 2022 में तेलंगाना में हुई घटना का वीडियो बताया था.
यहां से हिंट लेते हुए हमने 'तेलंगाना में भाजपा के प्रचार वाहन पर हमला' जैसे कुछ कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. इसके जरिए हमें घटना से जुड़ी नवंबर 2022 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें से कुछ रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीरें देखी जा सकती हैं.
1 नवंबर 2022 की अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के मुनुगोडे क्षेत्र में उपचुनाव के प्रचार के दौरान बीजेपी और टीआरएस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी.
TV9 भारतवर्ष की रिपोर्ट में बताया गया था इस झड़प में दोनों दलों के कई कार्यकर्ता घायल हुए थे. इस दौरान वाहनों पर भी हमले किए गए और तोड़फोड़ की गई.
दैनिक जागरण की 1 नवंबर 2022 की रिपोर्ट में भी बताया गया कि भाजपा विधायक एटाला राजेंदर जब मुनुगोडे विधानसभा के पुलिवेला गांव में प्रचार कर रहे थे, इसी समय टीआरएस के कार्यकर्ताओं ने उनके ऊपर पथराव कर दिया. इस दौरान लाठी-डंडे लेकर दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे से भिड़ गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से दोनों पक्षों के लोगों को तितर-बितर किया. इसमें विधायक राजेंदर के सुरक्षाकर्मी और निजी सहायक सहित 30 लोग घायल हो गए. हमले में भाजपा का प्रचार वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया.
अमर उजाला की इस रिपोर्ट में हमें न्यूज एजेंसी एएनआई का ट्वीट भी मिला, जिसमें घटना से मिलते-जुलते विजुअल्स देखे जा सकते हैं. एएनआई ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, 'तेलंगाना के नलगोंडा में मुनुगोडे उपचुनाव प्रचार के आखिरी दिन कथित तौर पर टीआरएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई.' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
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टाइम्स नाउ के यूट्यूब चैनल पर भी हमें घटना की रिपोर्टिंग मिली. इस वीडियो में भी वायरल वीडियो के विजुअल्स मौजूद हैं.
नीचे वायरल वीडियो और टाइम्स नाउ की इस रिपोर्ट से लिए गए स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.
इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि 2022 का है, जब तेलंगाना के मुनुगोडे में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी और टीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी.
यह वीडियो इससे पहले कर्नाटक चुनाव के समय भी ऐसे ही भ्रामक दावों के साथ वायरल था. बूम ने तब भी इसका फैक्ट चेक किया था, पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें.