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फैक्ट चेक

पुलिस पर हमले की पुरानी क्लिप दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन का बताकर वायरल

सोशल मीडिया पर निहंग प्रदर्शनकारियों के पुलिस पर हमले का पुराना वीडियो को वर्तमान का बताया जा रहा है. बूम ने अपनी जांच में इसे गलत पाया.

By - Shefali Srivastava | 17 Feb 2024 1:35 PM GMT

सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मियों पर निहंग प्रदर्शनकारियों का तलवार से हमले का वीडियो वायरल है. दो साल पुराने इस वीडियो को हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर  शेयर किया जा रहा है. वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि तथाकथित किसान तलवार लेकर पुलिस पर जानलेवा हमला करते नजर आ रहे हैं.

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो 26 जनवरी 2021 का है जब किसान संगठनों ने दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर मार्च निकाला था. ट्रैक्टर मार्च के बाद दिल्ली में जगह-जगह हिंसा भड़की थी.

अपनी मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन पांचवे दिन (17 फरवरी) भी जारी है. इस दौरान एक किसान और एक सब इंस्पेक्टर की अलग-अलग कारणों से मौत हो चुकी है. सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन से जोड़कर कई भ्रामक और गलत पोस्ट शेयर हो रहे हैं.

एक एक्स यूजर ने पुराना वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'तलवार लेकर पुलिस पर जानलेवा हमला करते तथाकथित किसान,सोचो आखिर पुलिस कितना बर्दाश्त कर रही है.'

ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देखें

कुछ और अकाउंट्स से भी इसी कैप्शन के साथ वीडियो शेयर हुए. इन्हें यहां और यहां देखा जा सकता है




फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी यह वीडियो शेयर किया गया.

फैक्ट चेक

वीडियो को लेकर किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए हमने उसका स्क्रीनशॉट लेकर उसे गूगल रिवर्स इमेज और यानडेस्क पर सर्च किया. यहां हमें न्यूज 18 पंजाब/हरियाणा के यूट्यूब चैनल का लिंक मिला. इस पर क्लिक करने पर एक न्यूज रिपोर्ट मिली जिसका कैप्शन था, 'Delhi हिंसा का एक और वीडियो आया सामने, हमले में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल'.

Full View

वीडियो को क्लिक करने पर हमें वायरल वीडियो की फुटेज मिली. रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए. रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैक्टर रैली के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला किया. इसके बाद पुलिस ने कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की. इनमें हत्या के प्रयास की धारा भी जोड़ी गई. वीडियो में घायल पुलिसकर्मी की बाइट भी है जो पूरी घटना के बारे में बता रहे हैं.

इसके अलावा हमें आज तक के कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी का एक्स अकाउंट पर 27 जनवरी 2021 को किया गया एक पोस्ट भी मिला. इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, 'किसानों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की एक और तस्वीर'. अपनी पोस्ट में उन्होंने वायरल वीडियो शेयर किया था.


आर्काइव लिंक यहां देखें

हमने गूगल पर 26 जनवरी 2021 को बुलाई गई ट्रैक्टर रैली के बारे में सर्च किया तो कई रिपोर्ट्स सामने आईं. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में बताया गया कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के बाद हुए उपद्रव में 300 से ज्यादा जवान घायल हुए. जबकि आईटीओ के पास ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की मौत हो गई थी. इसके बाद पंजाब और हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था. 

लोकमत की एक रिपोर्ट के मुताबिक, निहंग सिख ने तलवार लहराकर पुलिस पर हमले की कोशिश की. इसी तरह वन इंडिया के न्यूज वीडियो में बताया गया कि दिल्ली की सड़कों पर तलवार लेकर पुलिस की तरफ निहंग दौड़ा. ये सभी रिपोर्ट 26 जनवरी 2021 की हैं.

इस घटना के एक साल बाद पीटीआई की एक रिपोर्ट आई थी. द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने पीटीआई की इस रिपोर्ट को पब्लिश करते हुए बताया कि मामले में कुल 54 एफआईआर दर्ज हुईं जबकि करीब 160 लोगों को हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किया गया. मई 2021 में पुलिस ने दिवगंत एक्टर-एक्टिविस्ट दीप सिद्धू और 15 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. पुलिस के अनुसार, दीप सिद्धू हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता था. वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने हिंसा पर खेद व्यक्त करते हुए कहा था कि गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा का किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था. 

बता दें कि वर्तमान में जारी किसान आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया था. इसमें पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई किसान भाग ले रहे हैं. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी पर कानून के अलावा, किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों की वापसी, लखीमपुर खीरी मामले में किसान परिवारों को मुआवजा, सारा कर्ज माफ करने समेत कई मांगों पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. बूम ने इसे लेकर वायरल फेक वीडियो पर कई फैक्ट चेक किए हैं. जिन्हें यहां पढ़ा जा सकता है.

हम वायरल हो रहे वीडियो के सटीक लोकेशन और समय का पता नहीं लगा पाए. हालांकि हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि वीडियो पुराना है और हालिया किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है.

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