ओडिशा के बालासोर रेल हादसे से जोड़कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें एक व्यक्ति को निर्वस्त्र करके बेरहमी से पीटा जा रहा है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ट्रेन हादसे के ज़िम्मेदार स्टेशन मास्टर मोहम्मद शरीफ को सीबीआई ने पकड़ लिया है. वह पश्चिम बंगाल के एक मदरसे में छिपा हुआ था.
वीडियो में एक व्यक्ति नग्न अवस्था में दर्द से कराहते हुए औंधे मुंह लेटा हुआ है और उसके हाथ उसकी पीठ के पीछे बंधे हुए हैं; उसे लकड़ी के चप्पू से लगातार पीटा जा रहा है. वीडियो के साथ एक रेलवे स्टेशन मास्टर की इनसेट तस्वीर है.
बूम पहले भी इस बात की पुष्टि कर चुका है कि बालासोर स्टेशन या बाहानगा बाज़ार स्टेशन में मोहम्मद शरीफ़ नाम का कोई स्टेशन मास्टर नहीं है. वीडियो के साथ शेयर की जा रही तस्वीर क़रीब 19 साल पुरानी है और यह आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले के बोर्रा गुह्लू स्टेशन की है. यहां पढ़ें.
2 जून, 2023 को पश्चिम बंगाल के शालीमार से चेन्नई जा रही शालीमार चेन्नई कोरमंडल एक्सप्रेस (12841) ओडिशा के बालासोर ज़िले के बहनागा बाज़ार स्टेशन के पास एक भीषण दुर्घटना का शिकार हो गयी थी. ट्रेन एक मालगाड़ी से टकरा गई और पटरी से उतर गई. यही नहीं ट्रेन एक अन्य चलती ट्रेन, हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस से भी टकरा गई. इस हादसे में आधिकारिक तौर पर अब तक 289 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं. रेल मंत्रालय ने इस हादसे की जांच की ज़िम्मेदारी सीबीआई को सौंपी है.
सोशल मीडिया पर इस दावे को वीडियो और सामान्य पोस्ट के माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है.
वायरल पोस्ट इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, “Braking news : बालासोर ट्रेन हादसे का मुख्य आरोपी मौ० शरीफ स्टेशन मास्टर पश्चिम बंगाल में मदरसे में छिपा था चढ़ा CBI के हत्थे CBI ED स्थानीय पुलिस सभी बारी-बारी से पुछताछ करेगी.”
ट्वीट यहां और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
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पेरू के प्राचीन स्थल की तस्वीर सऊदी अरब में मिली सीढ़ियों के दावे से वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पहले भी पुष्टि की है कि बालासोर स्टेशन या बाहानगा बाज़ार स्टेशन पर मोहम्मद शरीफ़ नाम का कोई स्टेशन मास्टर नहीं है. वीडियो के साथ शेयर की जा रही तस्वीर क़रीब 19 साल पुरानी है और यह आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले के बोर्रा गुह्लू स्टेशन की है, और इसका बालासोर रेल हादसे से कोई संबंध नहीं है. यहां पढ़ें.
स्टेशन मास्टर की तस्वीर
हमने जब वायरल वीडियो के निचले कोने में दिख रही रेलवे स्टेशन की इनसेट तस्वीर की जांच की थी, तब हमें यह फ़ोटोग्राफर विकास चंदेर की वेबसाइट पर उनकी कोट्टावलसा-किरंदुल रेल यात्रा से जुड़ी तमाम तस्वीरों में मिली थी. वेबसाइट पर यात्रा से जुड़ी जानकारी के मुताबिक़, विकास चंदर ने 6 मार्च, 2004 को बोर्रा गुहलू में स्टेशन मास्टर की यह तस्वीर क्लिक की थी.
इस तस्वीर में स्टेशन मास्टर जिस कण्ट्रोल पैनल के सामने दिखाई देते हैं उसपर BORRA GUHALU (बोर्रा गुह्लू) लिखा हुआ है, जो आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले के बोर्रा गुह्लू में है.
वायरल वीडियो
इसके बाद, बूम ने संबंधित कीवर्ड्स के साथ वीडियो को खोजा तो हमें यह साल 2021 से कई गोर साइट्स और अश्लील साइटों पर अपलोड हुआ मिला, जिसमें दावा किया गया है कि इसमें एक व्यक्ति को चोरी करने के आरोप में मैक्सिकन कार्टेल सदस्यों द्वारा पीटा जा रहा है.
वीडियो में एक व्यक्ति को स्पेनिश में सात से गिनते हुए सुना जा सकता है, जिससे स्पष्ट होता है कि वीडियो भारत का नहीं है.
इसके अलावा, हमें उसी वीडियो पर एक रेडिट थ्रेड भी मिला, जिसके डिस्क्रिपशन में बताया गया है, "कार्टेल से चोरी करने के लिए चोर को चप्पू से पीटा गया. मुझे नहीं पता कि अत्याचार करने वाले या हथकड़ी पहने व्यक्ति किस संगठन से संबंधित हैं."
इस वीडियो को रेडिट पर अपलोड करने की तारीख़ "30 अक्टूबर, 2021" है.
बूम स्वतंत्र रूप से इस वीडियो के स्थान या संदर्भ को सत्यापित नहीं कर सका, लेकिन हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि वीडियो पुराना है और इसका ओडिशा ट्रेन दुर्घटना या किसी भी रेलवे कर्मचारी से कोई संबंध नहीं है.
इसके बाद, बूम ने अधिक जानकारी के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, आदित्य कुमार चौधरी से संपर्क किया.
उन्होंने बूम को बताया, "कोई भी रेलवे कर्मचारी फरार नहीं है। वे सभी जांच में सहयोग कर रहे हैं। इसके अलावा शरीफ अली नाम का कोई स्टेशन मास्टर या रेलवे कर्मचारी भी नहीं है जो जांच का हिस्सा है."
बाहानगा बाज़ार स्टेशन का स्टेशन मास्टर कौन?
हमें अपनी जांच के दौरान आनंद बाज़ार पत्रिका का 6 जून का ईपेपर मिला, जिसमें बताया गया है बाहानगा बाज़ार स्टेशन के स्टेशन मास्टर एसके पटनायक हैं जो घटना वाले दिन ड्यूटी पर नहीं थे. उनकी गैरमौजूदगी में सहायक स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती पैनल बोर्ड को नियंत्रित करने के प्रभारी थे.
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी ने बूम को पहले भी पुष्टि की थी कि स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती थे. उन्होंने उस दावे का भी खंडन किया था कि मोहंती दुर्घटनास्थल से भाग गए थे.
क्या स्टेशन मास्टर फ़रार है?
हमें रेलवे प्रवक्ता के ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट मिला, जहां आदित्य कुमार चौधरी ने 20 जून को एक बयान जारी किया था, जिसमें रेलवे कर्मचारियों के लापता होने या फ़रार होने के सभी दावों का खंडन किया गया था.
आदित्य कुमार चौधरी ने अपने बयान में कहा था, “कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बाहानगा बाज़ार के कर्मचारी फ़रार या लापता हैं. यह तथ्यात्मक रूप से ग़लत है. स्टेशन के सभी कर्मचारी मौजूद हैं और पूछताछ का हिस्सा हैं. वे सभी जांच एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं.”
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