सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के रोड शो की एक तस्वीर वायरल है. इस तस्वीर को उनके वायनाड में हुए हालिया रोड शो से जोड़ते हुए शेयर किया जा रहा है. वायरल तस्वीर में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी नजर आ रही हैं. इस रोड शो में लोगों के हाथ में कांग्रेस के झंडे के साथ-साथ हरे रंग का झंडा भी दिख रहा है, जिसे लोग पाकिस्तान का झंडा बता रहे हैं.
बूम ने पाया कि वायरल दावा भ्रामक है. यह तस्वीर राहुल गांधी के हालिया रोड शो की नहीं बल्कि 2019 के रोड शो की है. और इसमें दिख रहे झंडे पाकिस्तानी या इस्लामिक झंडे नहीं हैं, बल्कि केरल की राजनीतिक पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के झंडे हैं.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बीते 3 अप्रैल को वायनाड सीट से नामांकन भरा. वर्तमान में राहुल गांधी इसी सीट से सांसद भी हैं. आपको बताते चलें कि देश भर में सात चरणों में चुनाव होने हैं. पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी इसके नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. वहीं वायनाड में दूसरे चरण में यानी 26 अप्रैल को मतदान होगा.
एक्स पर एक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'ये पाकिस्तान नहीं है, भारत में कांग्रेस की रैली है. उनका मैसेज बहुत स्पष्ट है. मुझे उम्मीद है कि अब आपकी पसंद बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगी. #LokSabhaElections2024 #Elections2024 #BJP4India' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
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फेसबुक पर भी ऐसे ही मिलते-जुलते भ्रामक दावों के साथ इस तस्वीर को शेयर किया गया है. एक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, 'झंडे देखिये...और फिर चमचे कहते हैं कि...देखो भाजपा वाले हमें...मुस्लिम लीगी कह रहे हैं...हां नई तो..'
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इसके अलावा भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल ने भी अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इस तस्वीर को शेयर किया है.
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फैक्ट चेक
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें दि न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट मिली. 5 अप्रैल 2019 की इस रिपोर्ट में वायरल तस्वीर देखी जा सकती है.
इस रिपोर्ट में बताया गया था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4 अप्रैल 2019 को वायनाड में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कलपेट्टा में रोड शो किया. इस दौरान रोड शो में पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहीं. इस रिपोर्ट से साफ था कि तस्वीर 2019 के रोड शो की है, जिसे हालिया लोकसभा चुनाव से जोड़कर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
आगे हमें एक्स पर अडवांस सर्च की मदद से कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी 4 अप्रैल 2019 को पोस्ट की गईं इससे मिलती-जुलती कई तस्वीरें मिलीं.
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फिर हमने राहुल गांधी की इस रैली में लहराए गए हरे झंडे से संबंधित कुछ कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. इससे हमें ऐसे कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें बताया गया कि बीते 3 अप्रैल 2024 को वायनाड में राहुल गांधी के नॉमिनेशन के बाद उनके रोड शो में इसबार आईयूएमएल के झंडे गायब रहे. आपको बताते चलें कि आईयूएमएल केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) गठबंधन का एक प्रमुख हिस्सा है.
04 अप्रैल 2024 की आजतक की रिपोर्ट में भी बताया गया कि इस बार राहुल गांधी के वायनाड रोड शो में आईयूएमएल के झंडे अनुपस्थित रहे. जिस पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'पार्टी वोट तो चाहती है लेकिन उनके झंडे को स्वीकार नहीं करेगी. उसमें पार्टी के झंडों को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने की हिम्मत नहीं है.' इस रिपोर्ट में 2019 के रोड शो में आईयूएमएल के झंडे पर हुए विवाद का भी जिक्र करते हुए बताया गया था कि आईयूएमएल का झंडा पाकिस्तान के राष्ट्रीय झंडे जैसा दिखता है जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उस समय राहुल गांधी पर निशाना साधा था.
हमने पुष्टि के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रीय झंडे और आईयूएमएल की झंडे की तुलना की. इसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि पाकिस्तान के झंडे में बाईं ओर सफेद बॉर्डर मौजूद है जो आईयूएमएल झंडे में नहीं है.
दरअसल 2019 में राहुल गांधी कि यह वायनाड रैली इन झंडों की वजह से खूब चर्चा में रही थी. उस समय भी सोशल मीडिया पर इस यूजर्स इस हरे रंग के झंडे की तुलना पाकिस्तानी झंडे से कर रहे थे. बूम सहित कई फैक्ट चेकर्स ने तब भी इस तरह के दावों को खारिज किया था. उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने इसपर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था.